कोरोना से रिकवर होने के बाद आने वाली परेशानियों से डॉक्टर्स दिलाएंगे निजात

आयुष और एलोपैथिक डॉक्टर्स की लगेगी ड्यूटी

Meerut। कोविड-19 से ठीक होने वाले मरीजों में पोस्ट इफेक्ट सामने आने लगे हैं। रिकवर हो चुके करीब 30 प्रतिशत मरीजों में थकावट, शरीर में दर्द, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ जैसी स्थितियां उभर रही हैं। इसको देखते हुए शासन ने पोस्ट कोविड क्लीनिक की पहल की है। जिला अस्पताल में ये क्लीनिक तैयार किए जाएंगे। इसमें एलोपैथिक और आयुष डॉक्टर्स की इसमें ड्यूटी लगाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से क्लीनिक शुरु करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।

ये हैं गाइडलाइन

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन के निर्देशों के तहत पोस्ट कोविड क्लीनिक को डैडीकेटेड कोविड क्लीनिक का नाम दिया गया है। यह केवल ऐसे मरीजों के लिए होगा जो कोरोना संक्रमित होने के बाद पूरी तरह से रिकवर हो चुके हैं और कोरोना पोस्ट इफेक्ट से गुजर रहे हैं। डेडीकेटेड पोस्ट कोविड क्लीनिक में थर्मल स्कैनर के अलावा पल्स ऑक्सीमीटर, रेस्पाइरोमीटर, ईसीजी मशीन, पीपीई किट और मास्क की व्यवस्था होगी। क्लीनिक में पहुंचने वाले लोगों का पंजीकरण किया जाएगा और पंजीकरण के समय ही स्टेट कोविड पोर्टल से उसकी सभी जानकारी जुटाई जाएंगी। संक्रमण के दौरान सारी (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन) और आईएलआई (इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस) लक्षण या अन्य किसी गंभीर बीमारी के चलते दूसरी गंभीर बीमारियों पर भी विशेष ध्यान देने और अच्छी तरह स्वास्थ्य परीक्षण के निर्देश दिए गए हैं।

मेंटल हैल्थ पर भी दिया जाएगा ध्यान

पोस्ट इफेक्ट के तहत मरीजों की मेंटल हैल्थ पर भी क्लीनिक में ख्याल रखा जाएगा। इसके लिए मनोचिकित्सक को भी तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही मानसिक समस्याओं की चपेट में भी आ रहे मरीजों के इलाज के लिए एक मनोवैज्ञानिक काउंसलर, दो स्टाफ नर्स, दो वार्ड ब्वाय, ईसीजी टेक्नीशियन एक कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती भी होगी।

इन टिप्स का करवाया जाएगा पालन

सांस लेने में तकलीफ हो तो सीधे लेटकर गहरी सांस लें। ऐसा करने से फेफड़ों में वायु कोष्ठक खुल जाते हैं और शरीर को ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा मिलती है। इसी प्रकार खांसी आने की शिकायत पर पानी उबालकर भाप लेने और थकान होने पर बीच-बीच में आराम करने की सलाह देने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही पौष्टिक एवं सुपाच्य भोजन के लिए प्रेरित करने, शराब, सिगरेट, चाय, कॉफी, मिर्च, मसाला आदि से बचने और नींद न आने व अवसाद की स्थिति में योग-व्यायाम के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं।

शासन के निर्देशों के तहत डैडीकेटेड पोस्ट कोविड-19 क्लीनिक तैयार करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिला अस्पताल में इसे तैयार करवाया गया है। गाइडलाइन के हिसाब से ही पूरी व्यवस्थाएं करवाई गई हैं।

डा। राजकुमार, सीएमओ, मेरठ।

Posted By: Inextlive