आईपीएल के शुभारंभ के साथ ही सट्टा बाजार में हलचल बढ़ने की पुलिस को मिल रही हैं सूचनाएं

क्राइम ब्रांच, एसटीएफ, एसओजी के साथ थाना पुलिस रखेगी जिले में सट्टा बाजार पर नजर

Meerut। चेन्नई और मुंबई के बीच पहले मैच के साथ ही आईपीएल सीजन-13 का शुभारंभ भी शनिवार को हो गया। इस बीच जहां क्रिकेट के फैंस ने एक लंबे इंतजार के बाद मोबाइल और टीवी स्क्रीन पर आईपीएल के मैच का लुत्फ उठाया। वहीं पुलिस के सूत्रों की मानें तो सट्टे का बाजार भी सजने लगा है। हालांकि पुलिस ने भी जिले में सट्टे के बाजार पर नकेल कसने के लिए कमर कस ली है। मगर सटोरियों के कोड वर्ड तोड़ना सर्विलांस टीम के लिए दूर की कोढ़ी है।

पुलिस करती है ट्रैक

पुलिस के सूत्रों की मानें तो सट्टे का पूरा खेल कोर्ड वर्ड पर चलता है। वहीं पुलिस को जिस एरिया में सट्टे की सूचना मिलती है, उस एरिया के आसपास के मोबाइल टावर्स को ट्रैक किया जाता है। जिस टावर पर सबसे कम समय के लिए बार-बार कॉल्स फैलेक्च्यूट करते हैं, उन्हें भी ट्रेक किया जाता है। कॉल ट्रेक करने के दौरान अगर पुलिस सट्टे से जुड़े कुछ कोड वर्ड पकड़ पाती है तो कॉल्स को सर्विलांस पर लेकर संबंधित सिम की लोकेशन को ट्रेस कर लिया जाता है। मगर कोड वर्ड पकड़ में नहीं आए तो सट्टे के बाजार पर नकेल कसना नामुमकिन है।

ये है सट्टेबाजों के कोर्ड वर्ड

डिब्बा- बुकी

पंटर- एजेंट

लाइन- क्लाइंट

खा जाना- फेवरेट होना

एक लाख- एक पैसा

सवा लाख- सवा पैसा

दो लाख- दो पैसा

50 हजार- अठन्नी

25 हजार- चव्वनी

डिब्बे की आवाज- भाव

फुल चैक- पूरे 20 ओवर

सेशन- 10 ओवर

छह सेशन- 5 ओवर

लास्ट सेशन- किसी भी पारी के लास्ट पांच ओवर

इंटरनेट कॉलिंग का यूज

पुलिस के सूत्रों की मानें तो इंटरनेट कॉलिंग के जरिए सट्टा बाजार फल-फूल भी रहा और पुलिस की पकड़ से दूर भी होता जा रहा है। कॉल्स को ट्रेक करते वक्त सट्टे के कोर्ड वर्ड को तोड़ने के साथ-साथ पुलिस को उस डिवाइस को भी ट्रेक करना होता है, जिससे कॉल किया जा रहा है। अगर कॉल में सिम का इस्तेमाल होता है तो पुलिस के लिए लोकेशन ट्रेक करना आसान होता है। मगर सट्टेबाज आजकल इंटरनेट कॉलिंग का इस्तेमाल करते हैं। मोबाइल और लैपटॉप को आईपी एड्रेस ट्रेक कर भी पकड़ा जा सकता है लेकिन इंटरनेट कॉलिंग में अलग-अलग ऐप के जरिए लैपटॉप और मोबाइल से की जाने वाली इंटरनेट कॉल्स को ट्रेस कर पाना लगभग नामुमकिन होता है। दरअसल, इन सभी इंटरनेट कॉलिंग का एक्सचेंज विदेशों में होता है। ऐप्स के जरिए चलते वाले इंटरनेट कॉलिंग के ये एक्सचेंज डॉलर्स, पौंड या दीरम के एवज में ऑनलाइन कॉलिंग स्लॉट प्रोवाइड कराते हैं।

व्हाट्सऐप और मैसेंजर कॉलिंग मुसीबत

पुलिस के सूत्रों की मानें तो व्हाट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर कॉलिंग के जरिए सट्टा लगाने पर उसे ट्रेक कर पाना आसान है। मगर सटोरी सिम को ऑफ कर दे और वाई-फाई के जरिए व्हाट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर कॉलिंग करे तो उसे ट्रेस कर पाना बेहद मुश्किल होता है। दरअसल, सर्विलांस सिस्टम सिम के या लैपटॉप के आईपी एड्रेस को ट्रेक करता है। मगर सिम बंद होने पर आईपी एड्रेस ट्रेक नहीं किया जा सकता है। हालांकि टावर पर आने वाली कॉल्स की रेंज और फ्रीक्वेंसी से लोकेशन के आसपास पहुंचा जा सकता है।

इन एरिया में सजता है सट्टा बाजार

मोदीपुरम

कंकरखेड़ा

शास्त्रीनगर

जागृति विहार

कोतवाली

मंगलपांडे नगर

ब्रहमपुरी

टीपी नगर

परतापुर

ब्रह्मपुरी सट्टे का हब

ब्रहमपुरी में केसिनो और आईपीएल में सट्टेबाजी का बड़ा हब है। यहां पर सट्टेबाजी को लेकर कई बार खून खराबा भी हो चुका है। शिव शक्ति नगर में एक नवंबर 2014 को तीन हत्याएं हुई थी। उसके बाद भी दो युवक एक-दूसरे को गोली मारी थी।

ये हो चुकी हैं कार्रवाई

16 अप्रैल 2019

टीपीनगर पुलिस ने बनवारी वाटिका के एक मकान से आईपीएल खेलने वाले आरोपियों के घर पर दबिश दी थी। पुलिस ने ने दो आरोपी गिरफ्तार करते हुए नकदी, मोबाइल और लैपटाप बरामद किया था।

20 मई.2016

ब्रह्मपुरी क्षेत्र के शिवशक्ति नगर में एसटीएफ की मेरठ फील्ड यूनिट ने तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था। आइपीएल मैचों में वह एक करोड़ रुपये से ज्यादा का सट्टा लगा चुका है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। लैपटॉप, रजिस्टर बरामद हुए थे।

7अप्रैल 2017

एएसपी रहे सुकीíत माधव ने परतापुर के एक होटल से चार सट्टेबाज पकड़े थे। टीवी देखकर आइपीएल पर सट्टा लगा रहे थे। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से बीस हजार की नगदी बरामद की गई थी। पकड़े गए आरोपियों में प्रॉपर्टी और बिजनेसमैन शामिल थे।

22.5.2018

एनएच-58 पर स्थित गोपाल नगर में टीपी नगर पुलिस ने आइपीएल में खेल रही टीमों पर सट्टा लगाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से एक लेपटॉप, 11 मोबाइल व एक एलईडी बरामद की गई थी।

7.4.2017

मेडिकल पुलिस ने मंगलपांडेय नगर से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे सेमोबाइल, लैपटॉप भी बरामद किए गए थे। लाखों रूपये कीनकदी भी बरामद हुई थी। बड़े पैमाने पर आईपीएल में सट्टा लगाते थे।

आईपीएल में सट्टा लगाने वालो के खिलाफ कार्रवाई के लिए सभी एसएसपी को निर्देश दे दिए गए हैं। जिले में सट्टेबाजी पर लगाम कसने के लिए क्राइम ब्रांच, एसटीएफ, एसओजी और थाना पुलिस को निर्देशित कर दिया गया है।

प्रवीण कुमार, आईजी, मेरठ रेंज

Posted By: Inextlive