सराय काले खां और न्यू अशोक नगर स्टेशन का जल्द फाइनल होगा डिजाइन

डिजाइनिंग कंसल्टेंट के चयन के लिए एनसीआरटीसी ने जारी किए टेंडर

Meerut। केंद्र सरकार के दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर दिल्ली सरकार की अटकलें दूर होने के बाद अब निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। कार्यदायी संस्थान नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) दिल्ली के सराय काले खां और न्यू अशोक नगर रैपिड रेल स्टेशन की डिटेल्ड डिजाइन बनाने के लिए कंसलटेंट की नियुक्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया आरंभ कर दी। इसके अलावा भी कॉरिडोर पर विभिन्न स्थानों पर सिविल वर्क के लिए कॉरपोरेशन ने टेंडर्स निकाले हैं।

दिल्ली में दूर हुई अटकलें

केंद्र सरकार के आरआरटीएस प्रोजेक्ट को लेकर दिल्ली सरकार सकारात्मक नहीं थी। जिसके बाद यह प्रोजेक्ट दो सालों तक अधर में लटका रहा। दरअसल, आरआरटीएस का सबसे बड़ा जंक्शन दिल्ली के सराय काले खां में बनना था इसलिए दिल्ली सरकार की भूमिका प्रोजेक्ट में महत्वपूर्ण थी। गत दिनों राजनैतिक दखल और केंद्र सरकार के दबाव के बाद दिल्ली सरकार ने प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी। जिसके बाद दिल्ली के सराय काले खां, न्यू अशोक नगर स्टेशन पर आरआरटीएस कॉरिडोर और स्टेशंस को लेकर एनसीआरटीसी ने प्लानिंग तैयार की। प्राइमरी लेवल पर तय हुआ कि सराय काले खां से रैपिड रेल के लिए एलिवेटेड कॉरिडोर मेरठ के लिए मूव करेगा। जो न्यू अशोक नगर होते हुए आनंद विहार पहुंचेगा। यहां आनंद विहार स्टेशन अंडरग्राउंड बनेगा। दिल्ली सरकार की रजामंदी के बाद एनसीआरटीसी ने डिटेल्ड डिजाइन कंसल्टेंट की नियुक्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया आरंभ कर दी है।

आरआरटीएस का निर्माण कार्य जोरों पर, एनसीआरटीसी ने निकाले कई टेंडर

82 किमी लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरीडोर के साहिबाबाद से दुहाई के बीच के 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड पर निर्माण कार्य जारी है।

शेष हिस्सों पर काम शुरू करने के लिए एनसीआरटीसी ने हाल के महीनों में मांगे हैं विभिन्न टेंडर।

जनवरी में एनसीआरटीसी ने न्यू अशोक नगर से कोंडली ब्रिज तक सड़क को चौड़ा करने के लिए टेंडर आमंत्रित किए। निर्माण बैरिकेडिंग के दौरान भी ट्रैफिक चलता रहे, इसके लिए सड़क को चौड़ा किया जा रहा है।

कॉरीडोर के दुहाई आरआरटीएस स्टेशन के पास डिपो/कार्यशाला के निर्माण के लिए भी टेंडर जारी किया है। आरआरटीएस के मूवमेंट में डिपो की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।

दिल्ली के अंदर सराय काले खां से आनंद विहार तक और जंगपुरा में यार्ड को जोड़ने वाली लाइन के लिए प्रारंभिक पाईल लोड टेस्टिंग के लिए भी नीलामी आमंत्रित की गई है। पाईल लोड टेस्टिंग मिट्टी की भार वहन क्षमता को जांचने के लिए किया जाता है।

न्यू अशोक नगर रैंप से साहिबाबाद रैंप तक सुरंगों के डिजाइन और टनल बोरिंग मशीन द्वारा सुरंगों के निर्माण के लिए भी निविदा जारी की जा चुकी है। भूमिगत भाग के निर्माण में अत्यधिक समय लगता है। टेंडर तथा अन्य प्रक्रिया को जल्द पूरा कर एनसीआरटीसी इस परियोजना को तय समय के भीतर पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

टेंडर में ही भूमिगत आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन का निर्माण शामिल है, इसका निर्माण कट एंड कवर विधि द्वारा किया जाएगा।

एक नजर में

11.53 किलोमीटर-अंडरग्राउंड कॉरिडोर

जिसमें न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन (एलिवेटेड) के शुरू होने से बीईएलए गाजियाबाद तक का 5.8 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर अंडरग्राउंड होगा।

5.73 किमी लंबा कॉरिडोर ब्रह्मापुरी मेरठ मेट्रो स्टेशन (एलिवेटेड) से बेगमपुल आरआरटीएस स्टेशन (एमईएस कॉलोनी मेट्रो स्टेशन से पहले) तक अंडरग्राउंड होगा।

एनसीआरटीसी ने सराय काले खान और न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशनों के लिए विस्तृत डिजाइन सलाहकार (डीडीसी) के नियुक्ति का काम भी शुरू कर दिया है। जिसमें मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन स्कीम और जंगपुरा में एक स्टेबलिंग यार्ड स्थापित करना शामिल है।

दिल्ली के सराय काले खां और न्यू अशोक नगर दो स्टेशंस की डिटेल्ड डिजाइन जल्द तैयार होगी। इसको लेकर कंसल्टेंट की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अलावा भी कई निर्माण कार्यो के टेंडर एनसीआरटीसी ने जारी किए हैं।

सुधीर कुमार शर्मा, सीपीआरओ, एनसीआरटीसी

Posted By: Inextlive