जमीन चिह्नित नहीं होने से अटक रहा है रैपिड रेल का काम

2025 मार्च तक पूरा होना है रैपिड रेल का काम

32 हजार करोड़ रुपये आएगी कुल लागत

Meerut। रैपिड रेल के निर्माण कार्य में आ रही अड़चनों और काम की गति की समीक्षा करने के लिए कमिश्नर अनीता सी। मेश्राम ने गुरुवार को संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। इसमें सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा रोडवेज की भैसाली वर्कशॉप हटाने का रहा।

शासन को जाएगा प्रस्ताव

कमिश्नरी सभागार में आयोजित रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कमिश्नर अनीता सी। मेश्राम ने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से मिलकर काम करें। उन्होंने मेरठ के डीएम को निर्देश दिए कि वह रोडवेज की भैंसाली वर्कशाप को शिफ्ट करने के लिए भूमि की आवश्यकता के संबंध में रिवाइज्ड प्रस्ताव शासन स्तर पर राजस्व विभाग को भेजें। स्टेशन के लिए जमीन उपलब्धता के संबंध में आरएम यूपीएसआईडीसी को प्रकरण को जल्द से जल्द निस्तारित करने के निर्देश भी दिए गए। गौरतलब है कि वर्कशॉप की मौजूदा जमीन रैपिड योजना में शामिल की गई है। एमडीए और जिला प्रशासन अभी तक भैसाली वर्कशॉप के लिए वैकल्पिक जमीन नहीं दे सका है।

खंभे हटवाए निगम

कमिश्नर ने मेरठ नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आरआरटीएस के मार्ग और उसके आसपास खंभों आदि को प्राथमिकता पर हटवाया जाए। केसरगंज में मिड टनल वेनटिलेशन शेफ्ट के लिए जमीन उपलब्ध कराने के लिए जिला पंचायत के अधिकारियों को शासन स्तर पर समन्वय कर जल्द मामला निपटाने के निर्देश दिए गए।

जल्दी निपटाएं समस्याएं

कमिश्नर ने इसी प्रकार साहिबाबाद स्टेशन के लिए भूमि की उपलब्धता के लिए एनसीआरटीसी और यूपीएसआईडीसी के अधिकारियों को प्रकरण को निस्तारित करने के निर्देश दिए। मोदीनगर के बीच में होने वाले कामों को जिला प्रशासन के सहयोग से चरणबद्ध तरीके से कराने को कहा गया। बैठक के दौरान अपर आयुक्त रजनीश राय, एडीएम प्रशासन एमएस गब्बयाल, एडीएम वित्त सुभाष चंद्र प्रजापति, एसडीएम सदर संदीप भागिया, निदेषक प्रोजेक्ट एनसीआरटीसी अनिल कुमार संगारिया, एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर मुदित गर्ग मौजूद रहे।

30 जनवरी तक पूरा करें एक्सप्रेस-वे

कमिश्नर ने दिल्ली मेरठ-एक्सप्रेस वे की समीक्षा करते हुए कहा कि एक्सप्रेस-वे के कार्यो को प्राथमिकता पर 30 जनवरी तक पूरा कराएं। एनएचएआई के अधिकारी ने प्रोजेक्ट के चारों चरणों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सराय काले खां से गाजीपुर-दिल्ली यूपी बार्डर तक पहला चरण 2018 में पूरा हो चुका है। यूपी बार्डर से डासना तक 19.28 किमी का 93 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। तीसरे चरण में डासना से हापुड़ तक 22.23 किमी की सड़क का काम 2019 में पूरा हो चुका है। डासना से मेरठ तक चौथा चरण 31.78 किमी का है। इसका 85 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।

Posted By: Inextlive