भैसाली मैदान में किया गया रावण दहन, सीमित संख्या में मौजूद रहे लोग

विभिन्न रामलीला कमेटियों ने सांकेतिक रूप से मनाया दशहरा

डोली भूमि गिरत दसकंधर, छुभित सिंधु सरि दिग्गज भूधर,

धरनि परेउ द्वौ खंड बढ़ाई, चापि भालु मर्कट समुदाई

Meerut। कोरोना काल के कारण भले ही रामलीला का स्वरूप बदल गया हो, लेकिन प्रशासन ने भैसाली मैदान में रावण दहन की अनुमति दी थी। हालांकि, इस दौरान सीमित संख्या में ही दर्शक मौजूद रहे। दरअसल, कोविड गाइडलाइन के तहत शहर में कई जगहों पर सांकेतिक तौर पर दशानन के पुतले का दहन किया गया। श्री रामलीला कमेटी कैंट की ओर से रामायण पाठ में राम रावण युद्ध की कथा सुनाई गई। अध्यक्ष पवन गर्ग व महामंत्री गणेश अग्रवाल ने बताया कि संडे को मैदान में अयोध्यापुरी में संपूर्ण श्री रामलीला का मंचन तीन घंटे की मंचीय लीला श्री गणेश वंदना से प्रारंभ हुई। प्रीतम गोठवल के निर्देशन मे श्री रामकला केंद्र दिल्ली के कलाकारों ने लीला का प्रदर्शन किया। लाइट एंड साउंड के माध्यम से मोनो एक्टिंग दिखाई गई। इसमें शिव विवाह, देवासुर संग्राम, नारद मोह, श्रीराम जन्म, ताड़का वध, अहिल्या उद्धार, धनुष यज्ञ, अशोक वाटिका, भरत मिलाप, विभीषण शरणागति, रावण कुंभकरण वध का मंचन किया गया। वहीं शहर रामलीला कमेटी में भी शाम को रावण का दहन किया गया।

सीमित रहे दर्शक

श्री रामलीला कमेटी राज बंद बड़ा बाजार में धूमधाम के साथ दशहरा मनाया गया। हालांकि, इस दौरान दर्शक भी सीमित संख्या में रहे। मैदान में हर वर्ष 3 पुतले खड़े होते थे जो कि 65 फुट 60 फुट और 55 फुट के होते थे, लेकिन इस बार महामारी के चलते मात्र 15 फुट का एक ही पुतला लगाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सुधीर रस्तोगी और शिप्रा रस्तोगी ने किया। इस मौके पर अध्यक्ष राजेश यादव महामंत्री सुधीर भटनागर, कोषाध्यक्ष रजनीश यादव, श्याम मदान, दिनेश यादव आदि मौजूद रहे।

आज होगा विसर्जन, खेंलेंगे सिंदूर

मेरठ की सबसे बड़ी दुर्गापूजा सदर स्थित बंगाली दुर्गाबाड़ी सोसाइटी मंदिर में आयोजित की जाती है। मंदिर में सुबह मां के श्रृंगार के बाद सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मां की आरती उतारी गई। इस मौके पर मंदिर में मां दुर्गा के जयकारे गूंजे। दोपहर को प्रसाद वितरण किया गया व शाम को विशेष आरती का आयोजन कर मां का गुणगान किया गया।

आज होगा मूíत विसर्जन

मंदिर कमेटी के सदस्य अमिताभ मुखर्जी ने बताया कि आज मंदिर में सुबह मां की आरती हुई है, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। सुबह की आरती के बाद शाम को महाआरती हुई। इसके साथ ही धुनुची डांस का आयोजन किया गया। उन्होनें बताया कि आज सुबह मां की आरती के बाद सिंदुर खेला जाएगा। मूíत विसर्जन दोपहर को दो बजे होगा। इसमें सीमिति संख्या में भक्त मौजूद रहेंगे। वहीं, सदर मां काली के मंदिर के सेवादार गोल्डी ने बताया कि सुबह श्रृंगार के बाद रात को भी इलेक्ट्रॉनिक ढोल के साथ मां की आरती की गई। आज दोपहर एक बजे सीमित श्रद्धालुओं के बीच मूर्ति का विसर्जन होगा।

शहीदों को याद किया

ग्राम गगोल स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों की याद में हवन किया गया। इस दौरान मेरठ दक्षिण विधायक डॉ। सोमेंद्र तोमर रहे। बताते हैं कि बताते हैं कि दशहरे के अंग्रेजों ने क्रांतिकारियों को फांसी पर चढ़ा दिया था। तभी से गगोल गांव में दशहरा नहीं मनाया जाता है। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख नितिन कसाना, ओमप्रकाश चैयरमैन, राजकुमार, महेंद्र, ईश्वर सिंह, कर्मवीर गुमी, मंगलू फौजी, भोपाल, राजदीप आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive