रीडिंग से लिया जाएगा ट्यूबवेल्स का बिल
मीटर देंगे मुनाफा
एक्सक्लूसिव - दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना के अंतर्गत की जाएगी ट्यूबवेल्स की मीटिरिंग - जनपद में 3.76 लाख ट्यूबवेल्स में लगाए जाएंगे बिजली मीटर, 50 करोड़ फायदे का अनुमान Meerut। बिना रीडिंग के दौड़ने वाले ट्यूबवेल्स पर जल्द मीटर नजर आएंगे। केन्द्र सरकार की नई योजना डीडीयूजीजेवाई के अंतर्गत मेरठ समेत पश्चिमांचल के सभी ट्यूबवेल्स को मीटर्ड किया जाएगा। अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में लगी इन ट्यूबवेल्स से अभी तक फिक्स चार्ज वसूलने का प्रावधान था। नई व्यवस्था लागू होते ही न केवल किसानों को रीडिंग के आधार पर बिल भरना होगा, बल्कि समय पर बिल जमा न करने पर कनेक्शन भी काट दिया जाएगा। क्या है योजनाभारत सरकार की दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना के अंतर्गत अब प्राइवेट ट्यूबवेल्स पर इलेक्ट्रीसिटी मीटर लगाएगा। किसानों से न केवल मीटर की कोस्ट वसूली जाएगी, बल्कि उनको बकायदा कुल यूज की गई रीडिंग के आधार पर बिल का भुगतान भी करना होगा।
मेरठ में 3.76 लाख पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के आंकड़ों पर यदि गौर करें तो मेरठ जनपद में सरकारी और गैर-सरकारी ट्यूबवेल्स की संख्या 3.76 लाख से भी अधिक है। इनमें अकेले शहर में ही साढे़ तीन हजार से ऊपर ट्यूबवेल्स हैं। आकड़ों पर एक नजरजनपद में कुल सरकारी ट्यूबवेल - 341
जनपद में प्राइवेट ट्यूबवेल -- शहर 3513 देहात 3,75,518 कुल 3,76,091 ट्यूबवेल्स से आने वाले राजस्व - शहर 35 लाख 13 हजार देहात 30 करोड़ 04 लाख 14 हजार 400 कुल 30 करोड़ 39 लाख 27 हजार 400 शासन ने सभी ट्यूबवेल्स पर इलेक्ट्रीसिटी मीटर लगाने संबंधी जीओ जारी किया गया है। जीओ के अंतर्गत सरकारी ट्यूबवेल्स पर मीटर लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। बिजली आदि का बिल लखनऊ स्तर से ही भुगतान किया जाता है। -विश्राम यादव, एसई, लघु सिंचाई विभाग डीडीयूजीजेवाई के अंतर्गत प्राइवेट ट्यूबवेल्स लगाने का काम 15 अगस्त के बाद शुरू कर दिया जाएगा। योजना का टेंडर हो चुके हैं व समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। -जीके गुप्ता, चीफ इंजीनियर पीवीवीएनएल