अर्थ डे पर बच्चों ने लिया धरती को बचाने का संकल्प
- आई नेक्स्ट का अर्थ डे पर पेपर बचाओ मिशन
- स्कूलों में काफी बच्चों ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा - पॉलीथिन खत्म करने के लिए बनाए पेपर बैग - पि्रंसीपल और टीचर्स ने की आई नेक्स्ट एक्टिविटी की सराहना Meerut: भले ही पॉलीथिन पर रोक लगाने में शासन-प्रशासन नाकाम साबित हुए हों, लेकिन अर्थ डे पर आई नेक्स्ट के पेपर बचाओ मिशन में बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसके तहत स्कूलों में बच्चों ने सुंदर पेपर बैग बनाकर संदेश दिया कि अर्थ को सेफ रखने के लिए पॉलीथिन का त्याग बेहद जरूरी है। विनर लिस्ट में शामिल होने के बाद बच्चे फूले नहीं समाए। बच्चों ने कहा कि वे पॉलीथिन का यूज नहीं करेंगे। ट्रांसलेम एकेडमीबच्चे पर्यावरण के प्रति काफी चिंतित दिखाई दिए। सुबह आठ बजे से ही न्यूज पेपर से बैग बनाने में जुट गए। कोई स्टूडेंट्स पॉलीथिन से होने वाले नुकसान का संकेत दे रहा था तो कोई पेपर बैग के फायदे का मैसेज दे रहा था। चार सौ बच्चों ने मिशन में शामिल होकर अधिक से अधिक पेपर बैग यूज करने का संदेश दिया। सीनियर वर्ग में सेवंथ क्लास की प्रियांशी त्यागी फर्स्ट, अंकित कुमार सेकेंड और लक्ष्य प्रताप सिंह ने थर्ड रहे। जूनियर वर्ग में फिफ्थ क्लास के तरुण कुमार फर्स्ट, अर्जुन सिंह सेकेंड और फोर्थ क्लास के मोहम्मद फजर ने थर्ड स्थान प्राप्त किया। स्टूडेंट्स ने पुरस्कृत करते हुए प्रिंसीपल डॉ। आईपी दूबे ने कहा कि सभी अर्थ को सेफ रखने के लिए पॉलीथिन का यूज खत्म करना होगा।
आज हमारी धरती प्रदूषित होती जा रही है, हमें अपनी धरती मां को बचाने के लिए पालीथिन को खत्म करके पेपर बेग को अपनाने की जरुरत है। मैं अब पेपर बेग का इस्तेमाल करूंगा। -लक्ष्य प्रताप सिंह स्टूडेंट, ट्रांसलेम एकेडमी आज अर्थ डे है। पॉलीथिन और प्लास्टिक के सर्वाधिक प्रयोग से हमारी धरती प्रदूषित होती जा रही है, इसलिए प्लास्टिक पर बैन लगना चाहिए। पॉलीथिन पर रोकथाम होनी चाहिए। -अंकित कुमार स्टूडेंट, ट्रांसलेम एकेडमी हमारे पेपर बेग बनाने से समाज में अच्छा संदेश जाएगा। पालीथिन पर लोगों का ध्यान आज फोकस है, इस पर फर्क भी देखने को मिलेगा। मैं तो पेपर बेग का ही यूज करूंगी। -प्रियांशी त्यागी स्टूडेंट, ट्रांसलेम एकेडमी समाज की दशा बदलने की आज जरूरत है। मैं पहले पालीथिन का यूज अक्सर करता रहता था, लेकिन आज मुझे ये जानकारी हुई है कि पालीथिन धरती के लिए नुकसानदायक है। मैं अब हमेशा पेपर बेग का यूज करूंगा। -तरुण स्टूडेंट, ट्रांसलेम एकेडमीपालीथिन सालों साल तक सिल्ट बनकर नाली में रहती है जबकि कागज गल जाता है, इससे प्रदूषण फैलता है और कई प्रकार की बीमारियां पनपती है। ऐसे में पेपर का यूज करना आवश्यक है। मैं पेपर का यूज करूंगा।
-मोहम्मद फजर स्टूडेंट, ट्रांसलेम एकेडमी आई नेक्स्ट ने बहुत अच्छा मिशन अर्थ डे पर चलाया। इसके लए आई नेक्स्ट बधाई के पात्र है। ऐसे मिशन में बच्चों में जागरूकता फलती है। बच्चों को प्रदूषण के पास से पता चलता है। -मनोज गोयल टीचर, ट्रांसलेम एक्टिविटी मेरठ पब्लिक गर्ल्स स्कूलअर्थ डे एक्टिविटी में बच्चों ने काफी उत्साह दिखाई दिया। इस दौरान किसी बच्चे ने बैग पर कचरे से होने वाले प्रदूषण की जानकारी दी तो किसी के बैग पर बनाई धरती मां। बच्चों ने बैग पर अर्थ सेफ्टी के उपाय भी बताए। स्कूल के हर बच्चे में पेपर बैग बनाने को लेकर काफी क्रेज था। बच्चों ने बैग बनाने के लिए न्यूज पेपर, वेस्ट मैटिरीयल का यूज कर आकर्षक डिजाइन बनाए। सीनियर ग्रुप में मान्या गोयल फर्स्ट, शुभांगी जिंदल ने सेकेंड और इशिका सिंह ने थर्ड प्राइज जीता। जूनियर ग्रुप में शकीना फर्स्ट और तनीषा सेकेंड रहीं और सुहानी गोस्वामी थर्ड रहीं। प्रिंसीपल मधु सिरोही ने सभी बच्चों को पुरस्कृत किया।
आई नेक्स्ट का यह महत्वपूर्ण कदम बेहद सराहनीय है, इस तरह के इवेंट ही स्टूडेंट्स को अवेयर करते हैं और नॉलेज भी देते हैं। -मधु सिरोही, प्रिंसीपल, एमपीजीएस ऐसे इवेंट से हम बच्चों को जानकारी दे सकते हैं कि आखिर हमारी धरती कितनी प्रदूषित हो रही है। -निधि शर्मा टीचर, एमपीजीएस स्टूडेंट्स को बहुत सारी जानकारी मिली है, इस इवेंट के जरिए स्टूडेंट्स समझ पाते हैं कि पेपर बैग का यूज कितना आवश्यक है। - कुमारी सुदेश कोर्डिनेटर मीडिल सेक्शन, एमपीजीएस पेपर बैग का यूज ही करना चाहिए। आज प्लास्टिक पर बैन लगाना बहुत जरूरी है, अपने एनवायरमेंट को ठीक रखने के लिए प्लास्टिक को बैन करना ही होगा। -ज्योति अहलूवालिया प्राइमरी सुपरवाइजर, एमपीजीएस प्लास्टिक का प्रयोग बेहद हानिकारक होता है, जिससे विभिन्न बीमारियां होती हैं। इसलिए पेपर बैग का यूज होना चाहिए। -मरियम स्टूडेंट, एमपीजीएस धरती को बचाना है तो हमें प्लास्टिक पर बैन लगाना होगा। कूड़े को इधर उधर न फेंककर डस्टबिन का यूज करना होगा। -नुजरा स्टूडेंट, एमपीजीएस अपनी धरती की रक्षा करना हमारा ही फर्ज है, मैने इसी थीम पर अपना बैग बनाया है। -शिरिका स्टूडेंट, एमपीजीएसअपनी धरती को बचाने में हमारा भी कर्त्तव्य बनता है, इसलिए हमें अपनी धरती को बचाना होगा।
-सुरभि गुप्ता स्टूडेंट, एमपीजीएस अगर धरती को बचाना है तो इसके लिए हमें सोचना होगा और आगे बढ़ना होगा। ताकि धरती को सेफ रख सके। -तुभा स्टूडेंट, एमपीजीएस पानी को बचाना है, प्लास्टिक बैग को बैन लगाना है और हमें अपनी धरती को प्रदूषण से बचाना है। -सोम्या जैन स्टूडेंट, एमपीजीएस दीवान पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल अर्थ डे एक्टिविटी में क्भ्0 बच्चों ने हिस्सा लिया। सभी ने एक से बढ़कर एक पेपर बैग तैयार किए। एक्टिविटी इंचार्ज सपना सिंह तथा निधि मित्तल की देखरेख में हुई इस एक्टिविटी के जूनियर वर्ग में श्रेया गोयल को फर्स्ट, हिमानी गोयल को सेकंड तथा प्रत्यांश शाह को थर्ड प्राइज मिला। सीनियर वर्ग में क्लास सिक्स की श्रुति मिश्रा फर्स्ट, श्रेया मित्तल सेकंड तथा ख्याति तायल थर्ड स्थान पर रहे। प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन वाइस प्रिंसीपल डीके शाह ने किया। आजकल लोग लेपटॉप और फोन की वॉल पर ग्रीनरी लगाकर खुश हो रहे हैं, जबकि यही खतरनाक भविष्य का संकेत है। इस संदर्भ में हम लगातार बच्चों को जागरूक कर रहे हैं। अर्थ डे पर सभी बच्चों ने पौधे लगाने का संकल्प लिया है। -एन पी सिंह प्रिंसीपल, दीवान पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल एनवायरमेंट बच्चों का स्टडी सब्जेक्ट भी है, जिस कारण पहले के मुकाबले काफी जागरूकता आई है। लेकिन कई कारणों से ये प्रेक्टिकल ग्राउंड पर नहीं दिख रही है। पर्यावरण के मामले में बच्चों से ज्यादा पेरेंट्स का अवेयर होना जरूरी है। -सपना सिंह एक्टिविटी इंचार्ज, दीवान पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल पॉलीथिन पर्यावरण के लिए काफी खतरनाक है। इसका कम से कम इस्तेमाल होना चाहिए। मैंने फर्स्ट टाइम पेपर बैग बनाया। इसके लिए शू बॉक्स, चार्ट पेपर और ग्रीटिंग कार्ड यूज किया है। मैं घर जाकर इसे और सजाऊंगी। -श्रुति मिश्रा स्टूडेंट, दीवान पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल पॉलीथिन और पॉल्यूशन को रोकने के लिए पेपर बैग्स यूज करना बहुत जरूरी है। मैंने चार्ट पेपर, शाइनिंग टेप से पेपर बैग बनाया है। इस पर फ्लॉवर और लीव्स लगाकर ग्रीन एनवायरमेंट का मैसेज दिया है। -श्रेया गोयल स्टूडेंट, दीवान पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल आईआईएमटी एकेडमी गंगानगर स्थित आईआईएमटी एकेडमी में भी बच्चों का जोश, जुनून साफ दिखाई दे रहा था। बच्चों ने एक से बढ़कर एक बैग बनाकर वेस्ट पेपर का यूज करने का संदेश दिया। सीनियर वर्ग में क्लास म् के अनीश ने फर्स्ट, सातवीं क्लास के मिक्सी ने सैकेंड और भव्य ने थर्ड स्थान प्राप्त किया। जूनियर वर्ग में अनुराग ने फर्स्ट, गर्व ने सेकेंड और राशि ने थर्ड स्थान प्राप्त किया। प्रिंसीपल सुनील कुमार सनोत्रा ने प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन करते हुए कहा कि यह बहुत अच्छा मिशन अर्थ डे पर चलाया है। कृष्णा पब्लिक स्कूल स्टूडेंट्स ने पेपर से एक से एक खूबसूरत बैग बनाए। बैग पर लिखे विभिन्न तरह के स्लोगन अर्थ सेफ्टी के लिए अवेयर कर रहे थे। इस दौरान टीचर्स और स्टूडेंट्स दोनों में ही काफी उत्साह था। जूनियर विंग से क्लास फोर्थ की निकिता चौधरी फर्स्ट, क्लास थर्ड के गगन सेकेंड, क्लास फिफ्थ की तान्या थर्ड रहीं। सीनियर सेक्शन से क्लास सेवंथ का आर्यन फर्स्ट और क्लास सिक्स की इशिका सेकेंड और राशि गुगलानी थर्ड रहीं। इस तरह के इवेंट से ही स्टूडेंट्स में अवेयरनेस आती है। बच्चों को पता लगता है कि आखिर हमारी धरती सेव करने के लिए क्या सही है क्या गलत है। -मीनू सिरोही, कल्चर को-ऑर्डिनेटर