- 15 दिनों में पुनर्जीवित कर प्रोग्रेस रिपोर्ट की जानकारी देनी होगी।

-रेरा के अनुपालन में डंप योजनाओं को करना होगा पुनर्जीवित

-कमिश्नर कर रहे मॉनीटरिंग, गाजियाबाद के प्रकरण में सख्त कार्रवाई

आई एक्सक्लूसिव

मेरठ: रीयल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) के मानकों का अब अनुपालन करना होगा। डंप पड़े प्रोजेक्ट को आने वाले 15 दिनों में पुनर्जीवित कर प्रोग्रेस रिपोर्ट की जानकारी देनी होगी। लापरवाही बरतने पर कार्रवाई भी भुगतनी होगी। मंडल के सभी स्थानीय निकायों द्वारा संचालित रेजीडेंसियल स्कीम का कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार परीक्षण कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कमिश्नर ने बुधवार को गाजियाबाद की एक आवासीय कॉलोनी के खिलाफ आधे-अधूरे निर्माण पर कड़ी कार्रवाई की।

यूपी रेरा का नहीं हो रहा पालन

सरकार द्वारा जारी आदेश में मेरठ विकास प्राधिकरण समेत सभी प्राधिकरणों और आवास विकास परिषदों को यूपी रेरा का अनुपालन न करने पर आड़े हाथों लिया है। एमडीए को अगले 15 दिनों में सभी डंप पड़ी आवासीय योजनाओं को पुनर्जीवित करना होगा, आवंटियों को जल्द से जल्द कब्जा दिलाने के निर्देश सरकार ने दिए हैं। वहीं सरकार ने सभी प्राइवेट बिल्डर्स द्वारा संचालित परियोजनाओं को पूर्ण कराने की जिम्मेदारी भी प्राधिकरण को दी है।

शिकायतों की हुई सुनवाई

आवासीय कॉलोनी में बुनियादी सुविधाओं के बहाल न होने पर मेरठ वन कॉलोनी के निवासियों ने प्राधिकरण सचिव से शिकायत की। शिकायत की सुनवाई बुधवार को एमडीए सचिव राजकुमार ने की। सुनवाई के दौरान आवंटी और बिल्डर दोनों आमने-सामने मौजूद थे। सचिव ने निर्देश दिए कि एक सप्ताह में बिल्डर खामियों को दूर करे जिससे आवंटियों को परेशानी न हो। वहीं कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने गाजियाबाद की अवंतिका कॉलोनी में 7.39 करोड़ रुपये के अवशेष विकास कार्य कराने के निर्देश दिए। साथ ही आदेश दिए कि विकासकर्ता तीन माह में कार्य प्रारम्भ नहीं कराता तो कुल धनराशि की आरसी जारी कर उससे वसूली की जाए।

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मेरठ विकास प्राधिकरण समेत मंडल के सभी प्राधिकरणों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बिल्डर द्वारा बनाए जा रहे हाउसिंग प्रोजेक्ट को कम्प्लीट कराएं साथ ही विकास प्राधिकरण द्वारा लांच प्रोजेक्ट यूपी रेरा के अनुपालन में पूर्ण हों।

-डॉ। प्रभात कुमार, कमिश्नर, मेरठ मंडल

Posted By: Inextlive