कोरोना वायरस संक्रमण के बेकाबू हालातों को लेकर शासन की गठित कमेटी ने की समीक्षा बैठक

Meerut। मेरठ हम सबका घर है, सबको मिलकर टीमवर्क के साथ कार्य करने की जरूरत है। फिलहाल सभी को सचेत व सतर्क रहने की आवश्यकता है। मृत्युदर रोकने के लिए बेहतर सर्विलांस व बेहतर उपचार दिया जाना जरूरी है। एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में शनिवार को शासन से गठित कमेटी और कमिश्नर ने कोरोना महामारी के नियंत्रण के संबंध में समीक्षा बैठक के दौरान सभी को ये निर्देश दिए। इस दौरान मेरठ के नोडल अधिकारी पी। गुरुप्रसाद ने कहा कि मरीज का समय से टेस्ट हो, समय से उसे मेडिकल में रेफर व भर्ती किया जाए। इस अवसर पर कमेटी के नािमत सदस्य विशेष सचिव यूपी शासन अरूण प्रकाश, डीएम के। बालाजी, सीडीओ ईशा दुहन, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। ज्ञानेंद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन मदन सिंह गब्र्याल, एडीएम सिटी अजय तिवारी, एडीएम फाइनेंस सुभाष चंद्र प्रजापति, नगर मजिस्ट्रेट एसके सिंह, एसीएम सुनीता सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट संदीप श्रीवास्तव, मेडिकल कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल डॉ। विनय अग्रवाल, डॉ। टीवीएस आर्य, डा। सुधीर राठी, आईएमए अध्यक्ष डॉ। नवीन शर्मा, नर्सिंग होम अध्यक्ष डॉ। अंबरेश पंवार सहित विभिन्न प्राइवेट नर्सिग होम से आए संचालक और डॉक्टर्स आदि मौजूद रहे।

कांटेक्ट ट्रेसिंग सही हो

आयुक्त अनीता सी। मेश्राम ने सभी को निर्देश दिए कि मरीज अस्पताल में कम से कम समय में भर्ती हो। एल-2 अस्पतालों में मरीज को डिस्चार्ज करते समय उसका एक्स-रे भी हो। इसके साथ ही उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से कहा कि अगर किसी भी चीज की आवश्यकता है तो तुरंत बताएं। शासन स्तर पर भी कोई चीज लंबित है तो उसकी भी जानकारी दें ताकि उसका निस्तारण कराया जा सके। इसके साथ ही आबकारी आयुक्त व नोडल अधिकारी पी। गुरू प्रसाद ने कहा जनपद का मृत्युदर प्रदेश के औसत मृत्यु दर से ज्यादा है। इसे नियंत्रित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मरीज का समय से टेस्ट हो, समय से उसे मेडिकल में रेफर या भर्ती किया जाए यह बहुत आवश्यक है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग जिन मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जाना है, उसका निर्णय शीघ्र लें। कांट्रेक्ट ट्रेसिंग को ठीक प्रकार से करें। हाई रिस्क व्यक्तियों की टेस्टिंग प्राथमिकता पर कराई जाए। नोडल अधिकारी ने बैठक से पूर्व सीएमओ ऑफिस का भी निरीक्षण किया। वहां उन्होंने उपलब्ध व शासन को भेजे जा रहे डाटा तथा पोर्टल पर अपलोड डाटा का गहनता से परीक्षण किया।

पांच जोन में बांटा शहर

डीएम के। बालाजी ने बताया कि शहर को पांच जोन में बांटा गया है। इनके इंचार्ज एसीएमओ होंगे। इसके तहत सभी जोन प्रभारी को टेस्टिंग चैक करने, प्राइवेट अस्पताल नियमित रूप से सस्पेक्टेड्स की सूचनाओं को चेक करना, सीएचसी-पीएचसी पर समस्या हो तो उनका निस्तारण करने, निगरानी समिति के साथ समन्वय के साथ कार्य करने, घर-घर सर्वे अभियान की समीक्षा करने, कांटेक्ट ट्रेसिंग को प्रभावी रूप से लागू कराने, पार्षद के साथ समन्वय करने आदि की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होने कहा कि सभी कार्यो को बांटा गया है ताकि अच्छे और प्रभावी ढंग से कार्य किया जा सके।

Posted By: Inextlive