जीपीएस से लैस होंगे स्कूली वाहन
स्कूली वाहन में सीसीटीवी भी लगेंगे, ड्राइवर के पास 5 साल का ड्राइविंग का अनुभव भी जरूरी
स्कूल वाहन संचालन के लिए तय हुए नियम, ट्रैफिक पुलिस ने संभाला मोर्चा Meerut। स्कूली वाहनों के लिए उत्तर प्रदेश मोटरयान नियमावली को कानूनी तौर पर अमलीजामा पहना दिया गया है। अब नए नियम के तहत सभी स्कूली वाहन जीपीएस सिस्टम और स्पीड कंट्रोल डिवाइस से लैस होंगे। चालकों के लिए वाहन चलाने का पांच वर्ष का अनुभव, डीएल, वर्दी आदि चीजें अनिवार्य की गई हैं। टीएसआई दीन दयाल दीक्षित ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा के लिए गाइन लाइन का लागू कराने के लिए अभियान चलाया जाएगा। शुरूआत में सभी को लेटर भेजकर सूचित किया जा रहा है। इसके बाद सख्ती से पालन होगा। करीब 1500 स्कूली वाहनएसपी ट्रैफिक संजीव वाजपेयी ने बताया कि स्कूली वाहनों पर जीपीएस सिस्टम व कंट्रोलर के साथ सीसीटीवी लगाने के लिए स्कूली वाहनों की गाइडलाइन जारी की गई है। उन्होंने कहा कि जीपीएस सिस्टम के अलावा बसों में सीसीटीवी भी लगेंगे, जिससे बच्चों की सुरक्षा हो सके। अभी मेरठ में करीब 1500 स्कूली वाहन सड़क पर दौड़ रहे हैं।
ड्राइवर का पुलिस वैरीफिकेशनस्कूलों को साल में एक बार ड्राइवर का हेल्थ और आई टेस्ट कराना होगा। सभी ड्राइवर का पुलिस वैरीफिकेशन होना जरूरी होगा। इसके अलावा ड्राइवर के पास पांच साल ड्राइविंग का अनुभव भी होना चाहिए।
यह भी होगा जरूरी स्कूली वाहनों की डीजल संचालित गाडि़यों की आयु 10 साल और सीएनजी वाहनों के लिए 15 साल होगी। बस ड्राइवर को खाकी फुल शर्ट और पैंट पहननी होगी स्कूल वैन ड्राइवर को स्लेटी शर्ट और फुल पैंट पहननी होगी बस और वैन हेल्पर को नेवी ब्लू फुल शर्ट और फुल पैंट पहननी होगी ड्राइवर को स्कूल द्वारा जारी पहचान पत्र और मोबाइल नंबर सहित नेम प्लेट मिलेगी बस या वैन येलो कलर में रंगी जाएगी, आगे-पीछे स्कूल वाहन लिखना होगा स्कूल बस या वैन के दोनों साइड में स्कूल का नाम भी लिखना होगा बस में इमरजेंसी गेट, फ्रंट गेट पर हैंडरेल पायदान, छत में होल्डिंग रॉड प्रेशर हॉर्न नहीं लगाया जाएगा, फायर एक्सटिंग्यूसर और फर्स्ट ऐड बॉक्स रखना होगा सीट के नीचे बैग रखने के लिए रैक होगी बस में सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस सिस्टम भी लगाना होगा स्कूली वाहन की स्पीड 40 होगी और स्पीड गर्वनर भी लगा होगा हेल्पर को मोबाइल भी रखना होगा, ताकि वह इमरजेंसी में सूचना दे सकेस्कूली बसों में जीपीएस व स्पीड कंट्रोलकर लगवाने के निर्देश जारी किए गए हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है। सभी स्कूलों व ट्रांसपोर्टरों को नोटिस भेजकर सूचित किया जा रहा है।
संजीव वाजपेई, एसपी ट्रैफिक ट्रैफिक पुलिस का पूरा सहयोग किया जाएगा। यह मामला बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। सीसीटीवी, जीपीएस सिस्टम से बच्चों की सुरक्षा और बढ़ जाएगी। राहुल केसरवानी, सचिव सहोदय अधिकतर स्कूली बच्चों की बसें गाइडलाइन पूरी करती हैं,लेकिन सीसीटीवी कैमरे अभी बसों में नहीं लगे हैं। इन्हें भी जल्द ही लगवा लिया जाएगा। मयंक गुप्ता, डायरेक्टर, कावेरी ट्रैवल्स बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। ट्रैफिक के नियमों का पालन कराया जाएगा। परमिंदर सिंह, प्रधानाचार्य, वेद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल -------------------- ट्रैफिक पुलिस के साथ स्कूल प्रशासन खड़ा हुआ है। बच्चों की सुरक्षा के लिए ट्रैफिक पुलिस ने एक अच्छा कदम उठाया है। पारूल चौधरी, प्रधानाचार्य, करन पब्लिक स्कूल