आखिर किसने दबा दिया जांच का लेटर?
- एडीएम ई के पास नहीं है जांच का कोई लेटर
- सीएम के आदेशों के अनुसार 10 दिनों में सौंपनी है जांच की रिपोर्ट Meerut : सीएम ऑफिस के आदेशों के अनुसार मेरठ के एडीएम-ई को दस दिनों में मेरठ के पूर्व आरएसओ और मौजूदा डिप्टी डायरेक्टर स्पोर्ट्स के खिलाफ जांच सौंपनी थी। ताज्जुब की बात तो ये है कि जांच के आदेशों की कॉपी एडीएम ई के पास पहुंची ही नहीं है। अब सवाल ये है कि स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट और सीएम ऑफिस से मूव हुआ जांच के आदेश का लेटर आखिर कहा दब गया? कहां दब गया लेटर?सीएम के आदेश का लेटर एडीएम ई ऑफिस तक नहीं पहुंचा है। इस बात को हफ्ता भर हो चुका है, लेकिन लेटर न पहुंच पाने के कारण जांच अभी तक शुरू भी नहीं हो सकी है। अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर सीएम अखिलेश यादव द्वारा जारी किया गया जांच का लेटर कहां दब गया? या यूं कहें कि कहां दबा दिया गया? अगर ये बात सही है तो इस लेटर को किसने दबाया ये भी जांच का विषय है।
लेटर नहीं, जांच नहींवहीं प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो जब तक जांच की कॉपी उनके कार्यालय पर नहीं आ जाती तब तक जांच कैसे की जा सकती है? वैसे रोज आने वाली डाक और लेटर पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं। वहीं इस जांच के बारे में उनके पास पूरी जानकारी भी है। लेटर आने के बाद ही ही कोई कार्रवाई संभव हो सकेगी। उससे पहले नहीं।
ये है मामला एक महिला कोच ने पूर्व आरएसओ पर शारीरिक एवं मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मामला सीएम से स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट पहुंचा तो तुरंत कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए। वहीं सीएम ने जांच का आदेश एडीएम ई को सौंपी है और 10 दिनों में रिपोर्ट भेजने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब देखने वाली बात होगी कि आखिर जांच किस तरह से होती है और किसके पक्ष में जाती है? अभी कोई अधिकारी आधिकारिक तौर बोलने को तैयार नहीं है। जांच से संबंधित लेटर मेरे पास नहीं आया है। वैसे मामला मेरे संज्ञान में है। लेकिन पूरा मामला लेटर आने के बाद ही समझ में आएगा। तभी जांच निष्पक्ष तरीके से की जा सकेगी। - सुभाष चंद्रा, एडीएम-ई, मेरठ