सिनेमा हाल, मॉल, बाजार से कम हो रही लोगों की भीड़,

व्यापार में लगातार बढ़ रहा मंदी का आसार

Meerut। कोरोना के लगातार बढ़ते दायरे का असर शहर के मॉल और बाजारों में दिखने लगा है। सिनेमा और मल्टीप्लेक्स बंद होने से मॉल्स में भीड तो जैसे गायब ही हो गई है, वहीं बाजारों में भी लोग अब केवल अपने जरुरी सामान की खरीदारी करने निकल रहे हैं। हालत यह है कि बाजारों में अनावश्यक रूप से रहने वाली भीड़ एकदम से कम हो गई है। ग्राहकों की लगातार कम होती भीड़ से जहां व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है, वहीं सिनेमा उद्योग को तगड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।

मॉल में शोरूम सूने

शहर के दो प्रमुख मॉल पीवीएस और शॉपरिक्स, जिनमें दिनभर हलचल और भीड़ भाड़ रहती थी। मंगलवार को पूरी तरह सूने रहे। गिने चुने ग्राहक मॉल में दिखाई दिए। मल्टी स्क्रीन सिनेमा बंद होने से मॉल के बिजनेस को काफी असर पड़ रहा है। फूड काउंटर से लेकर गेम काउंटर, गारमेंट्स शॉप सभी खाली रहे। वहीं कार्निवल सिनेमा तो पूरी तरह से बंद हो गया है। क्योकि उनमें केवल सिनेमा के शौकीन आया करते हैं।

सिनेमा पर लगा ताला हुए बंद

वहीं शहर के पुराने और प्रसिद्ध सिनेमा जैसे नंदन, निशात, अप्सरा पर भी मंगलवार सुबह से ही ताला लटक गया। इस ताले को देखकर सिने प्रेमी निराश होकर वापस लौट गए।

बाजार सूने, व्यापारी परेशान

वहीं शहर के बाजारों की बात करें तो शहर के प्रमुख आबूलेन बाजार हो या वैली बाजार, लालकुर्ती बाजार या सदर बाजार या फिर सेंट्रल मार्केट ग्राहक भी अब अपनी जरुरत के हिसाब से ही बाजारों में पहुंच रहा है। बाजार में ग्राहक तो है लेकिन भीड़ नही है। दुकानों पर जो ग्राहक आ रहे हैं वह भी काफी कम है।

पार्क और मंदिर पर दिखा असर

वहीं दूसरी ओर सुबह शाम पार्क और शहर के मंदिरों में जुटने वाली भीड़ भी मंगलवार को अन्य दिनों की तुलना में कम दिखी। खासतौर पर पार्क में भी बच्चों की संख्या लगातार कम हो रही है। पेरेंटस अपने बच्चों को सुरक्षा के लिए पार्क मे भेजने से कतराने लगे हैं।

सिनेमा बंद होने से हर रोज करीब 10 से 15 लाख रुपए का नुकसान होगा। हमारे पास कोई विकल्प नहीं है इस भरपाई का, इसलिए हम सरकार से मांग करेंगे कि इस माह सिनेमा हॉल का बिजली बिल माफ किया जाए, ताकि सिनेमा उद्योग को कुछ राहत मिल सके।

अजय गुप्ता, अध्यक्ष सिनेमा एसोसिएशन

Posted By: Inextlive