- आरजी पीजी कॉलेज की छात्राओं के बीमार होने के बाद छात्राओं ने उठाया मुद्दा

- इससे पहले भी की जा चुकी है शिकायत

Meerut : आरजी पीजी कॉलेज की कैंटीन में खराब खाना खाकर छात्राओं के बीमार होने का मामला सामने आया था। बुधवार को कैंटीन का खाना खाकर कई छात्राओं के बीमार होने की सूचना भी मिली थी। लेकिन बावजूद इसके अभी तक कैंटीन पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। छात्राओं ने इस संबंध में कार्रवाई के लिए प्रिंसीपल को दो दिन का समय दिया है।

प्रिंसीपल पर दवाब बनाने का आरोप

कॉलेज छात्राओं का आरोप है कि कॉलेज पि्रंसीपल यहां की छात्राओं पर दवाब बनाती हैं। इसीलिए यहां की छात्राएं कॉलेज प्रिंसीपल के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद नहीं कर पाती है। बताया यह भी जा रहा है कि यहां इसी कारण कॉलेज हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं को ही छात्रसंघ चुनाव जिताया जाता है।

बयान मांगा तो लगी धमकाने

कैंटीन में खराब खाने को लेकर कालेज द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में जब प्रिंसीपल से बात की गई तो उन्होंने कार्रवाई की बात न कर उल्टे रिपोर्टर को ही धमकाने की कोशिश की। जबकि पूरी खबर छात्रों की लिखित शिकायत पर और उन्हीं से बातचीत के आधार पर ही लिखी गई थी। खबर में प्रिंसीपल से भी बातचीत की गई थी।

प्रिंसीपल को दो दिन का समय

इस संबंध में प्रिंसीपल से बात हो चुकी है। प्रिंसीपल ने मीटिंग कर कमेटी बनाकर जांच करने के लिए कहा है। हमने प्रिंसीपल को दो दिन का समय दिया है अगर दो दिन में कुछ नहीं होता है तो इस मुद्दे को फिर से उठाया जाएगा।

-भारती सोम, पूर्व अध्यक्ष, कॉलेज छात्रसंघ

प्रिंसीपल से इस संबंध में बात हुई थी। प्रिंसीपल ने इस बारे में जल्द ही जांच करने के लिए बोला है।

-स्वाति चौधरी, अध्यक्ष कॉलेज छात्रसंघ

जब-जब कोई छात्रा कॉलेज की गलतियों पर आवाज उठाती है तो प्रिंसीपल द्वारा उसे दबा दिया जाता है। इसीलिए कॉलेज की कोई छात्रा इस संबंध में आवाज नहीं उठा पाती है। शायद यही वजह छात्रसंघ चुनाव में हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं को ही जिताया जाता है, जिससे कि प्रिंसीपल का दबदबा बना रहे।

मीनल गौतम, पूर्व उपाध्यक्ष, यूनिवर्सिटी

हमने कॉलेज की छात्राओं से इस बारे में पूछा है। कोई भी छात्रा बीमार नहीं हुई है। अगर कोई छात्रा बीमार होती तो उसको डॉक्टर से दिखाया जाता।

-डॉ। सीमा जैन, प्रिंसीपल आरजी पीजी कॉलेज

Posted By: Inextlive