स्टूडेंट्स का भविष्य बेहतर हो. इसके लिए सीबीएसई स्कूलों की भांति अब पहली बार यूपी बोर्ड में भी नई शिक्षा नीति के तहत 10वीं व 12वीं के स्टूडेंट्स की करियर काउंसिलिंग की जाएगी. जिसके लिए बोर्ड की ओर से दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं.


मेरठ (ब्यूरो)। स्टूडेंट्स का भविष्य बेहतर हो। इसके लिए सीबीएसई स्कूलों की भांति अब पहली बार यूपी बोर्ड में भी नई शिक्षा नीति के तहत 10वीं व 12वीं के स्टूडेंट्स की करियर काउंसिलिंग की जाएगी। जिसके लिए बोर्ड की ओर से दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। वहीं, वर्ष 2022-23 की बोर्ड परीक्षाएं भी नए पैटर्न पर आयोजित की जाएंगी। जिसके बदलाव की तैयारियां इसी सत्र से शुरू कर दी जाएंगी।

बोर्ड सचिव ने दिए निर्देश
इस संबंध में बोर्ड सचिव ने सभी डीआईओएस को इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बैठक के दौरान बताया है कि यूपी बोर्ड में नई शिक्षा नीति के तहत इस साल कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। जिसको लेकर बोर्ड की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बोर्ड की ओर से वर्ष 2022-23 का एकेडमिक कैलेंडर भी जारी किया जा चुका है। जिसके अनुसार पहली बार सेशन में पांच परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग की तरह अब माध्यमिक स्कूलों में भी स्कूल चलो अभियान शुरू किया जाएगा।

30 नंबर के होंगे एमसीक्यू
प्री-बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन फरवरी व फाइनल परीक्षाओं का आयोजन मार्च में होगा। क्लास नौवीं व 11वीं के नए पैटर्न के अनुसार पेपर में दो सेक्शन होंगे। पहले सेक्शन में 30 अंकों के मल्टीपल च्वाइस प्रश्न (एमसीक्यू) होंगे व दूसरे सेक्शन में 70 अंकों का वर्णात्मक पेपर होगा। नौवीं से इंटर के स्टूडेंट्स के लिए असेसमेंट के लिए पूरे सेक्शन में पांच मासिक परीक्षाएं कराई जाएंगी। मल्टीपल च्वाइस प्रश्नों के आधार पर मासिक परीक्षा जुलाई, नवंबर के आखिर और फरवरी के पहले सप्ताह में होंगी। वर्णात्मक मासिक परीक्षा अगस्त व नवंबर के अंतिम सप्ताह में आयोजित की जाएंगी। वहीं, अगर बात करें अद्र्धवार्षिक परीक्षा की तो प्रयोगात्मक परीक्षा सितंबर के अंतिम सप्ताह व लिखित परीक्षा अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में आयोजित होंगी। जिसके अंक नवंबर के पहले सप्ताह में वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे।


इन नियमों का होगा पालन
-स्टूडेंट्स के बेहतर भविष्य के लिए होगी करियर काउंसिलिंग
-अलग-अलग यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम की तैयारियों के लिए विशेष सत्र का आयोजन किया जाएगा।
-स्टूडेंट्स के ड्रॉप आउट रेट को कम करने के लिए स्कूल चलो अभियान चलाया जाएगा।
-स्टूडेंट्स को ई-मेल आईडी बनाने के लिए भी तैयार किया जाएगा ताकि डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा दिया जा सके।
-सभी स्कूलों में समर कैंप व एजुकेशनल ट्रिप का आयोजन होगा

वर्जन
इस बार विभिन्न बदलाव देखने को मिलेंगे। इसके साथ ही स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने को स्कूल चलो अभियान चलाया जाएगा।
गिरजेश कुमार, डीआईओएस

Posted By: Inextlive