बिजली चोरी रोकने और गलत बिलिंग की समस्या को दूर करने के लिए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से जुड़े 61 लाख के करीब उपभोक्ताओं के मीटरों को स्मार्ट मीटर में बदलने जा रहा है।

मेरठ (ब्यूरो)। विभाग की योजना के अनुसार मार्च 2025 तक हर उपभोक्ता के घर में स्मार्ट मीटर से ही बिजली सप्लाई होगी। इस मीटर की खासियत ये रहेगी कि इस मीटर को मोबाइल की तरह ही रिचार्ज किया जा सकेगा। उपभोक्ता खुद अपने बिजली उपयोग को कंट्रोल कर सकेगा। इस योजना के तहत मेरठ जोन में लगे 1 लाख 40 हजार से अधिक पोस्टपेड मीटर को स्मार्ट मीटर में कंवर्ट किए जाएंगे। जनपद में करीब 577973 उपभोक्तओं को स्मार्ट मीटर का लाभ मिलेगा।

फैक्ट्स
पीवीवीएनएल के करीब 6143261 उपभोक्ताओं को मिलेगा स्मार्ट प्रीपेड मीटर
मेरठ में अब तक करीब 140975 स्मार्ट मीटर उपभोक्ता हैं।
इस योजना के तहत पोस्टपेड मीटर स्मार्ट मीटर में कंवर्ट किए जाएंगे।
रिवेंप्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत बदले जाएंगे मीटर।
इस योजना के तहत मेरठ के करीब 5,77973 उपभोक्ताओं के घर लगेंगे स्मार्ट मीटर।
सबसे अधिक गाजियाबाद में लगेंगे 9,59988 स्मार्ट मीटर।
दूसरे नंबर पर बिजनौर में 5,99859, बुलंदशहर में 5,34999 और मुरादाबाद में लगेंगे 5,33795 स्मार्ट मीटर।
इस योजना पर करीब 4946 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान।
ये स्मार्ट प्रीपेड मीटर 4 जी तकनीक से संचालित होंगे।
घर बैठे ही उपभोक्ता स्मार्ट प्रीपेड मीटर को मोबाइल की तरह रिचार्ज कर सकेंगे।
इस मीटर से हर दिन होने वाली बिजली के उपयोग से लेकर बिल तक की जानकारी मिलेगी।
मीटर रीडर रीङ्क्षडग लेने घर नहीं आएगा आपको खुद ही अपना बिल रीडिंग के अनुसार जमा करना होगा।

बिजली चोरी, गलत बिजली बिल जैसी कई प्रमुख समस्याओं पर इस स्मार्ट मीटर से रोक लग जाएगी। स्मार्ट मीटर की टेंडर प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। यह काम जुलाई माह से शुरू कर दिया जाएगा।
विजय पाल, एसई सिटी

Posted By: Inextlive