करप्शन के मामले में एसओ हस्तिनापुर लाइनहाजिर

शास्त्रीनगर स्थित एसओ आवास पर विजिलेंस का छापा

एक साल से बिना बिल भुगतान के कर रहा बिजली का उपयोग

Meerut। हस्तिनापुर थाना क्षेत्र में आलीशान फार्म हाउस बनाने के मामले में एसओ धर्मेंद्र सिंह पर अब पुलिस प्रशासन की नजरें टेढ़ी हो गई हैं। आय से अधिक संपत्ति का मामला सामने आने पर एसएसपी अजय साहनी ने हस्तिनापुर के थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह को मंगलवार को लाइन हाजिर कर दिया। वहीं दूसरी और बिजली विभाग की विजिलेंस टीम ने एसओ के मेरठ में स्थित फ्लैट में छापा मारकर भारी मात्रा में बिजली चोरी पकड़ी है। इस फ्लैट की कीमत भी करीब 50 लाख रुपए बताई जा रही हैं। एसएसपी ने सीओ मवाना को आरोपों की प्रारंभिक जांच सौंपी है। इसके साथ ही एसओ की संपत्ति से लेकर पुराने मामलों की जांच शुरु हो गई है।

फार्म हाउस बनाकर फंसे एसओ

दरअसल सवा दो साल से हस्तिनापुर के थानाध्यक्ष पद पर तैनात धर्मेंद्र सिंह ने द्रौपदी घाट के नजदीक घने जंगल में खेतों के बीच दो बीघे में आलीशान फार्म हाउस बनाया हुआ है। फार्म हाउस के चारों तरफ कृषि भूमि है, जहां पर किसान खेती करते हैं। जबकि इसे बनाने के लिए कई हरे पेड़ काटे गए हैं जबकि नियमानुसार जंगल में आवासीय निर्माण नहीं किया जा सकता है। यही नहीं इस कृषि भूमि पर बाउंड्रीवाल भी नहीं बनाई जा सकती है। वहीं नियमों को दरकिनार कर इस फार्म हाउस की चौबीसों घंटे रखवाली के लिए थाने के एक सिपाही और एक होमगार्ड को भी तैनात किया हुआ है। इस आलीशान फार्म हाउस का मामला सामने आने पर मंगलवार को एसएसपी ने मामले की जांच सीओ मवाना को देते हुए एसओ को लाइन हाजिर कर दिया। पुलिस के अनुसार एसओ पर आय से अधिक संपत्ति रखने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप में जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार एसओ ने मेरठ में कई अन्य फ्लैट और जमीन खरीदी हुई है जिसकी जांच की जा रही है।

विजिलेंस टीम ने मारा छापा

वहीं सस्पेंशन के बाद दोपहर के समय बिजली विभाग की विजिलेंस टीम ने एसओ धमेंद्र सिंह के चाणक्य पुरी रोड पर स्थित एस टू एस कार्नेशन कालोनी में फ्लैट नंबर 25 में छापा मारकर भारी मात्रा में बिजली चोरी पकड़ी है। फ्लैट पर बिना कनेक्शन के ही बिजली का प्रयोग किया जा रहा था। हालांकि पिछले पांच छह माह से फ्लैट में कोई रह नही रहा था। लेकिन बिना कनेक्शन बिजली के उपयोग मिलने पर धमेंद्र सिंह के खिलाफ अवैध संयोजन की धारा 135 में एफआइआर दर्ज कराई गई है। इस फ्लैट की कीमत भी करीब 50 लाख रुपए बताई जा रही है। बिजली विभाग ने फिलहाल एक साल का अस्मेंट वसूलने की तैयारी शुरु कर दी है।

हमें सूचना मिली थी कि एसओ का मेरठ में भी आवास है उसकी जांच की गई तो कनेक्शन नही लिया गया था। डायरेक्ट केबिल डाला हुआ था। इसी आधार पर एक साल का करीब एक लाख रुपए का बिल वसूला जाएगा। धारा 135 में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।

एके सिंह, सिटी एसई

Posted By: Inextlive