गोला कुआं के पास इस्लामाबाद में फेमस इलियास चौक के बराबर वाली इलियास गली में एक किराए के मकान चल रहा सट्टा बाजार

ऑफिस के अंदर बैठे लोग दिन में दो बार बुक करते हैं सट्टे का नंबर, पुलिस से लेकर आला अधिकारी तक बेखबर

Meerut। कोरोना संक्रमण के कारण लागू लॉकडाउन के चलते भले ही अच्छे से अच्छे धंधे की रफ्तार मंद हो गई हो लेकिन कई अवैध कारोबार ऐसे हैं, जो शहर के अलग-अलग इलाकों में लॉकडाउन की परवाह किए बिना धड़ल्ले से चल रहे हैं। यहां हम बात कर रहे हैं शहर में फल-फूल रहे सट्टे के कारोबार की। सप्ताह के सातों दिन शहर के मोहल्लों में बंद दरवाजों के पीछे यह कारोबार करने वाले लोगों की जेब खाली कर मोटी कमाई में जुटे हैं। शहर के रियाहशी इलाके में बंद मकान के अंदर कई माह से चल रहे सट्टे के कारोबार को आखिरकार कड़ी मेहनत के बाद दैनिक जागरण आई नेस्क्ट की टीम ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। जगह थी, गोला कुआं के पास इस्लामाबाद में फेमस इलियास चौक के बराबर वाली इलियास गली में एक किराए का मकान।

किराए के मकान में सट्टा बाजार

बाहर से गोदाम टाइप इस मकान के अंदर बकायदा सट्टे खिलाना का पूरा इंतजाम था। एक ऑफिस के अंदर सट्टा लगाने वाले कर्मचारी, जिन्हें कारोबार की भाषा में मुंशी कहा जाता है, काउंटर पर बैठकर सट्टा नंबर नोट कर रहे थे। कमरों में बकायदा तीन चार काउंटर बनाकर सट्टा नंबर नोट करने का काम किया जा रहा था। काम इतना पक्का था कि एक मुंशी सट्टा नंबर रजिस्टर में नोट कर पैसा जमा रहा था और दूसरा पीछे बैठा हुआ उसे कंप्यूटर में चढ़ा रहा था। काउंटर पर कई आदमी बारी-बारी से अपना सट्टा नंबर बोलकर नोट करा रहे थे। इनमें कुछ बुजुर्ग और युवा शामिल थे। रिपोर्टर का नंबर आया तो रिपोर्टर ने भी काउंटर पर जाकर अपने नंबर पर सट्टे की बोली लगा दी। रिपोर्टर और सट्टा नोट करने वाले मुंशी की बातचीत के मुख्य अंश

रिपोर्टर- 75 और 25 नंबर पर 20-20 रुपये लगा दो

मुंशी ने इस बोली की पर्ची काटकर पीली पर्ची अपने पास रख ली और पैसा जमा कर लिया।

रिपोर्टर (दूसरी बोली लगाते हुए)- 96 नंबर पर 100 रुपये का लगा दो

दूसरी बोली की भी पीली पर्ची काटकर मुंशी ने अपने पास रख ली और पैसा जमा कर लिया।

यह है सट्टे का गणित

ऑफलाइन सट्टे में 1 से 100 नंबर तक जिस-जिस नंबर पर बोली लगाई जाती है, सटटा खुलने पर अगर वह नंबर आता है तो उस बोली का कई गुना पैसा सट्टा लगाने वाले को मिलता है। एक रुपये लगाने वाले को 80 रुपये, 40 रुपये लगाने वाले को 1600 रुपये तक मिलते हैं। रोजाना दिन में दो बार ये सट्टा खोला जाता है।

Posted By: Inextlive