मवाना रोड पर जेपी एकेडमी के सामने शुक्रवार देर रात हुआ हादसा

खतौली के दो युवक समेत तीन की मौत, दो घायल

Meerut। मवाना रोड पर तेज रफ्तार ने कार सवार तीन युवकों की जान ले ली, जबकि उनके दो साथी घायल हो गए। गड्ढे को बचाने के चक्कर में नई बलेनो कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। स्वजन ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने तीनों के शव स्वजन को सौंप दिए।

ये है मामला

खतौली के लाल मोहम्मद मोहल्ला निवासी आदिल पुत्र अशफाक अपने स्थानीय दोस्त सिकंदर निवासी वसीम के साथ शुक्रवार रात इंचौली के मेन बाजार निवासी अपने मौसेरे भाई सलमान पुत्र मुन्ना के पास आया था। यहां से तीनों ने हापुड़ रोड स्थित एक होटल में डिनर का कार्यक्रम तय किया। इसमें सलमान ने अपने साथ इंचौली निवासी दोस्त शाह आलम पुत्र जावेद व हुसैन पुत्र फारूख को भी साथ ले लिया। पांचों युवक डिनर करने के बाद शुक्रवार देर रात कार में सवार होकर वापस इंचौली लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि मवाना रोड पर जेपी एकेडमी के पास गड्ढे को बचाने के चक्कर में तेज रफ्तार कार नाली में गिरने के बाद पेड़ से जा टकराई। कार की स्पीड इतनी तेज थी कि टक्कर लगने के बाद धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग जाग गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पांचों को क्षतिग्रस्त कार से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने आदिल, सिकंदर व सलमान को मृत घोषित कर दिया। शाह आलम व हुसैन मवाना रोड स्थित सूर्या अस्पताल में उपचाराधीन हैं। मृतक सिकंदर ने पिछले वर्ष इंटर की परीक्षा पास की थी। आदिल मेडिकल स्टोर पर काम करता था, जबकि सलमान बेगमपुल पर आर्टिफिशियल ज्वैलरी का काम करता था। मृतकों की उम्र 20 से 22 वर्ष के बीच थी। इंस्पेक्टर गंगानगर बिजेंद्र पाल राणा का कहना है कि कार की गति काफी तेज थी।

शाहआलम ने किया था फोन

हादसे की भयावहता का अंदाजा कार की हालत को देखकर लगाया जा सकता है। नई बलैनो कार पूरी तरह से कचरे के डिब्बे में तब्दील हो गई। हादसे के बाद पांचों युवक कार में फंसे थे। केवल शाहआलम होश में था। उसने अपने एक परिचित को फोन कर सहायता की गुहार लगाई। हालांकि, उससे पहले ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को कड़ी मशक्कत के बाद कार से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया।

नहीं कराया पोस्टमार्टम

सिकंदर, आदिल व सलमान के स्वजन ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। इंचौली से लेकर खतौली तक गम का पहाड़ टूट पड़ा। शनिवार शाम को तीनों शव खतौली और इंचौली पहुंचे तो पूरा गांव दुख की घड़ी में शरीक हुआ।

Posted By: Inextlive