गत वर्ष कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में खेल प्रतियोगिताएं बंद होने से स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्री को हुआ करोड़ों का नुकसान

बजट 2021 से स्पो‌र्ट्स व्यापारियों को खासी उम्मीदें, टैक्स में रियायत के साथ लोन की ब्याज दरों में कमी की डिमांड

Meerut। कोरोना के कारण आठ महीने लंबे लॉकडाउन के कारण नुकसान झेल रहे व्यापारियों को आने वाले बजट 2021 से बेहद उम्मीदें हैं। बजट से व्यापारी व्यवसायिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए रियायतों की उम्मीद लगाए बैठे हैं। अगर बात करें मेरठ की स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्रीज की, तो स्पो‌र्ट्स गुड्स का व्यापार करने वाले व्यापारियों को कोरोना काल में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। चूंकि कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन के चलते देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में होने वाली खेल प्रतियोगिताओं को मार्च से अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। ऐसे में अब व्यापारियों को जीएसटी में छूट के साथ-साथ स्पो‌र्ट्स गुडस रॉ मेटेरियल के प्राइस कंट्रोल की कुछ उम्मीदें बजट से हैं। हालांकि बजट व्यापारियों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है ये तो वक्त ही बताएगा।

लॉकडाउन की मार

ओलंपिक से लेकर टी-20 क्रिकेट व‌र्ल्ड कप और आईपीएल समेत तमाम बड़ी खेल स्पर्धाओं को कोरोना काल बनकर आठ माह तक निगलता रहा। हालांकि मेरठ में स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्रीज पांच माह तक ठप रही लेकिन उसके बाद भी जो काम शुरू हुआ, उससे व्यवसाय के पटरी पर लौटने की गति बेहद धीमी है। स्पो‌र्ट्स व्यापारियों के मुताबिक कोरोनाकाल से पहले इंस्डस्ट्रीज के पास घरेलू और विदेशी बाजार के लिए बड़े आर्डर थे। मार्च में आईपीएल के स्थगित होने और अक्टूबर में निर्धारित टी-20 क्रिकेट व‌र्ल्ड कप के रद होने से सारे ऑडर्स अटक गए, जिससे इंडस्ट्रीज को भारी नुकसान उठाना पड़ा। इतना ही नहीं, इंडस्ट्रीज को रेग्यूलर चलने वाला उत्पादन भी बंद करना पड़ा। जिससे दक्षिण अफ्रीका समेत ऑस्ट्रेलिया, इंगलैंड और न्यूजीलैंड आदि देशों में जाने वाला स्टॉक फैक्ट्रियों में ही रखा रह गया। ऐसे में अब बजट 2021 से मेरठ के स्पोटर्स व्यापारियों को खासी उम्मीदें हैं।

कोरोना के कारण स्पो‌र्ट्स के पीक सीजन में ढाई माह तक इंडस्ट्री बंद रही। इसके साथ सालभर कई बड़ी प्रतियोगिताएं रद हो गई, इससे स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। लॉकडाउन के बाद अब मंदी के दौर का सामना व्यापारियों को करना पड़ रहा है। ऐसे में अब बजट में स्पोटर्स इंडस्ट्रीज को जीएसटी में रियायत की उम्मीद है। टैक्स में कुछ रियायत मिले तो इंडस्ट्रीलिस्ट अपने नुकसान की भरपाई कर पाएंगे।

जतिन सरीन, निदेशक, एसएस

कोरोना काल से लगातार स्पो‌र्ट्स गुड्स से जुडे़ रॉ मैटेरियल जैसे, लोहा, लकड़ी, पैकिंग पेपर, गत्ते, कागज, पॉलीथिन सभी के दाम लगातार और हर माह बढ़ रहे हैं। ऐसे में व्यापारियों के लिए अपने बजट को बनाए रखना मुश्किल हो रहा है। पहले से नुकसान झेल रहे व्यापारियों को बिजनेस में बैलेंस बना पाना मुश्किल हो गया है। सरकार से यही उम्मीद है कि वह बजट 2021 में प्राइस कंट्रोल के लिए कुछ घोषणा करे।

अनुज सिंघल, अध्यक्ष, सूरजकुंड स्पो‌र्ट्स मार्केट

कोरोना के कारण स्पो‌र्ट्स मार्केट में पहले बंदी और अब मंदी का दौर चल रहा है। हमें तो बस टैक्स में रियायत की उम्मीद है। हालांकि इससे भी स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्रीज को कुछ खास फायदा नहीं मिलेगा। इसके साथ-साथ स्कूल-कॉलेज में स्पो‌र्ट्स गुड्स खरीदने के टेंडर के लिए बजट दिया जाए। इसका लाभ स्पो‌र्ट्स कारोबारियों को मिलेगा।

दीपक महाजन, निदेशक, मीशा स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्रीज

विश्वस्तरीय टूर्नामेंटों के लिए मेरठ की कंपनियां इंग्लिश विलो से बल्ले बनाती हैं। जिसे इंग्लैंड से आयात किया जाता है। विलो से भरे कंटेनर कोरोना काल में मुंबई बंदरगाहर पर कई माह तक अटके रहे थे। इससे इंडस्ट्रीज को करोड़ों का नुकसान रहा। हालांकि अब इंडस्ट्रीज ने दोबारा उभरना शुरू किया है। हमें बस टैक्स में सरकार कुछ रियारत दे दे और इंडस्ट्रीज के लोन की ब्याज दर में कमी की जाए, तो कुछ बात बने।

अजित शर्मा, निदेशक, केडी स्पो‌र्ट्स

Posted By: Inextlive