किसे देने थे हथियार, यही बड़ा सवाल
48 घंटे बाद भी कई सवालों का जवाब नहीं खोज सकी पुलिस
एसटीएफ और नौचंदी पुलिस खाली हाथ, शुक्रवार को पकड़े गए थे दोनों तस्कर तस्करों ने पंचायत चुनाव को लेकर डिमांड पर हथियार तैयार किए जाने की बात कुबूली थी अवैध हथियार फैक्ट्री से मिला था हथियारों को जखीरा, दो नाम भी आए थे सामने Meerut। एसटीएफ और नौचंदी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में शुक्रवार को दो हथियार तस्कर दबोचे गए थे। जिनकी निशानदेही पर डी-ब्लॉक शास्त्रीनगर नाले के पास बिजलीघर के पीछे झोपड़ी में अवैध हथियार फैक्ट्री भी पकड़ी गई थी। यहां से अवैध हथियारों का जखीरा बरामद हुआ था। जिसके बाद एसटीएफ और पुलिस ने अलग-अलग प्रेस नोट जारी इसे अपना गुडवर्क बताया था। मगर अब इस गुडवर्क पर ही सवाल उठने लगे हैं। ये है मामलादरअसल, शुक्रवार को सीओ एसटीएफ बृजेश कुमार सिंह की टीम ने नई सड़क गढ रोड पर चेकिंग के दौरान स्कूटी से जा रहे शमशाद पुत्र इस्तियाक निवासी 799 सब्जी वाली गली शागाजा बाजार, मोहम्मद रईस उर्फ मुल्ला पुत्र इब्राहिम निवासी गली नंबर तीन ऊंचा पीर किदवई नगर लिसाडी गेट को गिरफ्तार किया था। जिनके पास से अवैध हथियार बरामद हुए थे। आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि वह इन हथियारों को दिखाने जा रहे हैं। साथ ही उन्हें ये हथियार जहीरुद्दीन पुत्र अल्लाराजी निवासी सराय बहलीम कोतवाली व नवाब पुत्र जलालुद्दीन निवासी जाटव गेट ब्रहमपुरी ने दिए थे।
दो दिन बाद खाली हाथ पकड़े गए तस्कर और हथियार फैक्ट्री के खुलासे के दो दिन बाद भी एसटीएफ और नौचंदी पुलिस दोनों खाली हाथ हैं। दोनों ही तस्करों से ये जानकारी नहीं जुटा सके कि आखिर फैक्ट्री में तैयार हथियार जाने कहां थे। हालांकि प्रेस विज्ञप्ति जारी करते एसटीएफ और पुलिस ने ये खुलासा किया था कि पकड़े गए तस्कर हथियारों को किसी को दिखाने जा रहे थे। ढूंढना होगा इन सवालों का जवाब तस्करों को पकड़ने से लेकर अवैध हथियार फैक्ट्री के खुलासे के बाद से पुलिस अब तक तस्करों से पूछताछ में सामने आए जहीरुद्दीन व नवाब के नामों तक नहीं पहुंच पाई है। साथ ही ऐसे बहुत से सवाल हैं, जिनकी तहकीकत अभी की बाकी है 1. पुलिस तस्करों से नहीं उगलवा सकी कि आखिर कहां सप्लाई किए जाने थे अवैध हथियार? 2. क्यों नहीं तस्करों द्वारा पूछताछ में उगले गए नामों तक पहुंच सकी पुलिस? 3. तस्करों के मोबाइलों को क्यों नहीं खंगाला गया?4. जिनके भी नाम सामने आए उनके नंबर्स सर्विलांस पर क्यों नहीं लिए गए?
5. अब तक किसे-किसे तस्करों ने अवैध हथियार सप्लाई किए, उनका खुलासा नहीं हुआ? 6. पंचायत चुनाव को लेकर किन-किन लोगों को हथियार सप्लाई किए जाने थे, उनके नामों का खुलासा नहीं हुआ? 7. हथियार बनाने के लिए कहां से लाते थे उपकरण, इसका भी खुलासा नहीं हुआ? 8. वाहन चोरी की बात सामने आई लेकिन तस्करों ने कहां-कहां से और अब तक कितने वाहन चोरी किए, इसका खुलासा नहीं हुआ? यह माल हुआ था बरामद 17 तमंचे 315 बोर एक तमंचा 12 बोर एक तमंचा 32 बोर तीन पिस्टल 32 बोर दो रिवाल्वर 32 बोर अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण एक स्कूटी एक्टिवा आरोपियों को रिमांड पर लेकर भी पूछताछ की जाएगी। जो भी नाम सामने आए हैं या आएंगे उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। बृजेश सिंह, सीओ, एसटीएफ