वेस्ट यूपी में खपाने को गांजा की 500 किलो खेप ला रहे तीन तस्कर गिरफ्तार, अनुमानित कीमत 50 लाख

एसटीएफ और एनसीबी ने बरेली में तस्करों का पीछा कर पकड़ा गांजा

ओडिशा से वेस्ट यूपी, दिल्ली और हरियाणा में खपाने को लाई जा रही थी खेप

Meerut। एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) ने मिलकर वेस्ट यूपी में आ रही गांजा की खेप को बरेली में पकड़ लिया। नारियल से भरे ट्रक में गांजा छिपाकर ला रहे तीन तस्करों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि ओडिशा से टुन्नू से गांजा खरीदकर वेस्ट यूपी, दिल्ली एनसीआर और हरियाणा में सप्लाई देते थे।

50 लाख का गांजा

एसटीएफ के डीएसपी ब्रजेश सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना मिलने पर एसटीएफ की टीम को गांजा की तस्करी में लगाया गया। शुक्रवार को ओडिशा से गांजा लेकर अंकुर मिश्रा और मयंक निवासी संजय नगर थाना बारादरी बरेली और सूरज निवासी बांसमंडी कोतवाली बरेली पांच कुंतल गांजा लेकर वेस्ट यूपी के मेरठ में आने वाले थे। यहां से गांजा की सप्लाई दिल्ली-एनसीआर और वेस्ट यूपी के कई जनपदों तथा हरियाणा में दी जानी थी। एसटीएफ और एनसीबी की टीम ने संयुक्त रुप से बरेली के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में नारियल से भरे ट्रक को रोक लिया। ट्रक में नारियल के अंदर पांच कुंतल गांजा छिपा हुआ था, जिसकी कीमत अनुमानित तौर पर 50 लाख बताई गई है।

टुन्नू और सनम की तलाश

मंयक और सूरज ने पूछताछ में बताया कि बदायूं के उझानी निवासी सनम ने ट्रक पर नौकरी के लिए रखा था। एक चक्कर लगाने के लिए 20-20 हजार की रकम दी जाती थी। सनम के कहने पर ही रुद्रपुर उत्तराखंड के पावर प्लांट से सामान भरकर छत्तीसगढ़ ले जाया करते थे। वहां सामान उतारने के बाद ट्रक को ओडिशा ले जाया जाते थे। वहां से नारियल के बीच में गांजा छिपाकर वेस्ट यूपी में सप्लाई दी जाती थी। ओडिशा में टुन्नू गांजा को लोड करता था। अंकुर मिश्रा ने बताया कि ओडिशा से गांजा चार हजार रुपये प्रति किलो खरीदकर वेस्ट यूपी में 12 हजार रुपये के हिसाब से बेचा जाता है। मेरठ, बरेली, सहारनपुर और गाजियाबाद के कई स्थानों पर गांजा की सप्लाई दी जाती थी। एसटीएफ की टीम गांजा की सप्लाई देने वाले टुन्नू और सनम की तलाश में जुट गई है।

तस्करों को लुभा रहा मोटा मुनाफा

यूपी में बड़े पैमाने पर उड़ीसा के कालाहांडी जिले से तस्करी कर गांजा लाया जा रहा है। तस्कर और नशे के सौदागर मोटे मुनाफे के लालच में गांजा तस्करी के धंधे को अंजाम देने में जुटे हैं। दरअसल, यूपी में आने वाले गांजे का ज्यादातर हिस्सा उड़ीसा के कालाहांडी से लाया जा रहा है। यहां जंगलों में इसकी भरमार है। जिसके चलते 2500 रुपये किलो के हिसाब से गांजा कालाहांडी में मिलता है, जबकि बाहर तस्करी करने वालो को ये गांजा चार हजार रूपये प्रति किलो के हिसाब से सप्लाई किया जाता है। वहीं यूपी आते-आते इस गांजे की कीमत 12 हजार रूपये प्रति किलो तक पहुंच जाती है। प्रति किलो पर आठ हजारा का मुनाफा तस्करों को उड़ीसा के कालाहांडी से यूपी में गांजे की तस्करी के लिए लुभाता है।

Posted By: Inextlive