मेरठ रेंज में बढ़ीं चोरी की घटनाएं, गाजियाबाद पहले व मेरठ दूसरे नंबर पर

- गाजियाबाद में इस साल 1128 जबकि मेरठ में 766 मामले चोरी के दर्ज किए गए

- बुलंदशहर, हापुड़ और बागपत में बहुत कम है चोरी के आंकड़े

- चोरी की बढ़ती वारदातों को लेकर रेंज में सीसीटीवी कैमरे और गश्त बढ़ाने के आईजी ने दिए आदेश

- बैठक में हर माह चोरी की समीक्षा विशेष तौर पर होगी, मेरठ और गाजियाबाद पर विशेष नजर

Meerut । मेरठ रेंज में गाजियाबाद और मेरठ में लगातार चोरी की घटनाएं बढ़ रही है। चोरी की घटनाओं में गाजियाबाद पहले नंबर पर है तो मेरठ दूसरे नंबर पर है। हालांकि बागपत, बुलंदशहर और हापुड़ में चोरी की वारदातों को पुलिस ने कंट्रोल किया हुआ है। वहां के चोरी के आंकड़े काफी कम है। ऐसे में चोरी की घटनाओं में कमी लाने के लिए आईजी ने मेरठ और गाजियाबाद के कप्तान को निर्देशित किया है। सीसीटीवी दुरुस्त कराने और रात को गश्त बढाने के दिशा-निर्देश दिए गए है ताकि चोरी की वारदात को पूरी तरह से रोका जा सके। हर माह होने वाली बैठक में चोरी की समीक्षा विशेष तौर पर मेरठ और गाजियाबाद की की जाएगी। जिससे यह देखा जा सकेगा कि पुलिस चोरी की घटनाओं को कंट्रोल कर पाने में सक्षम है या नहीं। यदि चोरी की वारदातों में कमी नहीं आई तो वहां के दारोगा और बीट सिपाहियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

आ रहीं शिकायतें

मेरठ और गाजियाबाद की चोरी की वारदातें बढ़ने की शिकायतें लगातार आईजी मेरठ रेंज प्रवीण कुमार के पास पहुंच रही थी। बंद मकान और दुकान में चोरी के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे थे। जिसको लेकर समीक्षा बैठक आईजी ने हाल ही में की थी। जिसमें मेरठ की अब तक 766 जबकि गाजियाबाद की 1128 चोरी की वारदात हो चुकी है। बुलंदशहर, बागपत और हापुड़ में यह आंकड़ा कम देखने को मिला। जिसको आईजी ने गंभीरता से लेते हुए इन पर रोकथाम के लिए जिले के कप्तानों को आदेश दिए। सीसीटीवी दुरुस्त कराने के साथ-साथ गश्त बढ़ाने के आदेश एसएसपी ने एसपी सिटी और एसपी देहात को भी दिए है लेकिन बावजूद इसके मेरठ में अभी तक चोरी की वारदात पर पूरी तरह से कंट्रोल नहीं हो पा रहा है। यहां लगातार चोर वारदात को अंजाम देकर पुलिस प्रशासन के सामने चुनौती बनकर खड़े हुए है। वारदात को रोकने में पुलिस भी पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। यही हाल गाजियाबाद का है, वहां भी पुलिस घटनाओं को रोक पाने में पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। लगातार लापरवाही पुलिस की सामने आ रही है। बुलंदशहर, बागपत और हापुड़ पुलिस नंबर वन बने बैठे हुए है।

जिले का नाम 2020 2019 2018

मेरठ 766 1693 1607

गाजियाबाद 1128 2736 2014

बुलंदशहर 347 504 562

बागपत 125 200 199

हापुड़ 186 272 245

इन्होंने कहा

चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए गाजियाबाद और मेरठ पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए है। रात को गश्त बढ़ाने के लिए भी कहा गया है। चोरी की घटनाओं में कमी लाई जाएगी।

प्रवीण कुमार

आईजी

मेरठ रेंज

चोरों को नहीं पकड़ सकी पुलिस टीपी नगर थाना एरिया के एसबीआई के पास हरीश प्लाईवुड में हुई चोरी के मामले में पुलिस चौबीस घंटे बाद भी खाली हाथ है। यह हाल पुलिस का तब है जब सीसीटीवी में बदमाश कैद हो गए थे। उसके बावजूद भी पुलिस बदमाशों की पहचान नहीं करा सकी है। लिसाड़ी गेट गैंग के बदमाशों को मानकर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस पूरी तरह से लापरवाह बनकर बैठी हुई है। पुलिस का दावा है कि इस मामले में वर्क किया जा रहा है, जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा।

बिखरा पड़ा था सामान

जगन्नाथपुरी में रहने वाले मनीष शारदा की दिल्ली रोड पर हरीश प्लाईवुड और फ्लोरिश के नाम से बराबर-बराबर दो शोरूम बने हुए है। बुधवार रात आठ बजे दुकान मनीष दुकान बंद करके घर चला गए थे। गुरुवार की सुबह पहुंचे तो शोरूम के अन्दर सामान बिखरा पड़ा हुआ था। गल्ले का ताला टूटा पड़ा था। गल्ले में रखे चांदी के सिक्के और कैश चोरी कर लिया था। बदमाश सीसीटीवी में कैद हो गए थे इसके बावजूद पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। टीपी नगर इंस्पेक्टर दिनेश कुमार का कहना है कि एक टीम को इस घटना में लगाया गया है, जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।

नए गैंग पर फोकस

पुलिस सीसीटीवी के आधार पर तो जांच कर रही है। साथ ही लिसाड़ी गेट के जो नए-नए गैंग है उनकी लिस्ट लिसाड़ी गेट थाने से मांगी गई है, इन पर भी कार्रवाई करने के लिए पुलिस पूरी तरह से प्लानिंग कर रही है। पुलिस का मानना है कि पूछताछ में कुछ सामने आ सकता है, जिसके बाद घटना का खुलासा किया जा सकता है।

Posted By: Inextlive