बीएड एग्जाम पैटर्न आसान बनाने की मांग
सीसीएसयू में डेढ़ घंटे के एग्जाम में पैटर्न को लेकर कंफ्यूजन में स्टूडेंट
एग्जाम के टाइम को घटाकर डेढ़ घंटे का कर दिया गया है Meerut। बीएड के फाइनल इयर के एग्जाम के लिए अंको के निर्धारण व सवालों की संख्या को कम करने की मांग स्टूडेंट ने उठाई है। इसको लेकर स्टूडेंट ने अभियान शुरु किया है। स्टूडेंट सोशल मीडिया के माध्यम से व फोन के जरिए लगातार आलाधिकारियों से एग्जाम पैटर्न को आसान बनाने की मांग रहे हैं। आसान हो पेपर स्टूडेंट के अनुसार पहले तीन घंटे को पहले दो घंटो का कर दिया गया था, लेकिन अब एग्जाम की समय अवधि को घटाकर डेढ़ घंटे कर दिया गया है, ऐसे में पेपर को आसान करने की मांग की जा रही है। अभियान शुरूगौरतलब है कि सीसीएसयू व उससे जुड़े कॉलेजों के बीएड स्टूडेंट के एग्जाम पहले सितम्बर में होने थे। लेकिन अब एग्जाम को 20 जुलाई से होंगे। ऐसे में बीते कोविड के दिनों टेंशन के चलते स्टूडेंट पढ़ाई तक भी नहीं कर पाए है।
छात्रों में दुविधापरिस्थितियों के अनुसार स्टूडेंट इस समय पेपर को लेकर टेंशन में हैं। वहीं दूसरी ओर अभी स्टूडेंट में डेढ़ घंटे की समयावधि के अनुसार पेपर पैटर्न को लेकर कंफ्यूजन है। ऐसे में अब स्टूडेंट ने सोशल मीडिया पर आवाज उठाई है कि पेपर पैटर्न को अन्य पेपर की तरह आसान ही बनाया जाए, ताकि स्टूडेंट को पेपर देने में आसानी हो।
होगा फैसला रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा ने कहाकि एग्जाम में स्टूडेंट्स को बेहतर ऑप्शन देने का विचार चल रहा है। परीक्षा समिति की मीटिंग में इसको लेकर फैसला किया जाएगा। बीएड की परीक्षा के लिए अंकों का निर्धारण व सवालों की संख्या दो घ्ाटे के हिसाब से डीन समिति की बैठक में तय हुआ था, अब डेढ़ घंटा कर दिया है, ऐसे में समयावधि के अनुसार सवाल भी कम रखे ताकि सवाल न छूटे। अंकित अधाना, पूर्व महामंत्री छात्र संघ सीसीएसयू को बीएड लास्ट इयर के लिए परीक्षा का समय बढ़ाया जाना चाहिए। ऐसे तो सवालों की संख्या के हिसाब से समय कम होगा, या तो परीक्षा का समय बढ़े या फिर सवाल कम हो पवित्र गुर्जर, स्टूडेंट यह स्टूडेंट के भविष्य से जुड़ा सवाल हैं। सीसीएसयू को परीक्षा से पहले परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव कर बीएड फाइलन की परीक्षा के लिए परीक्षा का समय बढ़ाया जाए या फिर सवाल कम हो पीयूष गोयल, स्टूडेंटबीएड की परीक्षा अब जो समय अवधि तय है उसके आसान होना चाहिए। पैटर्न को लेकर काफी कंफ्यूजन है, स्टूडेंट परेशान है, कोविड के चलते उनकी तैयारी पूरी नहीं हो पाई है। इस पर यूनिवर्सिटी को विचार करना चाहिए।
शान मोहम्मद, छात्र नेता