12 स्टूडेंट ने यूनिवíसटी के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में दायर की थी याचिका

हाईकोर्ट ने दी राहत, अब सुना जाएगा स्टूडेंट का पक्ष

Meerut। सीसीएसयू में दो साल पहले हुए एमबीबीएस घोटाले की जांच एसआईटी की ओर से अभी तक जारी है, लेकिन लंबे समय के बाद भी कोई अहम सबूत हाथ नही लग पाया है। वहीं पिछले साल एमबीबीएस प्रकरण में शामिल 12 स्टूडेंट ने हाल ही में यूनिवíसटी के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसके बाद से उन्हें हाईकोर्ट ने राहत देते हुए कहा है कि स्टूडेंट का पक्ष सुना जाएगा, इससे उनको राहत मिली है, क्योंकि स्टूडेंट का आरोप था कि यूनिवíसटी का निर्णय एक तरफ है। उनका पक्ष नही सुना जा रहा है, हालांकि, इस मामले में भी चार कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है।

मिली थी डिवाइस

बता दें कि मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस स्टूडेंट ने जैन कन्या पाठशाला में परीक्षा दी थी, परीक्षा में टीम ने छापा मारा था व इन 12 स्टूडेंट को नकल करते पकड़ा था.इन स्टूडेंट के पास डिवाइस मिला था वो डिवाइज लगाकर परीक्षा दे रहे थे, इन सभी की परीक्षा को निरस्त कर दिया गया था। मामले में जांच चली लेकिन चार कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया था, मामला कोर्ट में चला गया था हालांकि रिजल्ट तो निरस्त किया गया था, लेकिन स्टूडेंट ने इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए याचिका डाली थी, ऐसे में अब हाईकोर्ट ने अब स्टूडेंट को राहत देते हुए कहा है कि इस मामले में एक पक्षीय कार्रवाई ठीक नहीं है। इसलिए एक बार स्टूडेंट का पक्ष भी सुना जाएगा जो बहुत ही जरुरी है, अब अगली तारीख देते हुए स्टूडेंट को उनका पक्ष रखने के लिए कहा है, इस मामले में सीसीएसयू के वकील को भी कहा गया है कि आप दूसरे पक्ष को बोलने का मौका दे, ऐसे में सीसीएसयू के पास भी इसका लेटर आया है। इस संबंध में जरुरत पड़ने पर एकबार फिर से यूनिवíसटी के कर्मचारियों को बुलाया जा सकता हे जरुरत पड़ने पर किसी भी डॉक्यूमेंट्स या प्रूफ को दोबारा मांगा जा सकता है, ये कहा गया है, रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि इस मामले में जांच चल रही है। कोर्ट का फैसला आना बाकी है।

Posted By: Inextlive