सीसीएसयू में भी जुड़ेगा इस कोर्स का कुछ अंश

सीसीएस यूनिवर्सिटी में हो गई है तैयारियां शुरु

Meerut। सीसीएस यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट को फॉरेंसिक साइंस पढ़ने को मिलेगी। जी हां प्रदेशभर की यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट को जल्द ही फॉरेंसिक साइंस पढ़ाई जाएगी। यूपी में प्रस्तावित फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी से अलग यूपी सीएम ने सभी स्टेट यूनिवर्सिटी से फॉरेंसिक साइंस के कुछ हिस्सों को अपने यहां भी शुरु करने को कहा है। बीते दिनों इस ट्विटर के बाद से ही सीसीएसयू में इस कोर्स को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। जल्द ही यूनिवर्सिटीज को कोर्स के लिए दिशा निर्देश मिलेंगे.यूनिवर्सिटी में इसको लेकर तैयारियां शुरु हो चुकी है।

बीते सोमवार को किया था ट्विट

गौरतलब है कि सोमवार को ही सीएम योगी ने टिवटर पर इस बारे में निर्देश दिए थे। सीएम ने यूपी में फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी बनाने व कोर्स पढ़ाने की घोषणा की है। ताकि युवाओं को नए क्षेत्र में करियर बनाने का मौका मिले। सीएम के ट्विट के अनुसार सभी यूनिवर्सिटी में फारेंसिक साइंस से अपने स्तर पर कोर्स लागू करने के निर्देश दिए गए है। ताकि स्टूडेंट इस विषय के बोर में जानकारी ले सके। सरकार की यह योजना स्कूल्स पर भी कोर्स के कुछ हिस्से जोड़े जाए, ताकि वो बच्चे भी अवेयर हो जो आगे चलकर इस क्षेत्र में भविष्य बनाना चाहते हैं।

यूनिवर्सिटी में तैयारियां शुरु

इस निर्देश के बाद से ही सीसीएसयू में भी इसको लेकर तैयारियां शुरु हो गई है। वीसी ने भी इस संबंध में कोर्स से जुड़े इशू, टॉपिक को तैयार करने के लिए संबंधित टीचर व अधिकारियों को निर्देश दिए है। सलेबस कैसे तैयार हो इसको लेकर भी अपना होमवर्क करने को कहा है। ताकि इस संबंध में पूरी जानकारी मिलते ही तुरंत ही कोर्स शुरु करने में कोई दिक्कतें न आए। ऐसे में यूनिवर्सिटी में इस कोर्स से संबंधित सिलेबस को लेकर गहन मंथन शुरु हो गया है।

जल्द मिलेंगे निर्देश

सीएम ने ट्विट कर यूनिवर्सिटीज को फॉरेंसिक साइंस के सलेबस को अपने स्तर पर तैयार करने व जोड़ने के लिए कहा है। इसके साथ ही अपनी दूसरी ट्विट में उन्होनें फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी संबंधित कोर्स के कुछ हिस्सों को बाकी यूनिवर्सिटीज व स्कूल्स में पढ़ाने पर जोर दिया है।

क्या है फारेंसिक साइंस

किसी अपराध की जांच के लिए वैज्ञानिक सिद्धांतों का उपयोग करना ही फॉरेंसिक साइंस है। इस फील्ड में काम करने वाले प्रोफेशनल फारेंसिक सांइस साइंटिस्ट कहलाते है। ये प्रोफेशनल नई तकनीकों को यूज करते हुए सबूतों की जांच करते हैं और अपराधियों को पकड़ने में मदद करते हैं। ये क्राइम लैबोरेटरी आधारित जॉब है जिसमें सबूतों की समीक्षा करना होता है ।

इस तरह के मिले ट्विट

हमारे युवा आज के हिसाब से प्रशिक्षित हो सकें, वे अपने जीवन को संवारने की दिशा में और अपनी रुचि के अनुसार इस क्षेत्र में कार्य कर सकें, इसके लिए हम लोगों ने यूपी में पुलिस एंड फारेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनवाने का निर्णय लिया है।

मैनें सभी विश्वविद्यालयों से कहा है कि इस विषय में कुछ अंशों को अपने पाठ्यक्रमों में स्वीकार करें, विद्यार्थियों को हम स्कूलों से ही इस विषय के बारे में अवगत कराएंगे तो उनकी रूचि बढ़ेगी, फारेंसिक यूनिवर्सिटी उनके मार्गदर्शन के लिए सदैव तैयार रहेगी।

इस कोर्स के बारे में जल्द ही पूरी जानकारी दी जाएगी। इसको लेकर जानकारी मिली है। अभी सिर्फ इतना ही आया है कि कोर्स का कुछ हिस्सा जोड़ा जाएगा, जिसके लिए यूनिवर्सिटी को तैयारी करनी है।

प्रो। वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू

Posted By: Inextlive