-सुनवाई में अगली तिथि 29 अक्टूबर लगने के बाद जेल प्रशासन ले लिया फैसला

-जेल में आदेश पहुंचने के बाद सुरेंद्र कोली को दी गई फांसी टलने की जानकारी

Meerut : निठारी कांड के नरपिशाच की फांसी में देरी के लिए ख्9 अक्टूबर की डेट फिक्स हो गई। जेल प्रशासन को आदेश मिलने के बाद कोली को उसकी जानकारी दे दी गई है। फांसी में देरी के चलते कोली की सुरक्षा के मद्देनजर उसे दोबारा से डासना जेल में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। यदि शासन ने इसके लिए आदेश कर दिया तो जल्द ही कोली फिर डासना जेल में चला जाएगा।

चार को शिफ्ट हुआ था मेरठ

निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली को चार सितंबर को गाजियाबाद की डासना जेल से मेरठ की चौधरी चरण सिंह जेल में शिफ्ट किया गया था। उसकी फांसी की तैयारी चल ही रही थी कि सात सितंबर को रात एक बजे सीनियर अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने उसकी फांसी की तिथि एक सप्ताह के लिए टलवा दी। शुक्रवार को सुनवाई के बाद फांसी टलने की तिथि ख्9 अक्टूबर पहुंच गई है। देर शाम जेल प्रशासन को फांसी टलने का आदेश मिल चुका है।

दोबारा डासना भेजने की तैयारी

वरिष्ठ जेल अधीक्षक मोहम्मद हुसैन मुस्तफा रिजवी ने बताया कि सुरेंद्र कोली को फांसी टलने की जानकारी दे दी गई है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर कोली को वापस डासना जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए जेल प्रशासन द्वारा लखनऊ में वार्ता की गई है। लखनऊ से आदेश मिलने के बाद ही उसे दोबारा से डासना जेल में शिफ्ट किया जाएगा।

'मां की प्रार्थना का असर, जो फांसी टली'

आठ साल के लंबे समय के बाद नरपिशाच कोली अपनी मां कुंती से मिलने के बाद भावुक हो गया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि देर रात तक कोली परेशान रहा। सुबह उठकर उसने नाश्ता किया तो आखों से आंसू बह रहे थे। कोली का कहना था कि मेरी मां ने भगवान से जो प्रार्थना की। यह उसी का फल है कि बेटे की फांसी की तिथि टलती जा रही है।

तीन बजे मेरठ से गांव लौटी कुंती

मेरा बेटा निर्दोष है, इसलिए भगवान भी उसकी मद्द कर रहा है। अदालत ने इसीलिए फांसी की डेट को आगे बढ़ा दिया है। मेरठ से करीब तीन बजे अपने गांव के लिए रवाना हुई कुंती ने फोन पर बताया कि मुझे भी मीडिया से ही बेटे की फांसी की सुनवाई पर ख्9 अक्टूबर की डेट लगने के बारे में पता चला। अब गांव जाकर माता के मंदिर में बेटे के लिए पूजा करूंगी।

Posted By: Inextlive