New coronavirus strain in Meerut: शहर में कोरोनावयरस के नए स्‍ट्रेन का पहला मामला मिलने के बाद संत विहार इलाके में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग व प्रशासन कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। स्‍थानीय निवासियों की रैपिड एंटीजन जांच पर जोर है जिससे कि कोरोना के मामले पकड़ में आ सकें।

मेरठ (दैनिक जागरण आई नेक्‍स्‍ट ब्‍यूरो)। New coronavirus strain in Meerut: जिले में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के पहले मामले की पुष्टि होते ही स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। मंगलवार दोपहर में सूचना मिलते ही प्रशासनिक व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी टीम के साथ तुरंत संत विहार इलाके की ओर दौड़ पड़े। यहां मरीज के घर और उसके आसपास के इलाके में सर्च अभियान चलाया गया। वहीं संपर्क में आए 100 से अधिक लोगों के एंटीजन रैपिड किट से टेस्टिंग की गई। इसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। जबकि इनके सैंपल लेकर आरटीपीसीआर जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिए गए है। संत विहार को रेड जोन घोषित कर दिया गया है। जबकि प्रशासन ने फिलहाल किसी भी तरह के नाइट क‌र्फ्यू से इंकार कर दिया गया है।

आए थे परिवार से मिलने

लंदन से लौटी संक्रमित बच्ची के माता-पिता लंदन में एक कंपनी में नौकरी करते हैं। करीब दो साल बाद वह लंदन से अपने परिवार से मिलने वापस इंडिया आए थे। 14 दिसंबर को वह संत विहार स्थित अपने घर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्‍‌नी, आठ साल का बच्चा और संक्रमित मिली बच्ची शामिल थे। विदेश से आए लोगों में कोरोना की जांच अभियान के चलते इनकी भी जांच की गई थी। जिसमें परिवार के अन्य लोगों समेत 6 लोगों में वायरस पॉजिटिव मिला था। इसके अलावा मंगलवार को विभाग की टीमों ने मेट्रो प्लाजा में भी सर्च अभियान चलाया। इसमें करीब 100 लोगों की जांच हुई। सीएमओ ने बताया कि मेट्रो प्लाजा में उनके भाई की दुकान है।

चार गलियां में हाई अलर्ट

सीएमओ ने बताया की मरीज के घर से लेकर आसपास के पूरे क्षेत्र को सील करके सर्विलांस टीम को घर-घर सर्वे के लिए लगा दिया गया है। इस क्षेत्र को कंटेंटमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। इसके अलावा इलाके में चार गलियों में पूरी तरह से हाई-अलर्ट पर रखा गया है। प्रशासनिक टीम ने भी संक्रमित कॉलोनी का निरीक्षण किया, जबकि निगरानी में पुलिस फोर्स लगा दी है।

डीएम ने की बैठक

रिपोर्ट आने के बाद डीएम के.बालाजी खुद इसकी मॉनिटरिंग में जुटे हैं। मंगलवार को उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ इमरजेंसी मीटिंग कर पूरा एक्शन प्लान लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विभाग को एक-एक कांटेक्ट ट्रेस का तुरंत जांच कराने के लिए कहा है। डीएम ने कहा कि संक्रमित के पड़ोसियों, रिश्तेदारों एवं मिलने जुलने वालों में भी स्ट्रेन-2 का रिस्क हो सकता है।

ज्यादा प्रभावी है नया स्ट्रेन

ब्रिटेन में फैले नए स्ट्रेन को लेकर डब्ल्यूएचओ पहले ही अलर्ट जारी कर चुका है। वहीं एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि स्ट्रेन-2 पहले के मुकाबले ज्यादा प्रभावी है। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबॉयलॉजी विभाग के एचओडी डा। अमित गर्ग ने बताया कि नया वायरस में 14 म्यूटेंट और 3 डिलीशन मिले हैं। वायरस का ये स्ट्रेन काफी इफेक्टिव है और तेजी से संक्रमण फैला सकता है। उन्होंने बताया कि वायरस में बदलाव होते रहते हैं। इसे एंटीजेनिक ड्रिफ्ट कहते हैं।

जीनोम सिक्वेंसिंग से पहचान

डा। अमित ने बताया कि वायरस में कौन सा स्ट्रेन है इसकी पुष्टि जीनोम सिक्वेंसिंग से होती है। वायरस के बहुतयात संख्या में फैले ग्रुप में जीनोम कहते हैं। कोई वायरस कैसे फैलता है, इसी आधार पर सिक्वेंसिंग यानी मिलान किया जाता है।

Posted By: Inextlive