कोरोना के कारण बाजारो में फिर छाया मंदी का संकट

नाइट कफ्र्यू और रविवार की बंदी से नाखुश व्यापारी

सर्राफा व्यापारियों ने खुद लागू की 72 घंटे की बंदी

दुकानों में एहतियात बरत रहे व्यापारी, पॉलिथिन से कर रहे कवर

Meerut। कोरोना की दूसरी लहर ने फिर परेशानी बढ़ा दी है। बीते साल के लॉकडाउन के अनुभव से व्यापारी अभी उभर भी नहीं पाए हैं कि दोबारा से लॉक डाउन की आशंकाओं ने चिंता बढ़ा दी है। साप्ताहिक बंदी के साथ साथ अब रविवार को बाजार की बंदी और नाइट कफ्र्यू की व्यवस्था लागू होने से बाजार 30 प्रतिशत तक सिमट गया है। ऐसे में व्यापारी पूरे लॉक डाउन के पक्ष में ना जाकर तीन तीन दिन बाजार बंदी की उम्मीद प्रशासन से लगा रहा है।

बदलने लगी बाजार की सूरत

बीते दिनों डीएम की जनपद के प्रमुख व्यापारी नेताओं के साथ हुई बैठक में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उपायों पर चर्चा की गई थी। डीएम कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए व्यापारियों से सहयोग की मांग की थी। इसके चलते अब व्यापारी संक्रमण से बचाव के लिए बाजारों में इंतजाम करने में जुट गए है। इस क्रम में गत वर्ष की तरह दुकानों व शोरूम पर सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर मास्क सेनेटाइजर, थर्मल स्कैनर आदि की इंतजाम किया जा रहा है। अधिकतर बाजारों में पिछले साल की तरह दुकानों के बाहर रस्सी से लेकर पॉलीथिन वॉल दिखाई देने लगी है। गारमेंट शॉप पर कपड़ों का ट्रॉयल बंद कर दिया गया है।

ट्रायल हुआ बंद

कोरोना संक्रमण का सबसे अधिक असर गत वर्ष की तरह इस बार भी गारमेंट और ज्वैलरी के बाजार पर पड़ना शुरु हो गया है। कोरोना संक्रमण के चलते व्यापारियों ने कपड़ों के ट्रॉयल पर रोक लगा दी है।

कैश ट्रांजेक्शन से दूरी

वहीं व्यापारियों ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एक बार फिर अपने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को प्राथमिकता देना शुरु कर दिया है। बाजारों में पेटीएम, गूगल, कार्ड स्वैपिंग आदि माध्यमों से कैश लेना व्यापारियों ने शुरु कर दिया है।

चस्पा हुए के पोस्टर

वहीं अधिकतर बाजारों में दुकानों के बाहर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के पोस्टर चस्पा कर दिए हैं। बिना मॉस्क दुकानों और शोरुम में एंट्री नही दी जा रही है। दुकान या शोरूम में आने से पहले सेनेटाइजर का प्रयोग अनिवार्य कर दिया गया है।

बंद हुआ सर्राफा बाजार

मेरठ शहर सर्राफा बाजार के व्यापारियों ने कोरोना महामारी की चेन ब्रेक करने के लिए शनिवार, रविवार और सोमवार यानि 3 दिन का पूर्ण लॉकडाउन का निर्णय लिया है। शुक्रवार को हुई बैठक में निर्णय के बाद बाद 17 अप्रैल,18 अप्रैेल,19 अप्रैल तक सर्राफा बाजार पूरी तरह से बंद रहेगा। शुक्रवार को मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन की आनलाइन जूम मीटिंग आयोजित कर यह निर्णय लिया गया है कि 17 अप्रैल शनिवार से तीन दिन की सर्राफा बाजार में बंदी रखी जाएगी। बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी ज्वैलर्स से इस बंदी को सफल बनाने का आग्रह किया गया। बैठक में अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल और महामंत्री विजय आनंद ने बताया कि यह कोरोना की चेन को ब्रेक करने के लिए सर्राफा व्यापारियों की तरफ से प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद आगे की स्थिति को देखते हुए आगे का निर्णय लिया जाएगा।

मुरझाए कारोबारियों के चेहरे

गत वर्ष की तरह इस साल भी कोरोना संक्रमण का एक बड़ा असर वेडिंग इंडस्ट्रीज से जुडे़ छोटे बडे़ व्यापारियों पर पड़ा है। पिछले साल शादियों के दोनो सीजन में नुकसान उठाने के बाद इस साल व्यापारियों को उम्मीद थी लेकिन फिर शादियां कैंसिल होना शुरु हो गई है।

साया हुआ प्रभावित

वहीं दूसरी और सरकार द्वारा रविवार को कंप्लीट लॉक डाउन से 25 अप्रेल यानि रविवार को होने वाली शादियों पर संकट आ गया है। 25 अप्रेल को शादियों का सबसे बड़ा साया है इस दिन अधिकतर बैंक्वेट हॉल से लेकर शादी से संबंधित सभी लोग बैंड, ढोल, हलवाई, वेटर बुक है। अब रविवार की बंदी से जिन घरों में शादियां है उनके अंदर अस्थिरता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसे में 25 तारीख को शादियों का ना हो पाना एक बहुत बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है।

परेशानी बना नाइट कफ्र्यू

वहीं मेरठ मंडप एसोसिएशन और उत्तर प्रदेश बैंड बारात श्रृंगार वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को मंडलायुक्त से मुलाकात कर नाइट कफ्र्यू के दौरान रियायतें देने की मांग की। नाइट कफ्र्यू के कारण मंडप में काम करने वाले तथा इस व्यवसाय से जुड़े अन्य कíमयों को रात 8 बजे के बाद अपने घर या गांव तक जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था ऐसे में उनके आवागमन की अनुमति दिलाने की कमिश्नर से मांग की गई है। इस मौके पर मेरठ मंडप एसोसिएशन के महामंत्री विपुल सिंघल, उत्तर प्रदेश बैंड बारात श्रृंगार वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र कुमार धानक, पवन धानक, जितेंद्र, रोहतास, सोनू, इलियास, सुशील, पंकज, शाहनवाज, राजू, फुरकान, नौशाद, रमेश आदि मौजूद रहे।

प्रशासन के मानकों के अनुसार व्यापारी सब प्रकार की व्यवस्था करने को तैयार है लेकिन व्यापारी दोबारा लॉक डाउन के पक्ष में नही है। कई अन्य विकल्प हैं हम प्रशासन से उन पर विचार करने का आग्रह करेंगे।

नवीन गुप्ता, अध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ

दोबारा लॉक डाउन लगा तो व्यापारी पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा। अभी पिछले लॉक डाउन से ही व्यापारी उभरा नही है। प्रशासन हमसे जो उम्मीद कर रहा है हम हर वो व्यवस्था व सहयोग करने के पक्ष में है। लेकिन पूर्ण बंदी सही नही है।

अजय गुप्ता, अध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ

कोरोना संक्रमण का असर ज्वैलरी बाजार पर दिखने लगा था यह आगे ना बढ़े इसलिए हमने खुद तीन दिन का कोरोना ब्रेक लिया है। लॉक डाउन समाधान नही है लेकिन ब्रेक लेने से इसका असर खत्म हो सकता है। इसलिए यह निर्णय लिया गया है। बाकि प्रशासन जा जाएगा व्यापारी उसके लिए तैयार है।

विजय आनंद, महामंत्री बुलियन एसोसिएशन

शादी विवाह से जुड़े कार्यो को एसेंशियल सíवसेज में मानते हुए आयोजन की अनुमति मिलनी चाहिए। हम मानकों के साथ पूरा आयोजन करा सकते हैं ऐसे में प्रशासन को कुछ राहत देनी चाहिए। साथ ही 25 अप्रेल को शादियों का प्रमुख साया है। अब उनके आयोजन पर संकट बन गया है।

विपुल सिंघल, मेरठ मंडप एसोसिएशन महामंत्री

कारोबार पूरी तरह प्रभावित है अभी से लॉक डाउन का असर बाजार में दिख रहा है। पूर्ण लॉक डाउन इसका समाधान नही है भले ही बाजार को तीन तीन दिन खोलने की अनुमति दी जाए। इससे व्यापार भी चलता रहेगा और कोरोना चेन भी टूटेगी।

अमित अग्रवाल, साड़ी एसोसिएशन अध्यक्ष

Posted By: Inextlive