आरोपी दरोगा की गिरफ्तारी के लिए आईजी से मिलने पहुंचे थे मृतक के परिजन, दरोगा था मौके पर मौजूद

परिजनों ने दरोगा को देखा तो शुरू कर दी पिटाई, दरोगा और पुलिस ने भी मृतक के परिजनों को जमकर पीटा

Meerut। कुछ दिन पहले टीपी नगर थाना क्षेत्र में दरोगा के उत्पीड़न से तंग आकर टेंपो यूनियन के प्रधान द्वारा जान देने का मामला एक बार फिर गरमा गया। दरअसल, आरोपी दरोगा को पुलिस लाइन के पास घूमता देख पीडि़त परिवार का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने आरोपी का पीछा करके उसे पुलिस लाइन में धर दबोचा। दरोगा के साथ खींचतान की जानकारी मिलते ही सीओ सिविल लाइन फोर्स के साथ मौके पर दौड़ पड़े। पीडि़तों का आरोप है की पुलिस ने आरोपी दरोगा को मौके से फरार करा दिया और पीडि़तों को सिविल लाइन थाने ले गए। घटना के चलते पुलिस लाइन में जमकर हंगामा हुआ।

क्या है मामला

टीपी नगर निवासी अश्वनी लोधी टेंपो यूनियन का प्रधान था। गत दिनों थाने के दरोगा राजदीप पुनिया पर मारपीट का आरोप लगाते हुए अश्वनी ने बीच सड़क पर खुद को आग लगा दी थी। जिसके बाद अश्वनी की दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। उधर, परिजनों ने राजदीप पर अश्वनी की हत्या का आरोप लगाते हुए घटना की तहरीर दी थी। वहीं, पुलिस राजदीप पर अश्वनी को खुदकुशी के लिए उकसाने की बात कहकर मामले की जांच में जुटी है। इसी के साथ अधिकारियों द्वारा आरोपी दरोगा को निलंबित कर दिया गया था। वहीं पुलिस अधिकारी दरोगा को फरार बता उसकी जल्द गिरफ्तारी दावे भी कर रहे थे।

आईजी से मिलने जा रहे थे परिजन

इस बाबत सोमवार को आरोपी दरोगा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मतक अश्वनी के परिजन आईजी से मिलने जा रहे थे। इसी दौरान उन्होंने आरोपी दरोगा को पुलिस लाइन के गेट पर घूमता देखा तो उनका गुस्सा भड़क उठा। मृतक के परिजनों ने आरोपी दरोगा का पीछा कर उसे पुलिसलाइन में धर दबोचा और उसे पकड़कर आईजी के सामने पेश करने के लिए ले जाने लगे। इस दौरान परिजन दारोगा की पिटाई करने लगे तो दरोगा के पक्ष में भी कुछ पुलिस वाले आ गए और पीडि़त परिजमनों से मारपीट करनी शुरू कर दी। मामले की जानकारी मिलने पर सीओ सिविल लाइन संजीव देशवाल फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए आरोपी दरोगा को पीडि़तों के चंगुल से छुड़ाया।

पीडि़तों को छुड़ाया

पीडि़त परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी दरोगा को मौके से फरार कर दिया। इसके बाद उल्टा पीडि़तों को ही धमकाते हुए पुलिस ने जीप में बैठा लिया और दरोगा से मारपीट के आरोप में सभी को सिविल लाइन थाने ले आए। हालांकि बाद में भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा अपनी टीम के साथ सिविल लाइन थाने में पहुंचे पीडि़त परिवार को छुड़वा दिया।

दारोगा रिपोर्ट लिखवाने के लिए पहुंचा

इस दौरान दारोगा, पीडि़त परिवार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए सिविल लाइन थाने में पहुंच गया। यहां भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा ने कहा कि एक तो दारोगा और पुलिस ने मृतक के परिजनों को पीटा है और ऊपर से दारोगा मुकदमा कायम कराने आया है। यदि पीडि़त परिवार पर मुकदमा हुआ तो ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पूरे मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी,

संजीव देशवाल, सीओ, सिविल लाइन

Posted By: Inextlive