एमबीबीएस कॉपी घोटले में जांच कर रही एसआईटी

कॉलेज में बची हुई कॉपियों से बदली गई थी कॉपी

सीसीएसयू जांच समिति भी कर रही मामले की जांच

Meerut। सीसीएसयू में एमबीबीएस कॉपी घोटाले के मामले में एसआईटी जांच कर रही है। यूनिवíसटी से कर्मचारियों के बयान लेने के बाद अब टीम को पता लगा है कि जो कॉपियां बदली गई थी वो परीक्षा केंद्र पर बची हुई कॉपियों से बदली गई थी। वहीं टीम अब उन कॉपियों को बदलने वाले लोगों की जानकारी जुटाने में जुट गई है। वहीं सीसीएसयू लेवल पर भी कॉपी घोटाले की जांच चल रही है। यूनिवर्सिटी ने पंजाब निवासी स्वर्णजीत सिंह और पानीपत निवासी आयुष सोफत अलग-अलग वर्षो के दिए गए पेपर और उनके रिजल्ट को निरस्त करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। सीसीएसयू ने समाचार पत्रों में विज्ञापन के जरिए इसकी घोषणा की है।

जांच में आया सामने

एमबीबीएस घोटाले के मामले में सीसीएसयू से एसआईटी कर्मचारियों के बयान और कॉलेज से संबंधित कागजात ले गई थी। सूत्रों की मानें तो है जांच समिति ने एक बार फिर से संबंधित मेडिकल कॉलेज समिति से पूछताछ की है। कॉलेज से बीते तीन साल के एडमिशन समेत फेल और पास होने वाले सभी स्टूडेंट्स का डाटा व रजिस्ट्रेशन आदि का रिकार्ड भी टीम जुटाने में लगी है। इसके बाद टीम संबंधित कॉलेज के कर्मचारियों व यूनिवíसटी के कर्मचारियों से भी बात करेगी। साथ ही टीम सेंटर के एग्जाम रुम में ड्यूटी देने वालो के बारे में भी जानकारी जुटाएगी। सूत्रों की मानें तो हाल तक की जांच में जो सामने आया, उससे ये साफ हो गया है कि जो बची हुई कॉपियां थी, उनमें से दो खाली कॉपियों को बदला गया है क्योंकि दो कॉपियां का कोड सेम है। वहीं दो कॉपियां ऐसी भी हैं, जिन पर कोड जबरदस्ती हूबहू बनाने का प्रयास किया गया है।

कड़ी तलाशने में जुटी टीम

सीसीएसयू में टीम ने मूल्यांकन को लेकर सवाल पूछे, जिनमें कॉपियां कैसे भेजी जाती हैं, कैसे रिजल्ट तैयार होता है और किस तरह से कर्मचारी एवं शिक्षक इस प्रक्रिया से जुड़े रहते हैं। स्टोर से कॉपियों को भेजने, उनका रिकॉर्ड रखने और परीक्षा के बाद खाली कॉपियों के कैंपस में आने पर भी टीम कई सवाल पूछे। हालांकि अभी तक की जांच में ये सामने आया है कि उक्त प्रकरण में भी आरोपियों ने सीसीएसयू की परीक्षा से बची रिक्त कॉपियों का प्रयोग किया था और ये कॉपियों निजी कॉलेज को भेजी गई थी। मगर एसआईटी खाली कॉपी की उपलब्धता और आरोपियों तक इसकी पहुंच की कड़ी जोड़ने की कोशिश कर रही है।

मांगा गया है रिकॉर्ड

गौरतलब है कि एसआईटी जहां यूनिवíसटी के कर्मचारियों के बयान और कॉलेज का डाटा ले गई है, वहीं सीसीएसयू की जांच समिति ने भी अपनी जांच की गति को तेज कर लिया है अब वो भी पूरे रिकॉर्ड खंगालने में जुटी है। सीसीएसयू की जांच समिति ने कॉलेज के प्रबंध समिति और प्रशासन समिति को मिलने के लिए बुलाया है। इसके साथ ही कॉलेज ने अब यूनिवíसटी कर्मचारियों व कॉलेज के कर्मचारियों से भी बात करने फैसला लिया है। हालांकि इस मामले पर जांच समिति की अध्यक्ष प्रो। वाई विमला के अनुसार जांच पूरी होने से पहले कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।

Posted By: Inextlive