रविवार सुबह बुढ़ाना गेट पर पेपर मार्केट में व्यापारी पुनीत जैन को गोली मार दी गई थी। चार घंटे चले व्यापारियों के हंगामे के बाद पुलिस ने पिता की तहरीर पर नामजद रिपोर्ट दर्ज कर मकान स्वामी वरुण को शाम साढ़े पांच बजे गिरफ्तार कर लिया था। व्यापारी पुनीत को आनंद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां पर साढ़े तीन घंटे चले ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने गोली को व्यापारी के पेट से बाहर निकाल दिया। पिता राकेश जैन के मुताबित अब पुनीत खतरे से बाहर है और उसकी हालत में भी सुधार है।


मेरठ, (ब्यूरो)। पंजाबीपुरा दिल्ली रोड निवासी पुनीत जैन पुत्र राकेश जैन का बुढ़ाना गेट स्थित नवीन बाजार के मधु मार्केट में वर्धमान कॉपी सेंटर के नाम से दुकान है। रविवार सुबह किरायेदारी के विवाद के चलते दुकान स्वामी के बेटे वरुण तेवतिया ने पुनीत को दुकान पर ही .32 बोर की पिस्टल से पेट में गोली मारकर घायल कर दिया था। व्यापारियों ने दिनदहाड़े गोली मारे जाने के बाद करीब चार घंटे तक हंगामा काटा। साथ ही रात तक आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर मेरठ बंद करने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को रविवार शाम साढ़े पांच बजे ही गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस नहीं हुई अलर्ट


व्यापारी पुनीत जैन को दिनदहाड़े गोली मारे जाने के बाद व्यापारियों ने बुढ़ाना गेट पुलिस चौकी पर पुलिस कर्मियों के मौजूद न रहने का आरोप लगाया था। साथ ही वहां पर तैनात पुलिस कर्मियों के सस्पेंड करने की मांग की थी। इतनी बड़ी घटना के बाद भी पुलिस विभाग की कार्यशैली में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला। इस संबंध में जब दैनिक जागरण आईनेक्सट ने रियलिटी चेक किया तो चौकियां खाली मिलीं। 12 बजे सदर बाजार चौकी पर, साढ़े 12 बजे पटेल नगर पुलिस चौकी, एक बजे बुढ़ाना गेट पुलिस चौकी और चार बजे सदर बाजार पुलिस चौकी पर जाकर देखा गया तो कोई भी पुलिस कर्मी मौजूद नहीं मिला।बदन सिंह बद्दो से लिंक नहीं रविवार को गोलीकांड की घटना के बाद पीडि़त पुनीत जैन का आरोपी बदन सिंह बद्दो के साथ कनेक्शन सामने आने की चर्चा रही। एसएसपी ने इस संबंध में जांच पुलिस जांच करने के लिए निर्देशित किया था। लेकिन पुलिस को बदन सिंह से पुनीत के कनेक्शन होने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है।राज्यमंत्री ने जाना हाल सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री सुनील भराला मेडिकल स्थित आनंद हॉस्पिटल पहुंचे। जहां पर उन्होंने पुनीत का हालचाल जाना। साथ ही इस दौरान राज्यमंत्री ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से वार्ता कर व्यापारियों की सुरक्षा का आश्वासन दिया। इस दौरान श्रम कल्याण परिषद के सदस्य राजकुमार कौशिक, व्यापारी नेता सुधांशु महाराज, मुकेश शर्मा, सुमित शर्मा, राहुल गुप्ता आदि मौजूद रहे।पिस्टल बेचने वाले की हो चुकी मौत वरुण तेवतिया ने एक साल पहले शादाब नामक व्यक्ति से पिस्टल खरीदी थी। उसी पिस्टल से वरुण ने पुनीत को गोली मारी थी। इस मामले में पुलिस ने शादाब के घर रविवार को दबिश भी दी थी, लेकिन पुलिस जांच में शादाब की मौत होने का मामला सामने आया है।

शादाब की मौत हो चुकी है। वरुण का कोई क्राइम रिकॉर्ड नहीं मिला है। पुनीत के बदन सिंह बद्दो के साथ तार जुड़े होने का भी पुलिस रिकॉर्ड नहीं है। जो पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी ठीक से नहीं निभा रहे हैैं। उन्हें सख्त निर्देश दिए गए हैैं कि वह अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से करें। यदि कोई पुलिस कर्मी ड्यूटी पर नहीं मिलता है तो उनके खिलाफ कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।-अरविंद चौरसिया, सीओ कोतवाली मेरठ

Posted By: Inextlive