शासन की समीक्षा बैठक में हुआ फैसला, रेलवे स्टेशनों पर बनेगी कोविड हेल्प डेस्क

Meerut। जिले में कोरोना का संक्रमण रोकने में जिले में नाकाफी इंतजामों की समीक्षा अब शासन की टीम करेगी। सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को शासन स्तर पर हुई समीक्षा बैठक में इसे लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

टीम आएगी मेरठ

इसके तहत प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार के नेतृत्व में लखनऊ की टीम जल्द ही मेरठ आकर रिव्यू करेगी। इसके साथ ही नर्सिग होम संचालकों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की जाएगी। मंगलवार को मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी की ओर से आयोजित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कोविड-19 संबंधित समीक्षा बैठक में ये फैसला हुआ।

सर्विलांस चेकिंग

इसके अलावा बैठक के दौरान कोविड-19 से मृत्यु के मामलों की समीक्षा करते हुए जिले में अलग से सíवलांस चेक कराया जाए। साथ ही उनकी अलग से समीक्षा की जाए। मृत्यु के मामलों को गंभीरता से लेते हुए ये फैसला लिया गया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ। रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

सतर्कता बरतने के निर्देश

शासन के निर्देशों के तहत जहां पांच प्रतिशत या उससे अधिक पॉजिटिव केसेज वाले जिलों में टेस्टिंग टारगेट्स को रिव्यू करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं दिल्ली में पॉजिटिव केस बढ़ने को लेकर आसपास के जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाली प्रमुख ट्रेनों, हवाई जहाज एवं बसों के पैसेंजर्स का भी रैंडम आधार पर एंटीजन टेस्ट किया जाए। इसके अलावा सभी जिलों में प्रमुख रेलवे स्टेशनों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने के साथ ही प्रमुख ट्रेनों से उतरने वाली सवारियों की रैंडम टेस्टिंग के इंतजाम करने के निर्देश भी दिए गए।

ये हैं निर्देश

समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी कोविड चिकित्सालयों में पर्याप्त स्टाफ, दवाइयां, ऑक्सीजन, बेड्स, अन्य जरूरी इक्विपमेंट्स आदि की उपलब्धता हर हाल में होनी चाहिए।

सभी कोविड हॉस्पिटल्स में अलग से 1-1 अधिकारी तैनात किया जाए। जो सीसीटीवी फुटेज व वीडियो रिकॉìडग को चेक कर नियमित रूप से अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

रिपोर्ट में ये भी शामिल किया जाए कि डॉक्टर्स एवं पैरा मेडिकल स्टाफ द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल एवं जरूरत के अनुसार मरीज को देखा जा रहा है, इससे मरीज को भी संतुष्टि होगी।

मरीजों की नियमित मॉनिटरिंग भी की जाएगी।

कोविड अस्पतालों में तैनात एवं राउंड पर जाने वाले डॉक्टर्स का राउंड लेने का समय नोटिस बोर्ड में चस्पा किया जाएगा।

सभी डॉक्टर्स चिकित्सक अपने नाम का बैज भी लगाएंगे। ड्यूटी पर तैनात पैरा मेडिकल स्टॉफ भी अपने नाम का बैज लगाएंगे।

मरीज को यह पता रहे कि किस चिकित्सक ने कब विजिट किया था।

जिन जिलों से अधिक पॉजिटिव केस आ रहे हैं, उनकी गूगल मैपिंग भी कराई जाए तथा कांटेक्ट ट्रेसिंग बढ़ाकर फोकस्ड टेस्टिंग पर बल दिया जाए।

Posted By: Inextlive