Meerut : इस बस में सुरक्षा की गारंटी है. इसकी हर सीट लेडीज के लिए आरक्षित है. इसमें गल्र्स को मनचलों की भद्दी फब्तियां नहीं सुननी पड़ेंगी. महिला सीट के लिए किसी पुरुष से बहस नहीं करनी पड़ेगी. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर शुरू की गई स्पेशल महिला बस सेवा में पहले दिन सफर करने वाली महिलाओं के चेहरे पर काफी सुकून नजर आया. बच्चा पार्क पर डीएम की वाइफ ने महिला स्पेशल बस सेवा का उद्घाटन किया.


सुकून से होगा सफरमेरा नाम अनामिका शर्मा मैं इरीगेशन डिपार्टमेंट में काम करती हूं। मुझे तो बस में चढऩे बाद ही पता चला कि ये महिला स्पेशल बस है। सरकार और  प्रशासन से काफी बढिय़ा काम किया है। प्राइवेट बसों और टैंपो में तो काफी हेक्टिक होता था। होगा डिसिप्लीनबस में सफर करने वाली डॉ। विनीता ने कहा कि इन बसों में डिसिप्लीन होगा। कोई किसी से बद्तमीजी से बात नहीं करेगा। कंडक्टर और ड्राइवर भी इस बात का ध्यान रखेंगे कि इन बसों में सभी महिलाएं है। बीकेट की स्टूडेंट अपराजिता ने कहा कि सिटी प्राइवेट बसों में लटकते लडक़ों के भद्दे मजाक को सुनना बर्दाश्त से बाहर हो जाता है। इन बसों से काफी राहत मिलेगी। इससे लड़कियों का कांफिडेंस काफी बढ़ेगा। साथ ही कंडक्टर भी महिला हो तो और भी बढिय़ा रहेगा।महिलाओं ने दिए सुझाव- बसों में फस्र्ट एड बॉक्स होना चाहिए।
- महिला बस में कंप्लेन बॉक्स होना चाहिए। - सक्षम अधिकारी का नाम सहित मोबाइल नंबर होना जरूरी है। - बस में महिला हेल्पलाइन नंबर प्रॉयरिटी बेसिस पर होना चाहिए। - हर रोज महिला पुलिस अधिकारी द्वारा बस की चेकिंग होनी चाहिए। - किसी महिला पुलिस अधिकारी का भी नंबर बस में काफी जरूरी है।


- महिला स्पेशल बसों में ‘पुरुषों का इन बसों में बैठना दंडनीय अपराध है’ लिखा होना चाहिए। - जल्द महिला बस कंडक्टर्स की भर्ती करना बेहद आवश्यक है। - रजपुरा से मोदीनगर और सिटी स्टेशन से राधा गोविंद तक इन दो रूटों पर बस चलाई जाए।सुबह से छह से शाम 5 बजे तक महिला बस सेवा सुबह 6 बजे से राधा गोविंद से चलेगी। वहीं सिवाया टोल से सुबह बस की शुरुआत 7 बजे होगी। हर एक घंटे में महिलाओं को सर्विस मिलेगी। 20 किमी। के सफर में एक बस लौट-फेर के 10 चक्कर लगाएगी। राधा गोविंद से शाम 3 बजे से तो सिवाया से शाम 4 बजे बस की आखिरी सर्विस होगी। 11 को होगा इंटरव्यूइन दो बसों में महिला कंडक्टर्स के लिए 11 को इंटरव्यू कंडक्ट किए जा रहे हैं। इनमें उन लड़कियों को प्रायरिटी दी जाएगी जिनके पास एनसीसी का बी सर्टिफिकेट हो और कम से कम ट्वेल्थ पास हो।'जिस तरह से महिलाओं के साथ छेड़छाड़ बढ़ रही है और वारदातें हो रही हैं। इन बसों में सफर करने से महिलाएं अपने को ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगी साथ ही काफी फायदेमंद साबित होंगी.'- संदीप लाहा, आरएम, रोडवेज

Posted By: Inextlive