- तीनों के खिलाफ एफआईआर के आदेश, वापस होगा पैसा

- तीनों से होगी मानदेय की रिकवरी, प्रशासन को रिपोर्ट भेजी

Meerut: बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षा मित्रों की सहायक अध्यापक के पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। जिसमें काफी संख्या में शिक्षा मित्रों को नियुक्ति दे दी गई है। इनमें कुछ की नियुक्ति टीचर्स की कमी के चलते नगर एरिया में कर दी गई है। नियुक्त किए गए शिक्षा मित्रों का फिलहाल वेरीफिकेशन चल रहा है। जिसमें तीन शिक्षा मित्रों के डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन में फर्जी पाए गए। जिसका पता इन शिक्षा मित्रों को चला तो दबाव बनाने के लिए बीएसए ऑफिस पहुंच गए। जहां इनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है।

यह है सीन

मेरठ जिले में मौजूद शिक्षा मित्रों की तैनाती की प्रक्रिया डायट मवाना पर चल रही है। जिनको नियुक्ति के लिए पत्र दे दिए गए हैं। इन शिक्षा मित्रों को दो चरणों में नियुक्ति लेटर प्रदान किए गए। पहले बैच के क्म्ख् और सेकंड बैच के फ्भ् शिक्षा मित्रों को मेरठ नगर क्षेत्र में तैनाती दे दी गई। वर्तमान में तैनाती पाने वाले शिक्षा मित्रों के वेरीफिकेशन चल रहे हैं। जिनमें से तीन शिक्षा मित्रों के डॉक्यूमेंट्स पूर्ण रूप से फर्जी पाए गए। जो सालों से इन डॉक्यूमेंट्स पर काम कर रहे थे और मानदेय पा रहे थे। साथ ही इन्होंने सहायक अध्यापक तक का वेतन पाना शुरू कर दिया था। इससे पहले ही इनकी पोल खुल गई।

बीएसए पर बना रहे दबाव

जब इन तीनों शिक्षा मित्रों के बारे में जानकारी मिली तो इनके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई। इन सभी की रिपोर्ट शासन व प्रशासन को भेज दी गई। साथ ही इनके खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई करने की तैयारी बीएसए ने कर ली है। वहीं जब इन शिक्षा मित्रों को अपने बारे में जानकारी मिली तो ये बीएसए पर दबाव बनाने के लिए पहुंच गए। जहां मंत्री की सिफारिश लेकर भी पहुंचे। लेकिन बीएसए ने साफ इंकार कर दिया कि वह इस मामले में अपनी नौकरी नहीं गवां सकता। इनके खिलाफ जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। इनसे मानदेय भी रिकवरी के लिए कार्रवाई की जाएगी। जो पैसा इन्होंने अब तक लिया उसको रिकवर किया जाएगा।

वर्जन

तीन शिक्षा मित्रों के डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन में फर्जी पाए गए हैं। जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। एफआईआर दर्ज करवाने के साथ ही इनसे सारा मानदेय भी वापस लिया जाएगा। - जीवेंद्र सिंह ऐरी, बीएसए

Posted By: Inextlive