Ganesh Chaturthi 2020: इस बार शहर में नहीं होंगे सार्वजनिक कार्यक्रम पंडाल में नहीं घर पर ही विराजेंगे गणपति।

मेरठ (ब्‍यूरो)। Ganesh Chaturthi 2020: गणेश चतुर्थी को भी लोग धूमधाम के साथ मनाते हैं, गणपति को घर लाकर विराजमान करने से लेकर उनका विसर्जन भी धूमधाम से करते हैं। 10 दिन के इस त्योहार पर गणपति की स्थापना की जाती है, ऐसे में कोई पांच दिन तो कोई सात तो कोई तीन दिन अपनी मन्नतों के अनुसार गणपति की स्थापना करते हैं। गणेश उत्सव भाद्रपद मास की चतुर्थी से चतुर्दशी तक यानी दस दिनों तक चलता है, लेकिन सभी इसको अपनी मानी मन्नतों के अनुसार ही करते हैं। इसके बाद चतुर्दशी को इनका विसर्जन किया जाता है।

ये है शुभ मुहूर्त

- 11 बजकर सात मिनट से दोपहर एक बजकर 42 मिनट तक

- 4 बजकर 23 मिनट से सात बजकर 22 मिनट तक शाम को

9 बजकर 12 मिनट से 11 बजकर 23 मिनट तक रात को

विसर्जन- मंगलवार 1 सितंबर 2020

ऐसे करें पूजा

पंडित श्रीधर त्रिपाठी के अनुसार भगवान की पूजा करें और लाल वस्त्र चौकी पर बिछाकर स्थान दें। एक कलश में जलभरकर उसके ऊपर नारियल रखकर चौकी के पास रख दें। दोनों समय गणपति की आरती, चालीसा का पाठ करें। प्रसाद में लड्डू का वितरण करें।

सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे

इस बार कोरोना के चलते उत्सव सिमटकर घरों तक ही सीमित रहेगा। लख्मी विहार सोसाइटी में लोग घर पर ही गणेश की मूर्ति स्थापित करेंगे। सोसायटी अध्यक्ष बिल्लू चौधरी ने बताया इस बार सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा। इसी तरह सरस्वती विहार, श्रीराम पैलेस व द्वारिकापुरी आदि सोसाइटी में भी लोग घरों में ही विनायक की मूर्ति की स्थापना करेंगे

टूटेगी 27 वर्ष पुरानी परंपरा

श्रीगणेश शोभायात्रा समिति ने बागपत गेट शिव चौक स्थित प्राचीन भोले शंकर महादेव मंदिर में बैठक की। मुख्य संयोजक अभिषेक अग्रवाल व कार्यक्रम प्रधान सतीश राजपूत ने बताया कि गणेश चतुर्थी पर मंदिर परिसर को झालरों से सजाकर गणेश की छोटी मूर्ति मंदिर परिसर में स्थापित की जाएगी। बाद में मंदिर परिसर में भ्रमण कराकर मूर्ति को विसर्जन कर दिया जाएगा। बैठक में अश्वनी शर्मा व रोशन शर्मा आदि भी मौजूद रहे।

भोग के लिए तैयार मोदक

भगवान गणेश को मोदक का भोग सबसे अधिक पसंद है। इसलिए गणेश उत्सव से पहले ही कई स्वाद के मोदक तैयार किए गए हैं, जिससे गजानन को उनके मनपसंद मोदक का भोग लगाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सके।

इस बार बने खास मोदक

इस बार मोदक में कोकोनेट, लौकी व चॉकलेट के मोदक के अलावा देसी घी में बने बूंदी के मोदक, पाइनएप्पल के मोदक, काजू, मावा व पिस्ता के स्वादिष्ट मोदक तैयार किए गए हैं इसलिए इस बार गणपति बप्पा को अपनी पसंद के किसी भी मोदक का भोग लगाकर प्रसन्न किया जा सकता हैं मोदक की कीमत 240 से 780 रुपये किलो तक है

इनका कहना है

गणेश उत्सव पर पंडाल न लगने के कारण इस बार मोदक की मांग पिछले साल की अपेक्षा कम ही रहेगी, लेकिन हमारी तैयारी पूरी है। हमने सभी प्रकार के मोदक तैयार किए हैं। सबसे ज्यादा मांग मावे के बने मोदक और बूंदी के मोदक की रहती है।

- नीरज, प्रेम स्वीट सदर

इस बार वनिला, स्ट्रॉबेरी, आरेंज और चॉकलेट फ्लेवर में मोदक तैयार किए गए है इनकी कीमत 360 रुपये किलो हैं। गणेश उत्सव में इन सभी फ्लेवर की मांग रहती है

- संचित गुप्ता, रामनाथ लड्डू वाले सदर

Posted By: Inextlive