आंखों की रोशनी चले जाने से तनाव में आए व्यापारी ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पड़ोसी साथी ने इसकी सूचना पुलिस व परिजनों को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।


मेरठ, (ब्यूरो)। पर्ल रेजीडेंसी, ब्रह्मïपुरी निवासी मनीष गांधी (42) पुत्र स्व। जगन्नाथ गांधी लोहे का व्यापार करते थे। उनके पड़ोसी नितिन शर्मा का परतापुर थाना क्षेत्र में भगतजी कोल्डस्टोरेज कंपाउंड है। नितिन ने बताया कि मनीष रोजाना उनके कंपाउंड आते थे। मंगलवार को भी मनीष वहां पहुंचे थे। नितिन ने बताया कि वह अपने केबिन में बैठे थे। अचानक गोली की आवाज आई तो वह दौड़कर दूसरे केबिन में पहुंचे। जहां पर मनीष ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारी हुई थी। इसकी सूचना नितिन ने परिजनों के साथ ही पुलिस को दी।

मौके पर पहुंची पुलिस
सूचना मिलते ही परतापुर थाना पुलिस व परिजन मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। नितिन ने बताया कि मृतक पिछले 25 सालों से शुगर की बीमारी से जूझ रहे थे, जिसके चलते दो साल पहले उनकी आंखों की रोशनी भी चली गई। आंखों की रोशनी जाने से वह डिप्रेशन में थे, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया। मृतक के दो बेटियां हैैं। जो अभी पढ़ाई कर रही अध्ययनरत हैैं। मनीष की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परतापुर थानाध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप ने बताया कि मनीष ने अपनी पिस्टल से आत्महत्या की है। परिजनों की तरफ से अभी कोई तहरीर नहीं मिली है।

Posted By: Inextlive