लोगों से एलर्जी और कोविड के लक्षणों को पहचानने की अपील

विभाग ने अंतर पहचानने के लिए जारी की एडवाइजरी

Meerut। कोरोना वायरस डॉक्टर्स के लिए फिलहाल अबूझ पहेली बना हुआ है। वहीं सीजनल एलर्जी और बीमारियों ने अलग मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। कोविड-19 और दूसरी बीमािरयों में फर्क न कर पाने की वजह से जहां लोगों में दहशत फैल रही है। वहीं विभाग लोगों से एहितयात बरतने की अपील कर रहा है। इसके लिए खास एडवाइजरी भी जारी की गई है। सीएमओ डॉ। राजकुमार ने बताया कि कोविड-19 और सामान्य फ्लू या एलर्जी के लक्षणों को समझना जरूरी है।

कोविड-19 के लक्षण

डॉक्टर्स के मुताबिक कोविड-19 के अधिकतर मरीज एसिम्पटोमेटिक हैं। वहीं कुछ मरीजों में माइल्ड सिम्पटम्पस आ रहे हैं। इसमें नार्मल कोल्ड मेन है। इसके अलावा गले में दर्द या सांस लेने में दिक्कत इसके दूसरे मुख्य लक्षण हैं। बुखार या ठंड लगना, सूखी खांसी, थकान, सरदर्द, सीने में दर्द व बलगम का जमना भी इसके लक्षणों में है। जबिक साइनस कंजेशन व सांस लेने में दिक्कत कोविड-19 के नॉर्मल सिम्पटम्पस में नहीं आता है।

जुकाम या सामान्य फ्लू

जुकाम होने पर बदन दर्द होता है और शरीर में अकड़न महसूस होती है। वहीं फ्लू या एलर्जी होने पर नाक बहना, हल्का बलगम, थकान, छींक आना, आंखों से पानी आना या लाल होना, गले में खराश व दर्द, तेज बुखार जैसे लक्षण होते हैं। वहीं फ्लू सात से 10 दिनों के साइकिल को पूरा करके खत्म हो जाता है। वहीं इन बीमारियों से लड़ने में रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से एक्टिव हो जाती है।

ये है एडवाइजरी

यदि कोई व्यक्ति किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आया है और इस तरह के लक्षण दिखें तो तुरंत ही कोविड-19 हेल्पलाइन पर फोन करके जानकारी लें।

नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र अथवा अस्पताल जाकर समस्या के बारे में बताना चाहिए।

यदि लंबे समय से घर में ही हैं और उसके बाद कोल्ड, बुखार या शरीर टूटने जैसी समस्या आ रही है तो यह सीजनल वायरल के लक्षण हो सकते हैं।

टेलीमेडिसिन या ई-संजीवनी के माध्यम से भी डॉक्टर्स से जानकारी की जा सकती है।

बरसात के मौसम में बुखार, बदन दर्द, खांसी, बलगम, सर्दी लगना, जुकाम होना नार्मल है। मौसम के कारण वायरल, एलर्जी और कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण लगभग एक जैसे ही हैं। ऐसे मे नार्मल वायरल है या कोरोना वायरस संक्रमण, इसे समझने के लिए अवेयर होना जरूरी है। सिम्पटम्पस के आधार पर पता लगाया जा सकता है कि बीमारी किस तरह की है।

डॉ। हीरा सिंह, सीएमएस, जिला अस्पताल

बुखार या कोल्ड होने की स्थिति में मरीज को एकदम से कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं मान लेना चािहए। मरीज एक दम अस्पताल भागने की बजाए टेलीमेडिसीन की सुविधा ले सकता है। इन दिनों सीजनल बीमारियां भी बढ़ रही हैं। अस्पतालों में भीड़ बढ़ने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

डॉ। राजकुमार, सीएमओ, मेरठ

Posted By: Inextlive