समस्या

भैसाली रोडवेज बस अड्डे में साल 2018 में यात्रियों के प्लेटफॉर्म का निर्माण किया गया था। जिसका फर्श अब टूटने लगी है। फर्श पर लगी टाइल्स नीचे धसक गई है। जिससे कभी भी हादसा हो सकता है।

कारण

भैसाली बस अड्डे पर जहां पर मिट्टी धसक रही है। वहां पर नीचे वाटर टैंक है, जिसकी मरम्मत कराए बिना ही भराव कर दिया गया। जिसका असर ये रहा कि अब मिट्टी धसकने से टाइल्स तक टूट गए हैं।

लापरवाही

एक्सपर्ट के मुताबिक बस अड्डे पर प्लेटफॉर्म निर्माण करते समय सबसे पहले वाटर टैंक की रिपेयर की जाती, जिसके बाद ही प्लेटफॉर्म का निर्माण किया जाता, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण दो साल भी निर्माण कार्य नहीं चल सका।

नए बने बस डिपो पर जगह जगह टूटने लगा फर्श

6.5 करोड़ की लागत से भैसाली बस डिपो में कराया गया था निर्माण कार्य

2 साल पहले बनाया गया प्लेटफार्म दो साल भी नहीं चल सका

2 करोड़ से अधिक का खर्च तो सिर्फ प्लेटफार्म बनाने में किया गया था

2018 में भैंसाली बस डिपो को तोड़कर नए तरीके से कराया गया था निर्माण कार्य

एआरएम बोले, फर्श धंसने के मामले की हो ही है जांच

मेरठ। सरकारी विभागों में निर्माण कार्य की स्थिति क्या होती है इसकी एक बानगी बस अड्डे पर टूटते प्लेटफॉर्म को देखकर लगाई जा सकती है। दो साल पहले करीब साढे़ छह करोड़ की लागत से बनाए गए भैंसाली बस डिपो के निर्माण की पोल अब धीरे धीरे खुल रही है। हालत यह है कि डिपो को पूरी तरह तैयार हुए अभी साल भी नही बीता है कि नवनिíमत प्लेटफार्म जगह जगह से टूटने लगा है। जबकि इस प्लेटफार्म को बनाने में ही दो करोड़ से अधिक का खर्च दिखाया गया था। बस अड्डे पर प्लेटफार्म को बनाने में लापरवाही बरती गई। जिस कारण प्लेटफार्म के फर्श के नीचे की मिट्टी धंसने लगी है। हालांकि, अब आनन-फानन में निर्माण कार्य के इंजीनियर गड्ढों को भरने में जुट गए हैं।

टूटने लगा सवा दो करोड़ का प्लेटफार्म

सूत्रों की मानें तो साल 2018 में भैंसाली बस डिपो को तोड़कर नए तरह से बनाने के लिए काम शुरु किया गया था। इसके तहत बस डिपो का फ्लोर सड़क के लेवल से ऊंचा करने के लिए पूरे डिपो में भराव कर टाइल्स लगाई गई थी। डिपो में नए प्लेटफार्म तैयार कर टीन शेड से कवर किया गया था। इस पूरे काम में करीब साढे़ छह करोड़ रुपए का व्यय दिखाया गया है। जबकि इसमें से करीब सवा दो करोड़ रुपए का व्यय तो सिर्फ बस डिपो के प्लेटफार्म बनाने और टीन शेड से कवर करने में खर्च किए गए। लेकिन अब इसी प्लेटफार्म का फर्श जमीन में धंसने लगा है। इससे यात्रियों को चोट लगने का रिस्क हो गया है।

धंस रहा फर्श

इस प्लेटफार्म के ही थापर नगर साइड में यात्रियों की सुविधा के लिए शौचालय का निर्माण कराया गया था। लेकिन गत माह इस शौचालय के बाहर प्लेटफार्म फर्श अचानक टूटकर जमीन में घंस गया। जिस कारण से फर्श में जगह जगह टाइल्स टूट गई और गड्ढे हो गए हैं। प्लेटफार्म का फर्श टूटते ही निर्माण विभाग द्वारा इसकी रिपेयरिंग का काम तो शुरु कर दिया गया, लेकिन बार बार बनाने के बाद भी यह फर्श धंसे जा रहा है। जानकारों की मानें तो इसके नीचे वाटर टैंक बना था जिसको रिपेयर कराए बिना ही भराव कर दिया गया। जिससे अब वहीं से जमीन धंस रही है।

पीछे नाला है, बरसात के कारण नाले में पानी अधिक आने से शायद जमीन बैठ गई है। इसकी रिपेयरिंग का काम निर्माण विभाग ने शुरु करा दिया है। बाकी जांच भी हो रही है कि फर्श क्यों धंस रहा है जल्द इसे सही करा दिया जाएगा।

राजेश कुमार, एआरएम

Posted By: Inextlive