Meerut : अब इंडियन फॉरेस्ट सर्विस की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स आईएएस भी बन सकते हैं. इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज आईएफएस के पैटर्न में चेंज किया गया है.


 अब आईएफएस बनने के लिए सिविल सर्विसेज का प्री एग्जाम भी क्वालीफाई करना होगा। ये प्री आईएएस के प्री के साथ ही होगा। जिसका नुकसान और फायदा दोनो ही हैं।पैटर्न चेंजअब तक आईएफएस में जाने के लिए सिर्फ आईएफएस का प्री या रिटन एग्जाम देना पड़ता था जिसमें क्वालिफाई करने के बाद इंटरव्यू होता था, लेकिन अब इसे सिविल सर्विसेज के प्री एग्जाम से जोड़ दिया गया है। कैंडीडेट को पहले प्री क्लियर करना होगा। उसके बाद ही मेन में जाने का मौका मिलेगा। जो कैंडीडेट पिछले कई सालों से पुराने पैटर्न के हिसाब से तैयारी में लगे हुए थे। ये उन कैंडीडेट्स के लिए ये थोड़ा मुश्किल भरा होगा।फायदा भी नुकसान भी


हालांकि जानकार मानते हैं कि ये फायदे का सौदा है। गुरु द्रोणाचार्य के डायरेक्टर विजय अरोड़ा बताते हैं कि अब कैंडीडेट एक ही पैटर्न से दो तरह के एग्जाम दे पाएगा। वो आईएएस भी बन सकता है। पहले पेपर सिर्फ इंग्लिश में था, लेकिन अब लैंग्वेज बेनिफिट भी मिलेगा। वहीं अमात्य आईएएस पीसीएस के डायरेक्टर राजेश भारती का कहना है कि पहले से तैयारी कर रहे कैंडीडेट्स को अब जीएस पर ज्यादा ध्यान देना होगा। पहले ये पेपर सिर्फ साइंस बेस्ड ही होता था। लेकिन अच्छा परफॉर्म करने वालों के लिए ये अच्छा मौका होगा।नंबर से फर्क नहीं पड़ेगाजहां पहले आईएफएस के लिए सभी सवाल एसे टाइप होते थे। अब प्री एग्जाम में 400 नंबर के दो पेपर होंगे। दोनों ही पेपर मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन होंगे। लेकिन अच्छी बात ये है कि प्री में पास होने के बाद उसके नंबर आगे के रिजल्ट को प्रभावित नहीं करेंगे। प्री के नंबर सिर्फ मेन एग्जाम में एंट्री दिलाएंगे। फाइनल सेलेक्शन मेन एग्जाम और इंटरव्यू में मिलने वाले नंबर के आधार पर होगा। प्री के नंबर फाइनल मेरिट को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। यूपीएससी का कहना है कि नए पैटर्न के बाद अब एक लिए 12 से 13 कैंडीडेट ही मेन एग्जाम में पहुंच पाएंगे।आईएएस भी बन सकते हैंआईएफएस का ये प्री एग्जाम सिविल सर्विसेज वाले प्री के साथ ही होगा। बल्कि वही होगा। इसके रिजल्ट के बाद सिविल सर्विसेज के मेन और आईएफएस के मेन के लिए अगल-अलग कैंडीडेट की लिस्ट बनेगी। इसके बाद मेरिट के आधार पर कैंडीडेट को एग्जाम एलाट किया जाएगा। अगर नंबर अच्छे हैं तो दोनों ही मेन एग्जाम में बैठने का मौका मिलेगा। संभव है कि आईएफएस बनने निकला कैंडीडेट अपनी परफार्मेंस के दम पर आईएएस ही बन जाए।फॉर योर इन्फॉर्मेशन

- प्री एग्जाम में वन थर्ड की निगेटिव मार्किंग होगी।- प्री में हाई स्कूल लेवल के होंगे सवाल- आईएफएस के फॉर्म ऑनलाइन अवेलेबल हैं। फॉर्म चार अप्रैल 2013 को रात 12 बजे तक फार्म भर सकते हैं।सिलेबलप्री में दो पेपर होंगे।  पहला पेपर जनरल स्टडी का है जिसमें ज्योग्र्रफी, पॉलिटी, हिस्ट्री, करेंट अफेयर, इकोनोमिक्स और साइंस से सवाल आते हैं। इस पेपर में सौ क्वेश्चन पूछे जाते हैं। इसके लिए नेशनल एंड इंटरनेशनल लेवल के करंट इवेंट, इंडियन नेशनल मूवमेंट एंड हिस्ट्री ऑफ इंडिया, देश विदेश की फिजिकल, सोशल, इकोनोमिकल जियोग्राफी, पॉलिटिकल सिस्टम, संविधान, पंचायती राज, पब्लिक पॉलिसी, अधिकार आदि, इकोनोमिक एंड सोशल डेवलपमेंट - सस्टेनेबल डेवलपमेंट, गरीबी, सोशल सेक्टर, इंक्लूजन, एनवॉयरमेंटल इकोलॉजी, बायो डायवर्सिटी, क्लाइमेट चेंज, जनरल स्टडीज टॉपिक पढ़ें। सेकंड पेपर सिविल सर्विसेस एप्टिट्यूट टेस्ट का है, जिसमें इंटरपरशनल और कम्यूनिकेशन स्किल, लॉजिकल रिजनिंग और एनालिटिकल रिजनिंग, डिसिजन मेकिंग, जनरल मेंटल एबिलिटी, बेसिक न्यूमेरिकल स्किल टेस्ट और इंग्लिश कंप्रीहेंसन के क्वेश्चन आते हैं।

Posted By: Inextlive