विजिलेंस की जांच में 20 डिग्रियों में मिली गड़बड़ी

प्राइवेट कम्पनी में जॉब के लिए दी गई थी मार्कशीट

बीबीए और बीसीए की डिग्री है, प्राइवेट कॉलेज का नाम है गलत

Meerut। सीसीएसयू में मंगलवार को विजिलेंस विभाग में वैरिफिकेशन के लिए पहुंची डिग्रियों में से 20 डिग्रियों का फर्जी होने की आंशका जताई गई है। वैसे तो वैरिफिकेशन के बाद ही इनको फर्जी माना जा रहा है, लेकिन फिर भी अभी इस मामले में कुछ जांच होनी बाकी है। इसलिए अभी इन डिग्रियों को पूर्ण रुप से फर्जी घोषित नहीं किया जा रहा है। बता दें कि अगले सप्ताह तक इनकी जांच पूरी कर ली जाएगी, लेकिन इतना है कि इन 20 डिग्रियों के फर्जी होने की अधिकतम शंका जताई जा रही है।

आई थी प्राइवेट कम्पनीज से डिग्री

बता दें कि बीते आठ साल पुरानी ऐसी डिग्रियां प्राइवेट कम्पनीज से सौ की संख्या में पहुंची है। ये कम्पीनज दिल्ली व नोएडा की है। इन डिग्रियों में अभी 20 डिग्री ऐसी मिली है, इनमें कॉलेजों के नाम आधे अधूरे हैं। रोलनंबर के नंबरों में हेरफेर व नाम की डिग्री सीसीएसयू के रिकॉर्ड में न होना पाया गया है। हालांकि इस रिकॉर्ड को ऑनलाइन सर्च करने के बाद अभी ऑफलाइन भी सर्च किया जा रहा है। वैसे लगभग जांच हो चुकी है, लेकिन एकबार फिर से फाइनल जांच करने के बाद ही इनके फर्जी होने की पूरी सूचना संबंधित कम्पनीज को दी जाएगी।

चल रही है अभी जांच

विजिलेंस विभाग के सदस्य अरुण ने बताया कि जांच चल रही है सौ डिग्रियां है। उनमें से बीस की जांच हो चुकी है। बाकी उन बीस की फाइनल जांच होनी बाकी है। ये डिग्रियां फर्जी होने की पूरी संभावना है। इनमें पांच तो ऐसी है जिनके कॉलेज के नाम ही गलत है। ऐसे कोई कॉलेज एफिलेटिड है ही नहीं, बाकी रोल नंबर की डिजिट की हेराफेरी करीब दस है और बाकी में भी कुछ न कुछ गड़बड़ी है जो जल्द ही क्लियर हो जाएगा। बाकी 80 की जांच चल रही है। इस माह के लास्ट तक बाकी जांच भी की जाएगी। सबकी रिपोर्ट यूनिवर्सिटी में तैयार कर उन पर एक्शन भी लिया जाएगा.जांच के बाद एफआईआर दर्ज भी की जाएगी।

Posted By: Inextlive