15 हजार शस्त्र लाइसेंस का होगा नए सिरे से वेरीफिकेशन

70 लाइसेंस अब तक किए जा चुके हैं कैंसिल

- अपराधिक प्रवृति के लोगों के कैंसिल किए जाएंगे शस्त्र लाइसेंस

- शस्त्र लाइसेंस को लेकर गंभीर है शासन-प्रशासन

Meerut । यदि कभी लाइसेंसी असलाह की हनक दिखाई है या फिर आप पर हर्ष फायरिंग या कोई अपराधिक केस दर्ज हुआ है तो जल्द ही आपका लाइसेंस रद्द हो सकता है। पंचायत चुनाव को देखते हुए लाइसेंसी असलहों का वैरीफिकेशन कराने की तैयारी है।

चुनावी तैयारी

मेरठ में पंद्रह हजार शस्त्र लाइसेंस है। जिसमें देहात और शहर के लाइसेंस शामिल है। पंचायत चुनाव को देखते हुए किसी तरह की वारदात न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। शासन से गाइड लाइन आई है जितने भी शस्त्र लाइसेंस है उनका पूरी तरह से वैरीफिकेशन कराया जाएगा। इसके लिए एसएसपी को भी पत्र लिख दिया गया है। संबंधित लाइसेंस धारक का वैरीफिकेशन पुलिस जाकर कराएगी। यदि अपराधिक मामले लाइसेंसधारक पर दर्ज हुए तो उसका लाइसेंस पुलिस की रिपोर्ट आने के बाद कैंसिल कर दिया जाएगा। जल्द ही लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी ताकि नियमों का सख्ती से पालन किया जा सके।

पहले हो चुके कैंसिल

शस्त्र लाइसेंस का प्रदर्शन करना और उसको अवैध रूप से कहीं भी चला देना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। जिसको लेकर डीएम कई बार गाइडलाइन भी जारी कर चुके है, लेकिन बावजूद इसके लोग बाज नहीं आते है। अवैध रूप से कहीं भी फायरिंग कर देते है। ऐसे में लोगों के लाइसेंस निरस्त किए जा चुके है। लाइसेंसी शस्त्र का दुरुपयोग करने वाले 70 लोगों का लाइसेंस निरस्त हो चुका है। यह उन लोगों के लाइसेंस पिछले तीन सालों में निरस्त हुए है जिन्होंने हवाई फायरिंग और जश्न में फायरिंग की है। डीएम के आदेश पर यह शस्त्र लाइसेंस कैंसिल किए गए है। इस दुरुपयोग को रोकने के लिए लगातार अवैध शस्त्र लाइसेंस पर कार्रवाई की जा रही है, इसलिए एक बार फिर से शस्त्र लाइसेंस का वैरीफिकेशन कराया जा रहा है ताकि इनका दुरुपयोग अब न हो। जिन्होंने दुरुपयोग पिछले एक साल में किया है उनका कैंसिल किया जा सके। इसकी मानीटरिंग प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा की जाएगी।

अवैध शस्त्रों पर भी सख्त कार्रवाई के आदेश

शस्त्र लाइसेंस के साथ-साथ अवैध शस्त्रों के खिलाफ भी नजर रखी जा रही है। एसएसपी अजय साहनी ने शहर से लेकर देहात तक के सभी थानेदार और सीओ को अवैध शस्त्र बनाने और बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के दिशा-निर्देश दिए है। पंचायत चुनाव में लाइसेंसी शस्त्र के साथ-साथ अवैध शस्त्र का प्रयोग न हो इसको लेकर पूरा फोकस रखा जा रहा है। शस्त्र बनाने वाले गैंगों पर नजर रखी जा रही है। इसको लेकर इंटेलीजेंस को भी अलर्ट कर दिया गया है। अवैध शस्त्र बनाने वालों पर सीओ स्तर पर भी निगरानी रखने के निर्देश दिए है।

मेरठ में सुरक्षा के लिहाज से जिनको शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए है, उनका वैरीफिकेशन कराया जाएगा। यदि किसी पर कोई मुकदमा दर्ज हुआ तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सत्येंद्र कुमार सिंह

सिटी मजिस्ट्रेट

मेरठ।

Posted By: Inextlive