जनवरी में है एक ही मुहूर्त, 22 अप्रैल को है दूसरा मुहूर्त, तारा अस्त रहने से नहीं बजेगी शहनाई

Meerut। इस सीजन में शादी ब्याह में कोरोना की बंदिशों के साथ ही शुभ मुहूर्त भी थम गया है। कई परिवारों को शुभ मुहूर्त न मिलने से उनका इंतजार बढ़ गया है। अब उनको विवाह के लिए 22 अप्रैल 2021 तक का इंतजार करना होगा। इससे पहले फरवरी में बसंत पंचमी का अबूझ मुहूर्त है, जबकि हर साल जनवरी व फरवरी में भी शादियों के मुहूर्त होते थे। पर इस बार नहीं है। गौरतलब है कि इस सीजन का आखिरी साया 13 दिसंबर को था। विल्वेश्वरनाथ संस्कृत महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ। दिनेश दत्त शर्मा ने बताया कि शादी के शुभ मुहूर्त के लिए वृष, मिथुन, कन्या, तुला व मीन लग्न में से किसी एक का रहना जरुरी है, वहीं रेवती, रोहिणी,मृगशिरा, मूल, मघा, हस्त, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुन, उत्तरा भाद्र, उत्तरा आषाढ़ में एक नक्षत्र की उपस्थिति अनिवार्य है, सर्व उत्तम मुहूर्त के लिए रोहिणी, मृगशिरा व हस्त नक्षत्र का रहना जरुरी है।

धनु राशि में आएगा सूर्य

15 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में आने से खरमास आरंभ हो जाएगा, जो अगले साल 14 जनवरी तक रहेगा। इस कारण शादी विवाह नहीं होंगे। इसके बाद 19 जनवरी को गुरु तारा अस्त होगा,जो 16 फरवरी तक रहेंगे, इसके बाद 16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र तारा अस्त होगा, इसके कारण शादी ब्याह बाधित रहेगा। अगले साल 22 अप्रैल से ही शादी विवाह शुरु हो जाएंगे। पंडित श्रीधर त्रिपाठी के अनुसार हिन्दू पंचांग के अनुसार, साल के पहले माह में सिर्फ एक मुहूर्त है और यह मुहूर्त 18 जनवरी को पड़ेगा, जो नए साल का पहला मुहूर्त होगा.18 जनवरी के बाद बृहस्पति और शुक्र ग्रह के कारण साल के शुरुआती महीनों में विवाह नहीं हो पाएंगे, दरअसल, मकर संक्रांति के बाद 19 जनवरी से 16 फरवरी तक गुरु तारा अस्त है, जिस कारण इस अवधि में विवाह नहीं हो पाएंगे। इसके बाद 16 फरवरी से ही शुक्र तारा के अस्त होने से शहनाई नहीं बज पाएंगी.यह अवधि 17 अप्रैल तक रहेगी, ऐसे में इस साल का दूसरा विवाह मुहूर्त 22 अप्रैल को होगा 22 अप्रैल के बाद से देवशयनी एकादशी 15 जुलाई तक विवाह के मुहूर्त हैं.इस बीच 37 विवाह मुहूर्त पड़ रहे हैं। वहीं, 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी से 13 दिसंबर तक विवाह के लिए कुल 13 मुहूर्त होंगे।

नही हैं विवाह के योग

साल 2021 में वसंत पंचमी 16 फरवरी को है। शास्त्रों में इसे भी शादी जैसे मांगलिक कार्य के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है, लेकिन इस दिन सूर्योदय के साथ ही शुक्र तारा अस्त हो जाएगा। इस कारण इस दिन भी विवाह का योग नहीं बन रहा है। इसलिए इसबार इस दिन भी विवाह करना उचित नही माना जा रहा है।

साल 2021 में विवाह मुहूर्त

जनवरी - 18

अप्रैल - 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29, और 30

मई - 1, 2, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 28, 29 और 30

जून - 3, 4, 5, 16, 20, 22, 23, और 24

जुलाई - 1, 2, 7, 13 और 15

नवंबर - 15, 16, 20, 21, 28, 29 और 30

दिसंबर - 1, 2, 6, 7, 11 और 13

कोरोना के कारण बढाई थी डेट

जहां ज्योतिषों के अनुसार 22 अप्रैल से पहले विवाह का बेहतर मुहूर्त नहीं है, वहीं कोरोना काल के चलते जिनको अपने विवाह की डेट को स्थगित करना पड़ा था, अब उनको विवाह के शुभ मुहूर्त मिलने मुश्किल हो रहे हैं। ऐसे में वो शादी के मुहूर्त को लेकर परेशान है, उनको अप्रैल से पहले की डेट ही नहीं मिल पा रही है, अब शादी के लिए लम्बा इंतजार करना होगा।

मेरी खुद की ही शादी पिछले साल अप्रैल में थी, कई बार डेट बढ़ी पर केस बढते देखकर विवाह आगे किया, अब अगले साल की अप्रैल से पहले की कोई डेट नहीं निकल रही है, पंडितों से पूछा पर डेट नही मिल पा रही है।

स्नेहा

मेरे भाई की शादी थी, पहले तो कोरोना केस बढ़ते देखकर आगे डेट करने का सोचा था, क्योंकि बाहर जाकर शादी करनी है, अब अगले साल की डेट नहीं मिल पा रही है , कई महीनों बाद ही हो पाएगी

पूजा

मेरी बहन की शादी थी, लेकिन अब उनकी शादी का मुहूर्त मई जून से पहले नहीें निकल रहा है, ऐसे में यहीं टेंशन है कि गर्मी के मौसम में पानी से लेकर बिजली तक की परेशानी होगी, काफी दिक्कतें होंगी

सुनिधि

Posted By: Inextlive