Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी के एडमिशन की बात की जाए तो अभी तक भी सीटें भरने का कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है. यूनिवर्सिटी ने नौ जिलों के सभी कॉलेजों के एडमिशन सेंट्रलाइज करके प्रोसेस को आसान बनाने का प्रयास किया था लेकिन अब यही प्रयास यूनिवर्सिटी के गले की फांस बनता जा रहा है. इस कथित अच्छे प्रोसेस के चलते दस मेरिट के बाद भी सरकारी कॉलेजों में सीटें नहीं भर पाई हैं जबकि प्राइवेट कॉलेजों की अभी आधी सीटें भी नहीं भरी हैं. प्राइवेट इंस्टीट्यूट में 31 परसेंट और सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में 58 परसेंट एडमिशन हो पाए हैं.


क्या ओपन होंगे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन?प्राइवेट कॉलेजों का एक ही सवाल है कि क्या ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फिर से ओपन होंगे। यूजी के प्रोफेशनल कॉलेजों में अभी भी करीब 32 हजार सीटें खाली हैं। जबकि सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में करीब 17 हजार सीटें खाली हैं। कुल मिलाकर यूजी में 56 हजार सीटें अभी स्टूडेंट्स के इंतजार में हैं। क्या ये सीटें बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ओपन किए भर पाएंगी।क्या बढ़ेगी एडमिशन की डेट?दूसरा सवाल जो सभी की पूछ रहे हैं ये कि क्या यूनिवर्सिटी एडमिशन की डेट बढ़ाएगा। यूनिवर्सिटी ने फिलहाल 14 सितंबर के बाद एक भी एडमिशन से इनकार कर दिया है। हालांकि कॉलेजों के दबाव के आगे यूनिवर्सिटी को झुकना पड़ सकता है।क्या अभी और मेरिट आएंगी


यूनिवर्सिटी का कहना है कि यूजी और पीजी की एक और मेरिट जारी की जाएगी। इसके बाद कोई मेरिट नहीं आएगी, लेकिन जब दस मेरिटों में ही एडमिशन पूरे नहीं हो पाए तो एक मेरिट में ही क्या होगा।कैसे भरेंगी सीटें

यूनिवर्सिटी ने अभी तक भी अपना ब्लू प्रिंट जारी नहीं किया है। ये नहीं बताया जा रहा है कि खाली सीटें भरने के लिए क्या किया जाएगा। प्राइवेट कॉलेजों के सामने बड़ी समस्या है कि मेरठ के प्राइवेट कॉलेजों की कोई एसोसिएशन नहीं है, जिसके बेस पर यूनिवर्सिटी पर दबाव बनाया जा सके।ये हो सकता है आसान रास्ता- यूनिवर्सिटी को गवर्नमेंट और एडेड कॉलेजों की सीटें 15 सितंबर तक भर लेनी चाहिए।- इसके बाद प्राइवेट कॉलेजों को 15 दिन का समय दे दें।- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और एडमिशन दोनों एक साथ ओपन कर दिए जाएं।- भले ही स्टूडेंट कॉलेज में जाकर एडमिशन कराए और साथ के साथ एडमिशन ले ले।- ये जिम्मेदारी कॉलेज की हो कि वो एडमिशन कनफर्म करेंगे।- पुराने नहीं सिर्फ नए रजिस्ट्रेशन के आधार पर ही एडमिशन हों।- प्राइवेट कॉलेजों के लिए मेरिट जारी करने की भी जरुरत नहीं है, क्योंकि यहां पर सीटें ज्यादा और स्टूडेंट कम बचे हैं।- ये एडमिशन पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर भी हो सकते हैं।- इससे कॉलेजों को स्टूडेंट, स्टूडेंट को कॉलेज और यूनिवर्सिटी को पैसा मिल जाएगा।दसवीं मेरिट से एडमिशन-कॉलेज  - एडमिशन - खाली सीटेंमेरठ कॉलेज - 27 - 665एनएएस - 13 - 738आरजी - 2 - 352केके कॉलेज - 0 - 35एसएमपीजी - 1 - 82डीएन - 9 - 196

Posted By: Inextlive