सर्दी के कारण दिनभर ठिठुरते रहे लोग, अलाव का लिया सहारा

आज और कल बारिश का अनुमान, सर्दी से नहीं मिलेगी राहत

मैदानी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश के बन रहे हैं आसार

Meerut। मौसम में बदलाव के कारण सोमवार को एक बार सर्दी ने दस्तक दे दी। हालांकि, बीते तीन से चार दिनों की राहत के बाद सोमवार को दिनभर बादल छाए रहे। साथ ही बर्फीली हवाओं के कारण लोग ठिठुरते नजर आए।

दिनभर रहे बादल

गौरतलब है कि बीते दो तीन दिनों से धूप निकल रही थी जिससे सर्दी से थोड़ी राहत भी थी। हालांकि, सुबह और शाम को शीतलहर के कारण सर्दी से लोग परेशान हो रहे थे। हालांकि, सोमवार को एक बार मौसम ने पलटी मारी और दिनभर बादल और बूंदाबांदी के कारण न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो आने वाले दिनों में सर्दी का असर रहेगा।

पश्चिमी विक्षोभ का असर

मौसम वैज्ञानिक डॉ। ए एन सुभाष के मुताबिक सोमवार को एकदम से मौसम में परिवर्तन वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानि पश्चिम विक्षोभ के कारण आया है। ऐसा आने वाले दिनों में भी देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार और बुधवार को भी बारिश का अनुमान है इसके बाद धुंध की फिर वापसी होगी। जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।

अलाव का सहारा

सोमवार को सर्दी के कारण दिनभर लोग अलाव के सहारे बैठे रहे। धूप न निकलने के कारण सबसे ज्यादा समस्या बच्चों को बुजुर्गो को हुई। हालंाकि, कड़ाके की सर्दी के बीच बच्चे स्कूल गए। वहीं कुछ स्कूलों में सर्दी होने के कारण जल्दी छुट्टी कर दी गई।

कम रही चहल पहल

सर्दी और गलन के कारण बाजारों में भी कम चहल पहल देखी गई। बीते दिनों धूप रहने के कारण बाजारों में भी ग्राहकों की आवाजाही रही थी, लेकिन सोमवार को बादल और हल्की बूंदाबांदी के कारण कम लोगों की कम आवाजाही रही।

बदलता रहेगा मौसम

मौसम वैज्ञानिक डॉ। ए एन सुभाष के मुताबिक इस महीने तापमान में बदलाव देखने को मिलेगा। पश्चिमी विक्षोभ के कारण मैदानी इलाकों में बारिश के आसार बन रहे हैं। तीन दिनों के अंतराल में धूप निकलेगी लेकिन सर्दी से फिलहाल राहत नहीं मिलेगी। न्यूनतम तापमान में बदलाव देखने को मिलेगा।

क्या होता है पश्चिमी विक्षोभ

दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ एक बाह्य उष्णकटिबंधीय चक्रवात के रूप में भूमध्यसागर में जन्म लेता है। यूक्रेन और आस-पास के क्षेत्र में एक उच्च दाब का क्षेत्र बनता है। इस कारण ध्रुवीय क्षेत्रों से ठंडी हवा तुलनात्मक रूप से स्फ्जोल गर्म और उच्च आ‌र्द्रतायुक्त हवा वाले क्षेत्र की ओर चलती है। यह दाब धीरे-धीरे मध्य-पूर्व से ईरान, अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान से भारतीय महाद्वीप में प्रवेश करता है।

ये होता है असर

वेस्टर्न डिस्र्टेब से भारतीय उपमहाद्वीप के निचले क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी होती है। अक्सर रात का तापमान बढ़ता है और असमय बारिश होती है।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश के आसार बन रहे हैं। मंगलवार और बुधवार को भी बारिश का अनुमान है। इसके बाद धुंध रहेगी। आने वाले दिनों में तापमान में फिर से गिरावट दर्ज की जा सकती है।

डॉ। ए एन सुभाष, मौसम वैज्ञानिक

Posted By: Inextlive