डर के आगे आधी आबादी की जीत
कोरोना वैक्सीन लगवाने में महिलाएं आगे
जिले में 41.21 प्रतिशत रहा महिलाओं का आंकड़ा Meerut। चूल्हे-चौखट से निकलकर महिलाओं न केवल हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही है बल्कि अपनी कार्यशैली से विकास की नई इबारत भी लिख रही है। महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा और दम का लोहा मनवाया है। ऐसी ही ताजा मिसाल कोरोना वैक्सीनेशन में भी सामने आई है। डर को काबू कर आधी आबादी ने इसमें पुरुषों को पछाड़कर फतेह हासिल कर ली है। आंकड़ों का समीकरणकोरोना वैक्सीनेशन अभियान में सबसे ज्यादा हिम्मत और हौंसला महिलाओं ने दिखाया है। इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में हुआ है। जिले में 16 जनवरी को हुआ टीकाकरण अभियान में महिलाओं का आंकड़ा 41.21 प्रतिशत रहा। कुल 286 महिलाओं ने टीकाकरण अभियान में भाग लिया वहीं पुरूषों का आंकड़ा 39.76 प्रतिशत रहा, यानी कुल 276 पुरूषों ने टीका लगवाया। आंकड़ों के अनुसार वैक्सीनेशन के लिए कुल 694 लोगों की सूची तैयार की गई थी। इस दौरान कुल 562 कुल लोग 7 वैक्सीनेशन साइट्स पर टीकाकरण के लिए पहुंचे थे। मेरठ में कुल 80.97 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन लगवाई।
महिला अस्पताल में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशनवैक्सीनेशन अभियान के पहले दिन सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन के लिए लाभार्थी महिला अस्पताल में पहुंचे। यहां 100 लोगों की सूची में से 96 लोगों ने वैक्सीनेशन करवाया। जबकि संतोष अस्पताल में 75, एलएलआरएम में 70, प्राइवेट मेडिकल कॉलेज 77, जबकि जिला अस्पताल 75, जबकि सीएचसी मवाना 76, जबकि सीएचसी सरधना 93 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।
अगले सत्र की तैयारियां शुरु कोरोना वैक्सीन को लेकर फर्स्ट फेज के अगले सेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। अगला सेशन 22 जनवरी को संभावित है। इस दौरान पहले फेज में शामिल किए गए हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन होगा। जनपद में 19533 स्वास्थ्य कर्मियों को पहले फेज में चयनित किया गया है। इसमें 9 हजार सरकारी और 10533 प्राइवेट लाभार्थी हैं। इनमें से 562 का टीकाकरण हो चुका है। आईएमए से मांगी मदद स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में दूसरे और तीसरे चरण की तैयारियां भी शुरू हो चुकी है। इसके लिए विभाग ने आईएमए से भी मदद मांगी है। विभागाधिकारियों के अनुसार आगामी चरणों में लाभार्थियों की संख्या ज्यादा है जबकि स्वास्थ्य विभाग के पास मैनपॉवर कम है।जिले में पहले दिन वैक्सीनेशन बेहतर हुआ है। महिलाओं की संख्या ज्यादा है। आगे के चरणों की भी तैयारियां हम कर रहे हैं। किसी भी स्थिति में कोई परेशानी न हो इसके लिए व्यवस्था की जा रही है।
डा। अखिलेश मोहन, सीएमओ, मेरठ