- सीसीएसयू में छात्राओं से मोबाइल नंबर मांग युवक पकड़ा

- यूनिवर्सिटी परिसर में हिन्दू संगठनों ने पकड़कर पीटा, पुलिस को सौंपा

-आरोपी के मोबाइल में गर्लफ्रेंड फोल्डर में मिले 350 लड़कियों के नंबर

Meerut । एक हाथ में चैनल की आईडी, दूसरे हाथ में बैग में कारतूस लेकर घूम रहे तथाकथित मीडिया कर्मी को विवि में छात्राओं के ऊपर रौब गालिब करते हुए पकड़ लिया। आरोपी की पिटाई करने के बाद मेडिकल पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने जब उसका मोबाइल चेक किया तो गर्लफ्रेंड नाम के एक फोल्डर में 350 लड़कियों के नंबर देख पुलिस भी चौंक गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आज कोर्ट में पेश करके आरोपी को जेल भेजा जाएगा। पुलिस ने उसके अन्य साथियों की भी तलाश शुरू कर दी है।

मोबाइल में फोटो

शास्त्रीनगर के मनीष कुमार, मंगल पांडेय नगर के विशाल कुमार और गोविंदपुरी के मोहित समेत बड़ी संख्या में छात्रों ने विवि में सालिक पुत्र जियाउद्दीन निवासी भवानी नगर को पकड़ लिया। आरोप है कि सालिक हर रोज विवि में रौब गालिब करता था। गुरुवार को विवि की छात्राओं से उनके मोबाइल नंबर मांग रहा था। इस दौरान हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता भी पहुंच गए। उन्होंने आरोपी का मोबाइल नंबर चेक किया तो आरोपी के मोबाइल में गर्लफ्रेंड नाम से फोल्डर है। जिसमें 350 लड़कियों के फोटो के साथ-साथ उसके मोबाइल नंबर भी सेव थे। उसके बैग की तलाशी ली गई तो एक रिवाल्वर का कवर और कारतूस भी थे।

पुलिस ने की पूछताछ

आरोपी की पिटाई करनी शुरू कर दी। सूचना पर मेडिकल पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी की। मेडिकल इंस्पेक्टर प्रमोद गौतम ने बताया कि सालिक से पूछताछ में सामने आया कि रौब गालिब करने के लिए ही फर्जी मीडियाकर्मी बना था। सालिक ने बताया कि उसके अन्य साथी भी यही काम कर रहे हैं। पुलिस ने सालिक को साथ लेकर अन्य युवक के घरों पर भी दबिश दी। इंस्पेक्टर मेडिकल प्रमोद गौतम का कहना है कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।

छात्राओं को करता था परेशान

कई दिन से छात्राओं को तथा कथित पत्रकार परेशान कर रहा था। उनसे नंबर मांगा करता था। कई छात्राओं ने तो आरोपी को अपना मोबाइल नंबर नहीं दिया है। आरोपी पर माहौल खराब करने का भी आरोप लगाया गया है।

कहां से लाया कारतूस जांच शुरू

सालिक रिवाल्वर का कवर और कारतूस कहां से लाया, इसकी जांच पड़ताल मेडिकल पुलिस ने शुरू कर दी है। मेडिकल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। कारतूस देने वालों के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

इन्होंने कहा

आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उससे पूछताछ के लिए इंस्पेक्टर मेडिकल को दिशा-निर्देश दिए है उसके पास इतने नंबर आए कैसे है। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।

डॉ। अखिलेश नारयण सिंह, एसपी सिटी, मेरठ।

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यूनिवर्सिटी में सुरक्षा के दावे तार-तार

मेरठ। सीसीएसयू में गुरुवार को एक संदिग्ध युवक के पकड़े जाने पर कैंपस की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। हालत यह है कि यहां पर कोई भी व्यक्ति आसानी से प्रवेश कर लेता है। गेट पर सुरक्षाकर्मी तो मौजूद हैं, लेकिन वे भी आने जाने से पूछताछ नहीं करते हैं।

नहीं होती है चेकिंग

वैसे तो यूनिवर्सिटी गेट पर चेकिंग होनी चाहिए। इसके लिए सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। बावजूद इसके, संदिग्ध लोगों को आसानी से एंट्री मिल जाती है। गुरुवार को एक संदिग्ध युवक पकड़ा गया। उसके पास कारतूस और लड़कियों के मोबाइल नंबर भी मिले।

गोपनीय विभाग में भी एंट्री

यूनिवर्सिटी की सुरक्षा का अंदाजा इस बात से भी लगा सकते हैं कि सिर्फ गेट ही नहीं गोपनीय विभाग तक लोगों की आसानी से एंट्री हो जाती है। गेट से लेकर विभाग तक में कोई आई कार्ड नहीं चेक होता है। लिहाजा रिकार्ड रजिस्टर महज दिखावा बना है।

पहले भी हो चुके हादसे

साल 2019

मार्च में यूनिवर्सिटी में एक छेड़छाड़ का मामला सामने आया था।

साल 2018

यूनिवर्सिटी में दो शोहदों द्वारा खुलेआम लड़कियों के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था।

सूचना मिली है कि संदिग्ध युवक यूनिवर्सिटी कैंपस में घूम रहा था। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। अब पुलिस कार्रवाई कर रही है। जो भी रिकॉर्ड मांगे जाएंगे, वो सब दिए जाएंगे।

चीफ प्रॉक्टर

प्रो। बीरपाल सिंह, चीफ प्रॉक्टर सीसीएसयू

Posted By: Inextlive