खुद तंबाकू छोड़ दूसरों को प्रेरित कर रहे स्वराज चौधरी

20 साल की उम्र में लग गई थी तंबाकू की लत

भैसाली बस अड्डे पर एक कार्यक्रम देखकर बनाया तंबाकू की लत छोड़ने का मन

Meerut। नशे की लत छोड़ना थोड़ा मुश्किल है लेकिन असंभव बिल्कुल नहीं, दृढ़ इच्छाशक्ति से कई युवा नशे की लत को छोड़ चुके हैं। उनमें से ही एक हैं स्वराज चौधरी। 28 साल के स्वराज चौधरी काफी लंबी मेहनत के बाद अपनी तंबाकू की लत छोड़ने में कामयाब हो चुके हैं और अब दूसरों को प्रेरित कर रहे हैं।

कम उम्र में लगी लत

बकौल स्वराज चौधरी 20-22 साल की उम्र में ही उन्हें तंबाकू सेवन की लत लगी थी। वह बताते हैं कि मुझे छोटी सी उम्र में ही तंबाकू का सेवन करने लगा था। हालत यह थी कि मुंह में गुटखा बना रहता था। लगातार तंबाकू सेवन से सेहत खराब होने लगी थी।

होने लगी थी दिक्कत

स्वराज कहते हैं कि एक दो साल बाद ही दांत खराब होने लगे थे। मुंह भी खिंचा-खिंचा सा रहता था। इसका असर ज्यादा हुआ तो एहसास हुआ कि यह सब तंबाकू सेवन से हो रहा है। इसकी लत इतनी ज्यादा लग चुकी थी कि छोड़ने की हिम्मत ही नहीं हो रही थी

कार्यक्रम देख बनाया मन

स्वराज बताते हैं 2 साल पहले मैं मोदीनगर से मेरठ आ रहा था। इसी बीच भैंसाली बस अड्डे पर तंबाकू सेवन से लेकर खतरे को लेकर एक कार्यक्रम देखा, स्वास्थ विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में काफी प्रभावी ढंग से तंबाकू सेवन से होने वाले सभी नुकसान आदि के बारे में जानकारी दे रहे थे मुझे उत्सुकता हुई और मैं उस कार्यक्रम को देखने पहुंच गया कार्यक्रम में तंबाकू सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में बताने का तरीका कुछ ऐसा था कि मैं अपने आप को रोक नहीं पाया और इतना प्रभावित हुआ कि उसी वक्त मैंने यह तय कर लिया कि मुझे अब तंबाकू सेवन छोड़ना ही है हालांकि मैंने पहले भी काफी प्रयास किए थे लेकिन इसमें मैं सफल नहीं हो पा रहा था।

ऐसे छोड़ा तम्बाकू

स्वराज बताते हैं कि जब यह तय कर लिया कि तंबाकू छोड़ना है फिर मैंने मन को बहुत मजबूत किया और उसी दिन से तंबाकू खरीदना बंद कर दिया। इस दौरान काफी मुश्किल हुई और बार-बार दिमाग तंबाकू सेवन की ओर ही जा रहा था। चूंकि मेरा मन पूरी तरीके से अपने फैसले पर अडिग था और मैं अपनी इच्छा को रोकने में कामयाब भी रहा। कुछ दिन मैंने इसके लिये च्युइंगम का भी प्रयोग किया। जितनी बार भी मन में तंबाकू सेवन का विचार आता, उसी वक्त मैं अपने मन को इसका सेवन ना करने के लिए और मजबूत करता दोनों फैसलों में तंबाकू सेवन करने का फैसला जीत जाता और ऐसे करके मैंने इसे पूरी तरह छोड़ दिया।

आई कैन विन कर रही जागरूक

तंबाकू सेवन से होने वाले नुकसान और लोगों को इसके लिए जागरूक करने के लिए शहर में स्वास्थ विभाग के साथ साथ आई कैन विन नामक संस्था भी काफी प्रयास कर रही है संस्था के संचालक रविंद्र मिश्रा बताते हैं कि वह अलग-अलग स्कूलों और विभागों में जाकर तंबाकू सेवन रोकने के लिए लोगों को जागरूक करते हैं इसके साथ ही सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों से भी अवगत कराते हैं रविंद्र मिश्रा बताते हैं कि अलग-अलग विभागों में जाकर ट्रेनिंग करवाई जाती है।

स्वास्थ्य विभाग भी कर रहा काम

स्वास्थ विभाग की ओर से भी लगातार तंबाकू सेवन रोकने के लिए काम किया जा रहा है। इसके लिए विभाग की ओर से गठित कमेटी डीएम के निर्देश अनुसार अलग-अलग विभागों में जाकर कोटपा के तहत जानकारी देती है और उसी विभाग से एक नोडल चुनकर उन्हें इसे रोकने के लिए नामित कर दिया जाता है। एनसीडी सेल प्रभारी डॉ केसी तिवारी बताते हैं कि विभाग की ओर से अलग-अलग विभागों को तंबाकू सेवन के के लिए चालान करने के लिए भी निर्देशित किया गया है उन्होंने बताया कि अभी तक सबसे ज्यादा चालान परिवहन विभाग में हुए हैं।

Posted By: Inextlive