पथराव के बाद पीडि़त की तहरीर पर पुलिस ने नहीं की थी कार्रवाई

आरोपियों ने पीडि़त के बेटे को घर बुलाकर पहले चाकू, फिर मारी गोली

Meerut। हाजीपुर गांव में 50 रुपये छीनने को लेकर दो पक्षों में पथराव हो गया। पुलिस ने जब पीडि़त पक्ष की शिकायत पर कार्रवाई नहीं की तो आरोपियों ने पीडि़त के बड़े बेटे की घर बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी भाग गए। पुलिस ने चार लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।

ये है मामला

हाजीपुर में करीब दस वर्ष से गुलजार पुत्र बल्लू परिजनों के साथ सनी के अहाते में रहता है और मजदूरी करता है। गुलजार के तीन बेटे हैं। सबसे बड़ा राशिद 25 वर्ष का है, जबकि छोटा बेटा अकरम 10 साल का है। सोमवार सुबह दस बजे अकरम 50 रुपये लेकर किसी काम से जा रहा था। पड़ोसी कल्लू के बारह वर्षीय बेटे जुबैर ने मारपीट कर अकरम से रुपये छीन लिए। अकरम ने घर जाकर ये बात परिजनों को बताई। विरोध करने के लिए अकरम के परिजन जब कल्लू के घर पहुंचे तो दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद पथराव हो गया। जिसमे अकरम की मां समेत कुछ लोग चोटिल हो गए। अकरम के परिजनों ने बिजली बंबा चौकी पर पहुंचकर तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

चाकू से हमला

इसके बाद कल्लू, गुलजार के बड़े बेटे राशिद को अपने घर बुलाकर ले गया। कल्लू ने परिजनों के साथ मिलकर पहले राशिद पर चाकू से हमला किया और फिर गोली मारकर हत्या कर दी। पीडि़त परिजन ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की। सीओ किठौर ब्रजेश सिंह ने दारोगा रोबिन सिंह को मौके पर ही जमकर फटकार लगाई और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। गुलजार की तहरीर पर पुलिस ने कल्लू पुत्र अलाउद्दीन, उसके भाई फिरोज, साजिद और अफसर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया है।

तड़पता रहा राशिद

गोली लगने के बाद राशिद आरोपी की गली में ही तड़पता रहा, लेकिन मदद के लिए कोई नहीं आया। काफी देर बाद उसे उपचार के लिए मेरठ ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।

घर में बंद हुए लोग

पुलिस के गांव पहुंचने से पहले आरोपी भाग चुके थे। गली में सन्नाटा पसरा था। आस-पड़ोस के लोग भी घर से बाहर नहीं निकले। उधर, गली में राशिद का दस वर्षीय भाई अकरम खून को देखकर रोता रहा।

साहबखून का बदला खून चाहिए

सीओ किठौर जब पीडि़त परिजन के पास पहुंचे तो राशिद की बहन ने रोते हुए कहा कि साहबखून का बदला खून चाहिए। सीओ ने उसे समझाकर शांत कराया।

Posted By: Inextlive