चौखंडी से सारनाथ रेलवे स्टेशन तक पाथवे का होगा निर्माण

बौद्ध व जैन धर्म पर आधारित आध्यात्मिक पुस्तकालय भी बनेगा

व‌र्ल्ड बैंक की मदद से पूरे सारनाथ क्षेत्र को आधुनिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा। करीब 100 करोड़ की लागत से सारनाथ का पर्यटन विकास कराया जाएगा। चौखंडी से सारनाथ रेलवे स्टेशन तक पाथवे का निर्माण होगा। 26 मंदिरों के पहुंच मार्ग अंतरराष्ट्रीय स्तर के बनेंगे। पर्यटकों की सिक्योरिटी के लिए पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा, वाईफाई व एलइडी स्क्रीन लगायी जाएगी। आध्यात्मिक पुस्तकालय और स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी बनेगा।

थिमेटिक प्रवेश द्वार बनेगा

सíकट हाउस सभागार में शनिवार को प्रदेश के पर्यटन राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान पर्यटन विकास से संबंधित परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की। सारनाथ का पर्यटन विकास के दौरान चौखंडी से रेलवे स्टेशन तक पाथवे का निर्माण, आशापुर के बाद दो और प्रवेश बनेंगे। रिंग रोड और रेलवे स्टेशन प्रवेश मार्ग पर बुद्धा पर आधारित थिमेटिक प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। मंत्री ने प्रवेश द्वार का डिजाइन करने के दौरान उस पर बुद्धा के साथ-साथ काशी की भी छटा बिखेरे जाने का निर्देश दिया।

अंतरराष्ट्रीय स्तर की की सड़कें

सारनाथ स्थित 26 मंदिरों के मार्गों को अंतरराष्ट्रीय स्तर बनाया जाएगा। म्यूजियम से सारनाथ तक के मार्ग का सौंदर्यीकरण होगा। डियर पार्क सौंदर्यीकरण और विस्तार किए जाने के साथ ही बच्चों के लिए झूला आदि भी लगाया जाएगा। सारनाथ स्थित सम्राट अशोक के समय के बने नाले को एसटीपी का उपयोग करते हुए ढका जाएगा। सारनाथ में बौद्ध और जैन धर्म पर आधारित आध्यात्मिक पुस्तकालय भी बनाया जाएगा। स्थानीय कलाकारों को अपनी कलाकृति का वैल्यू एडिशन के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी बनेगा।

वाईफाई से लैस होगा पूरा क्षेत्र

मंत्री ने कार्ययोजना के लिए डीपीआर बनाने का निर्देश दिया। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल में शामिल सारनाथ को और भव्य बनाया जाएगा। पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए सारनाथ में सीसीटीवी कैमरा, वाईफाई की व्यवस्था के साथ-साथ एलईडी स्क्रीन भी लगाए जाएंगे। सारनाथ क्षेत्र के लोकल वेंडरों को बढ़ावा देने के लिए ठेलों का आधुनिकीकरण व आकर्षक पेंटिंग कराया जाएगा।

दिव्यांगजनों को गोल्फ कार्ड

स्थानीय दिव्यांगजनों को गोल्फ कार्ड उपलब्ध करा कर उन्हें सीधे पर्यटन से जोड़ा जाएगा। पर्यटक थाने को आधुनिक तकनीकी से भी जोड़ा जाएगा। थाना में ही पर्यटन सेंटर भी स्थापित होगा। काल भैरव मंदिर क्षेत्र के पर्यटन विकास की कोई योजना नहीं है। बैठक में कमिश्नर दीपक अग्रवाल, संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश चंद्र मिश्र, पर्यटन अधिकारी कीíतमान श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive