- कंपनी के संचालन पर दर्ज हुए सात केस

- निवेश के नाम पर 10 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी का आरोप

प्रापर्टी और गोल्ड में निवेश के साथ टूर पैकेज के नाम पर 10 करोड़ रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी करने के आरोप में नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी के संचालक समेत अन्य जुड़े लोगों पर दो दिनों भीतर 22 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इतना ही नहीं प्रवर्तन निदेशालय की टीम कई अहम दस्तावेज खंगाल रही हैं, वहीं कमिश्नरेट पुलिस भी अब अपने स्तर पर जांच करने में लग गई है। इसके लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। कंपनी के मुख्य प्रबंध निदेशक विकास सिंह, उसकी पत्नी प्रबंध निदेशक ऋतु सिंह और अन्य के खिलाफ लगातार दूसरे दिन की कार्रवाई में धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में चेतगंज थाने में सात मुकदमे दर्ज किए गए। इस तरह से कंपनी के लोगों के खिलाफ अब तक 22 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। इससे पहले वाराणसी व चंदौली के विभिन्न थानों में इनके खिलाफ दर्जनभर से अधिक मामले दर्ज हैं। इसे देखते हुए नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी के संचालकों की मुसीबत बढ़ती जा रही है।

प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने बुधवार को कमिश्नरेट पुलिस से संपर्क कर विकास सिंह के खिलाफ दर्ज मुकदमों का ब्योरा मांगा। विकास, उसके स्वजन व करीबियों की संपत्तियों की वह भी कुंडली खंगालेगा। उधर पुलिस आयुक्त ए। सतीश गणेश ने भी मामले की प्रभावी जांच के लिए विशेष दल गठित करने का निर्णय लिया है।

60 सप्ताह तक 1 हजार देने का वादा

झारखंड के गिरीडीह के घुटवाली डंगरी निवासी पप्पू कुमार महतो ने बताया कि उन्होंने कंपनी के गोल्डन स्काई टूर एंड ट्रेवेल्स प्राइवेट लिमिटेड में साढ़े 52 हजार रुपये का निवेश किया था। उनसे आरोपियों ने कहा था कि अगले 60 हफ्ते तक प्रति सप्ताह एक हजार रुपये मिलेंगे। कुछ हफ्ते जीएसटी काटकर नौ-नौ सौ रुपये मिले। इसके बाद पैसा देना बंद कर दिया गया। पूछे जाने पर आरोपियों ने कहा था कि अब एक चवन्नी भी नहीं देंगे। इस पर उन्होंने चेतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया।

Posted By: Inextlive